बलौदा बाजार

महात्मा गांधी ने जहां छुआछुत के खिलाफ सभा ली थी, वह उपेक्षित...
28-Nov-2024 2:14 PM
महात्मा गांधी ने जहां छुआछुत के खिलाफ सभा ली थी, वह उपेक्षित...

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 28 नवंबर।  नगर का प्राचीन कृषि उपज मंडी परिसर जिलावासियों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस मंडी परिसर में 26 नवंबर 1933 को राष्ट्रपति महात्मा गांधी का आगमन हुआ था। यहां महात्मा गांधी ने समाज में व्याप्त छुआ छूत एवं भेदभाव को दूर करने व स्वतंत्रता की लड़ाई से क्षेत्रवासियों को जोडऩे परिसर स्थित कुआं से दलित युवक के हाथों पानी निकलवाकर पिया था।

27 नवंबर 2020 को ‘छत्तीसगढ़’ द्वारा इस कुआं की महानता को लेकर सर्वप्रथम खबर का प्रकाशन भी किया था। जिसके पश्चात प्रशासन द्वारा गांधी स्मृति स्थल को संजोने की कवायदा प्रारंभ करने से इस धरोहर के जीनोद्वार की उम्मीद गांधी वादियों में जागृत हुई थी, परंतु लचर राजनीतिक व प्रशासनिक रवैये के कारण अब यह स्थल सब्जी मंडी पहुंचे व आसपास के लोगों के निस्तारी का ठिकाना बना हुआ है। जिससे गांधीवाद और दर्शन को मानने वालों में निराशा व्याप्त है। यही स्थिति प्रांगण में 15 अगस्त 1947 को निर्मित जय स्तंभ की भी है। विदित हो 91 वर्ष पूर्व बापू का आगमन इस स्थल पर हुआ था। छत्तीसगढ़ के इतिहासकारों के अनुसार 1933 में बापू तिलक व स्वराज कोष के सिलसिले में छत्तीसगढ़ पहुंचे थे। 22 से 28 नवंबर तक छत्तीसगढ़ के अपने दौरे में वे 26 नवंबर 1933 को सारागांव, खरोरा, कनकी, पलारी होते हुए बलौदाबाजार पहुंचे।

 चंूकि इस दौरान बलौदाबाजार का एकमात्र प्रमुख सभा स्थल कृषि उपज मंडी प्रांगण हुआ करता था। अत: मंडी प्रांगण पहुंचकर बापू ने लोगों को अस्प्रशयता के खिलाफ संदेश देने हेतु प्रांगण स्थित कुएं से दलित युवक के हाथों जल निकलवा कर ग्रहण किया था।  वर्तमान में पुराना मंडी परिसर में जर्जर और उपेक्षित पड़ा हुआ है। इसके अलावा बापू ने कृषि उपज मंडी के कार्यक्रम के पश्चात पुरानी बस्ती स्थित प्राचीन मौलिक मंदिर तथा तत्कालीन जगन्नाथ मंदिर वर्तमान में गोपाल मंदिर पहुंच दलितों के साथ मंदिर में प्रवेश कर पूजा अर्चना भी किया था। इस संबंध में यह भी उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के द्वारा खबर प्रशासन के पश्चात 11 दिसंबर 2020 को गांधी दर्शन से विशेष प्रभावित तत्कालीन विशेष पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ आर के विज ने नगर के संक्षिप्त प्रवास के दौरान पुराने कृषि उपज मंडी परिसर स्थित प्राचीन एवं ऐतिहासिक कुआं तथा गोपाल मंदिर का अवलोकन कर इतिहास से जुड़े कार्यक्रम की जानकारी लिया था। उन्होंने महात्मा गांधी के इस प्रवास के साक्षी रहे महात्मा गांधी रोड निवासी भगवती प्रसाद गुप्ता 96 वर्ष के निवास पहुंचकर आवश्यक चर्चा भी की थी।

जिला प्रशासन ने गांधी स्मृति स्थल को सुरक्षित करने बनाई थी योजना

महात्मा गांधी से जुड़े इसे कुआं की महानता से अवगत होने के पश्चात फरवरी 2022 को तत्कालीन कलेक्टर डोमन सिंह ने गांधी जी के यात्रा स्मृति स्थलों का निरीक्षण किया था। इसके पश्चात उन्होंने महात्मा गांधी की स्मृति को संजीव बनाए रखने के लिए इस पूरे स्थल को धरोहर के रूप में विकसित करने का निर्णय लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए सप्ताह भर में विस्तृत कार्य योजना बना कर प्रस्तुत करने कहां था।

इन कार्यों में उद्यान और पुरातत्व हेतु संग्रहालय बनाने उद्यान के बीचो-बीच महात्मा गांधी की मूर्ति स्थापना कुएं की सफाई जालीदार लोहे के ग्रिल ढकवाने एवं सूचना बोर्ड लगाना शामिल था। उनके जिले में अल्प समय में ही स्थानांतरण पश्चात योजना ठंडे बस्ती में चली गई। उनके बाद पदस्थ कलेक्टर रजत बंसल व कृषि उपज मंडी अध्यक्ष बलौदाबाजार ने भी परिसर का अवलोकन कर इसके जीनो द्वारा की बात कहा था, परंतु श्री बंसल के भी आकस्मिक स्थानांतरण पश्चात इस दिशा में गतिविधि पूरी तरह पूरी तरह ठप्प पड़ी हुई है। क्षेत्र के गांधीवादी बुजुर्ग परिसर की इस दुर्दशा से अत्यंत आहत हैं।

उन्होंने जिला प्रशासन से इस स्थल को सहेजने की आग्रह की है।


अन्य पोस्ट