बेमेतरा, 1 दिसंबर। बेमेतरा के एकेडमिक वल्र्ड स्कूल में जिले के सभी विकासखण्ड के बीईओ, बीआरसी, हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्यो एवं ब्लू प्रिंट विशेषज्ञों की एक अत्यावश्यक बैठक रखी गई। इस अति महत्वपूर्ण बैठक में अपर संचालक लोक शिक्षण संचालनालय रायपुर डॉ. योगेश शिवहरे और संयुक्त संचालक दुर्ग संभाग आर एल ठाकुर, जिले के सबसे बड़े शिक्षा संस्थान डाइट बेमेतरा के प्राचार्य जे के घृतलहरे, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ कमल कपूर बंजारे विशेष रूप से शामिल हुए।
इस महत्वपूर्ण बैठक में बहुत सारी बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा करके बीईओ एवं प्राचार्यो को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए गए। सर्वप्रथम डाइट प्राचार्य जे के घृतलहरे ने सभी बीईओ, बीआरसी एवं प्राचार्यो को परख सर्वेक्षण 2024 के बारे में विस्तृत जानकारी दी। यह सर्वेक्षण जिले के 92 स्कूलों में किया जाएगा। जिले में दो माध्यमों में हिन्दी और अंग्रेजी में परीक्षा ली जाएगी। जिले के 45 शासकीय स्कूल, एक केंद्रीय विद्यालय जवाहर नवोदय विद्यालय और 46 निजी संस्थाओं को शामिल किया गया है। सर्वे का कार्य 4 दिसंबर को प्रात: 10 बजे से प्रारंभ होगा। इसके लिए सभी प्राचार्य पूर्व तैयारी कर लेवे।
जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. कमल कपूर बंजारे ने प्राचार्यों को संबोधित करते हुए कहा हम लोग निरंतर परीक्षाफल सुधार की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
शिक्षा गुणवत्ता वर्ष में लगातार हम सब समीक्षा बैठक भी ले रहे हैं। उसके बावजूद भी तिमाही का परीक्षा फल संतोष जनक नहीं आया है। परीक्षा फल अच्छा ना आने के कारण पर विश्लेषण करना है। इस बार हम सब लोग परीक्षा परिणाम को बहुत ही अच्छा करने का प्रयास कर रहे हैं। और इस दिशा में हम लगातार कार्य भी कर रहे हैं। संयुक्त संचालक दुर्ग संभाग आर एल ठाकुर ने प्राचार्यों को संबोधित करते हुए कहा इसके लिए हम लोग योजना तो बनाते हैं लेकिन उनका क्रियान्वन स्कूलों में नहीं हो पाता। पूर्व में हमने 22 बिंदुओं पर प्लानिंग की थी। जिले में अलग से प्लानिंग होती है। लेकिन आपको अपने विद्यालय के लिए अलग से प्लानिंग बनानी होगी।
नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार आने वाले वर्षों में स्कूल बदल जाएंगे। 5 + 3 + 3 + 4 के अनुसार पाठ्यक्रम होगा। हमें पुस्तक पढऩा सीखना है हमें लगातार सीखना है। थकना नहीं है आप जितना काम करोगे, उतना ही बढिय़ा रहोगे। इसलिए कार्य को पूरी ऊर्जा के साथ कीजिए। लर्निंग आउटकम पर उन्होंने ज्यादा जोर देना है। प्राचार्य संकुल को ज्यादा से ज्यादा बैठक लेना है। सब कुछ संकुल समन्वयक पर मत छोडि़ए। कक्षा नौवीं के बच्चों को बुनियादी चीजों का अच्छे से ज्ञान कराया जाय। आपके स्कूल की जो शिक्षक भले ही पोस्ट ग्रेजुएट है अभी वह इस मुगालते में है कि वह सब कुछ बढिय़ा तरीके से बता सकते हैं। बच्चे ही आपका मूल्यांकन करते है। बच्चों के हाव-भाव को और उनके पढऩे के तरीके से ही आप बता सकते हैं कि उनके अध्यापन का बच्चों पर कितना प्रभाव पड़ रहा है। आपके टीचर कंटेंट को प्रतिदिन पढक़र आए। यूनिक टेस्ट की कॉपियां 5त्न प्राचार्य को भी जांच करना है। जो सामने बैठे हैं बच्चे उनके स्तर तक जाकर पढ़ाना है। यही पैडागॉजी है। बच्चों से आप पूछेंगे कि कौन सी टीचर अच्छे हैं उनकी पढ़ाई कैसी है तब हमको समझ में आ जाता है आपकी उनकी पैडागाजी कैसी है। सभी संकुल प्राचार्य को संबोधित करते हुए अपर संचालक ने कहा की संकुल व्यवस्था में कसावट लाने का कार्य करें।
पियर लर्निंग ग्रुप के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि हो सकता है हो सकता है कोई शिक्षक बच्चों को पढ़ाये और वह समझ में ना आए। लेकिन इस टॉपिक को उसके साथी बताते है तो वह बहुत आसानी से समझ जाता है। इसी को ही पियर लर्निंग कहा जाता है। यह भी एक पढ़ाने का तरीका है। हम किसी भी उम्र में कोई भी काम कर सकते हैं हम अपनी पूरी जिंदगी को अपनी सेल्फ मोटिवेशन से अपने व्यक्तित्व में बदलाव कर सकते हैं। आप बच्चों से पालकों से लगातार शिक्षा के बारे में बातें करते रहिए। इसी से ही हमारी गुणवत्ता में बढ़ोतरी होगी। कार्यक्रम का संचालन बेरला के बीआरसी खोमलाल साहू ने किया।
बैठक में डीएमसी नरेंद्र वर्मा, बेमेतरा बीईओ अरुण कुमार खरे, एबीईओ गजानंद सिंह ठाकुर, बीआरसी राजेंद्र कुमार साहू, बीईओ जयप्रकाश करमाकर, एवं बीआरसी खोमलाल साहू, एबीईओ नारायण ठाकुर, अधेश उइके, साजा बीईओ निलेश कुमार चंद्रवंशी एवं बीआरसी बी डी बघेल, नवागढ़ बीईओ लोक नाथ बांधे, एवं बीआरसी जगजीवन साहू, डाइट के व्याख्याता राजकुमार वर्मा, एपीसी भूपेन्द्र कुमार साहू, ब्लू प्रिंट के विशेषज्ञ व्याख्याता महेश कुमार साहू, भुवन लाल साहू सहित जिले के हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी के प्राचार्य उपस्थित थे।