समाधान के लिए सीएम विष्णुदेव साय, मोहनचरण मांझी के बीच बनी सहमति पर जताया आभार
महासमुंद,24 मार्च। छत्तीसगढ़ और ओडिशा के बीच महानदी जल विवाद को हल करने की दिशा में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों द्वारा की गई पहल का पूर्व सांसद चुन्नीलाल साहू ने स्वागत किया है।
उन्होंने कहा है कि यह मुद्दा वर्षों से दोनों राज्यों के बीच मतभेद का कारण बना हुआ था, लेकिन अब इसके समाधान की उम्मीद जागी है। उन्होंने दोनों मुख्यमंत्रियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि मैंने अपने संसदीय कार्यकाल में भी इस विवाद को सुलझाने के लिए सदन में कई बार अनुरोध किया था। लेकिन समाधान की दिशा में पहल नहीं हुई।
मालूम हो कि महानदी जल विवाद तब शुरू हुआ था जब छत्तीसगढ़ सरकार ने महानदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में कई बैराज और चेक डैम बनाए। इससे ओडि़शा में नदी के निचले हिस्से में जल प्रवाह कम होने लगा। इससे गर्मियों के दौरान नदी का जल स्तर बेहद घट जाता है। ओडि़शा सरकार का दावा है कि छत्तीसगढ़ की जल परियोजनाओं के कारण राज्य को सिंचाई और पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। ओडि़शा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने विश्व जल दिवस के अवसर पर कहा कि केंद्र, छत्तीसगढ़ और ओडि़शा में एक ही पार्टी की सरकार होने से इस मुद्दे को हल करने में तेजी आएगी।
चुन्नी लाल साहू का कहना है कि चूंकि केंद्र छत्तीसगढ़ और ओडि़शा में ट्रिपल इंजन की सरकार है। इसलिए इस विवाद को सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझा लिया जाएगा। इस विवाद को लेकर ओडि़शा ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण और जल विवाद न्यायाधिकरण में भी शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन समाधान नहीं निकल पाया। परसों शनिवार को ओडि़शा के मुख्यमंत्री मोहनचरण माझी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की भुवनेश्वर में लोक सेवा भवन में बैठक हुई है। इस दौरान दोनों मुख्यमंत्रियों ने विवाद को सौहार्दपूर्ण तरीके से हल करने की सहमति जताई है।