बलौदा बाजार

जिले में कैसे सफल होगा नशा मुक्ति अभियान...
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 25 नवंबर। प्रशासन द्वारा नशा मुक्ति एवं जन जागरण के तमाम दावे के बावजूद कुछ गैरजिम्मेदार दुकानदार नाबालिग बच्चों को सुलेशन की ट्यूब आसानी से उपलब्ध करा रहे हैं। जिसका उपयोग बच्चे नशे के रूप में कर रहे हैं।
नगर के गली मोहल्लों के अलावा श्रमिक बस्तियों में बच्चों को समूह में बैठ कर सुलेशन को सूंघते हुए आसानी से देखा जा सकता है। इसके बावजूद जिम्मेदार संस्थाएं कोई भी सार्थक पहल करते प्रतीत नहीं हो रही है।
गौरतलब है कि बाइक व साइकिल के टायर के पंचर को बनाने के लिए एक जेल नुमा पदार्थ का उपयोग किया जाता है जिसे बोलचाल की भाषा में सुलेशन कहते हैं। इस पदार्थ की ट्यूब 40-50 रुपए में आसानी से पंचर बनाने वाले टायर ट्यूब साइकिल की दुकानों समेत ऑटो पार्ट्स की दुकानों में आसानी से उपलब्ध है।
नगर के वार्ड क्रमांक 6 गौरवपथ पिपराहा तालाब से लगे डबरी पार पोस्ट ऑफिस के पीछे तथा नया पुराना बस स्टैंड इन श्रमिक बस्तियों में बहुत से बच्चे छोटे बच्चे सूनसान स्थान पर इन्हें घूमते प्रतिदिन देखे जा सकते हैं, वहीं शाम ढलते ही समूह में एकत्र होकर बारी-बारी से सुलेशन का नशा करते हैं। बच्चे इस खतरनाक सुलेशन को सूंघने के कितने अधिक आदी हो चुके हैं कि उनको समझने अथवा डांट का असर भी नहीं होता।
चेतावनी की अनदेखी कर
ट्यूब बेचते हैं दुकानदार
बाजार में उपलब्ध ट्यूब के ऊपर स्पष्ट तौर पर लिखा होता है कि ट्यूब में उपलब्ध जेल तत्व के संपर्क के अलावा सांस के माध्यम से इसकी तीक्ष्ण गद्य शरीर के अंदर जाना अत्यंत हानिकारक है। यही नहीं यदि कोई बच्चा या पुरुष भी इस जेल को आसवधानीवश निगल लेता है तो इस हेतु चिकित्सा के त्वरित उपचार की आवश्यकता है। इस चेतावनी के बावजूद गैर जिम्मेदार दुकानदार नाबालिक बालकों को ट्यूब का विक्रय करते हैं।
अक्सर प्रशासन व नशा मुक्ति अभियान से जुड़ी संस्थाओं का जागरूकता अभियान विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों तक सिमट कर रह जाता है। जबकि इस गंभीर मुद्दे को लेकर अभियान चलाये जाने की आवश्यकता है।
नगर के बुद्धिजीवियों ने स्थानीय प्रशासन वह पुलिस से ऐसे दुकानदारों को सख्त हिदायत देने एवं नाबालिगों को ट्यूब विक्रय करते पाए जाने पर कड़ी वैधानिक कार्रवाई को आवश्यक बताया है ताकि इन नाबालिगों को भविष्य में खतरनाक और गंभीर बीमारियों के आगोश में जाने से बचाया जा सके।