देर रात चक्काजाम कर विरोध जताया
नानी घर छुट्टियां मनाने आई थी मासूम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 16 अप्रैल। जेवरा सिरसा चौकी अंतर्गत बेलौदी मालूद गांव में बीती रात एक अनियंत्रित टैक्टर ने घर के बाहर बैठी दो महिलाओं और बच्चों सहित पांच लोगों को रौंद दिया।
इस घटना में मां और बेटी की मौत हो गई। वहीं तीन लोगों को गंभीर अवस्था के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है। देर रात आक्रोश में आकर ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया। जिसके बाद बनी सहमति के आधार पर ट्रैक्टर मालिक की ओर से आज दोनों मृतकों के परिजन को ढाई - ढाई लाख रुपए मुआवजा के तौर पर दिया गया।
जेवरा सिरसा चौकी पुलिस ने बताया कि बेलौदी मालूद गांव में 14 अप्रैल की लगभग रात 10 बजे के बीच एक अनियंत्रित ट्रैक्टर तेज रफ्तार में आया और खाना खाने के बाद घर के बाहर बैठी महिला व बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया। इसमें संतोषी निषाद (8वर्ष) और सरस्वती देशमुख (55वर्ष) की मौत हो गई है। हादसे में घायल 2 महिला राही बाई पारकर (46 वर्ष) और राजकुमारी का जिला अस्पताल में इलाज जारी है, जबकि दोपांशी (2 वर्ष) को यशोधरा अस्पताल रेफर कर दिया गया है। वहीं, मृतक संतोषी और सरस्वती के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था। कुरुद गांव के रहवासी सुखराम निषाद की बेटी संतोषी स्कूल की छुट्टियां लगने से अपनी मां के साथ नानी के घर आई थी। वहीं सरस्वती देशमुख संतोषी की नानी के पड़ोस में रहती थी। दुर्घटना के बाद गुस्साए गांव के लोगों ने रात में मुख्य मार्ग में चक्काजाम कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को शांत कराया।