‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 21 नवंबर। ग्राम मुलमुला में संचालित पोल्ट्री फार्म उस समय चर्चा में आया जब तत्कालीन विधायक गुरुदयाल सिंह बंजारे के समर्थकों पर तोडफ़ोड़ करने सहित विभिन्न आरोपों पर अपराध दर्ज हुआ। इसके बाद पोल्ट्री फार्म के आसपास के ग्राम किसान पोल्ट्री फार्म से निकलने वाले दूषित जल के खिलाफ कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
पूर्व विधायक गुरुदयाल बंजारे की शिकायत पर शिक्षा विभाग ने जांच कराया तो यह तथ्य उजागर हुआ कि पोल्ट्री फार्म से निकलने वाले गंध के कारण स्कूलों में मुंह, नाक बंद कर छात्र पढ़ाई करने मजबूर है। मिड डे मिल में छात्र बदबू के कारण रुचि नहीं लेते। इस जांच रिपोट पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। डेढ़ साल के भीतर हुए उठापटक के बाद जब उद्योग विभाग से पोल्ट्री फार्म संचालन संबंधी जानकारी मांगी गई तो यह लिखित जवाब आया कि कोई जानकारी नहीं है। कलेक्टर कार्यालय ने भी हाथ खड़े कर दिए। श्रम विभाग ने दामन बचाते हुए वर्ष 2022 में कोई निरीक्षण नहीं करने की जानकारी दी। बेमेतरा जिला में पिरदा घटना के बाद भी जिला प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया। यह जिला प्रशासन का पत्र बता रहा है। जिस पोल्ट्री फार्म प्रबंधन ने पूर्व विधायक के समर्थकों पर चार हजार लीटर डीजल जमींदोज करने का आरोप लिखित में दिया उसे इतनी मात्रा में भंडारण की अनुमति किसने दी, जिन श्रमिकों को चश्मदीद बताया गया है उनका डाटा श्रम विभाग क्यों छिपा रहा है या इस विभाग को क्यों नहीं दिया गया। यदि यह पोल्ट्री फार्म उद्योग में नहीं आता तो उसके खिलाफ अवैध भंडारण की कार्रवाई क्यों नहीं की गई। जल संसाधन विभाग केवल नोटिस देकर मामला दबा दिया। दूषित जल केनाल में छोडऩे पर किसानों की फसल तबाही पर कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की गई सवाल बाकी है।
सामाजिक सरोकार शून्य
बेमेतरा जिले में जनवरी 2020 से 8 नवंबर 2024 तक किसी भी उद्योग ने सामाजिक सरोकार का कोई कार्य नहीं किया। कलेक्टर बेमेतरा कार्यालय से जन सूचना अधिकारी डिप्टी कलेक्टर ने लिखित में यह जानकारी दी है। जिले में क्या लोगों के सेहत से खेलने की जिम्मेदारी उद्योग की है। समाज हित में कोई कार्य नहीं करना जिले वासियों के साथ खिलवाड़ है। जिले का दोहन करने वाले उद्योगपति क्या सामाजिक हित में एक रुपए भी खर्च नहीं कर सकते यह जिलेवासियों के लिए सबक है।
बाल संरक्षण आयोग को पत्र
अखिल भारतीय छत्तीसगढ़ी महासभा के अध्यक्ष डॉ. सौरभ निर्वाणी ने बाल संरक्षण आयोग एवं महिला आयोग को पत्र लिखकर मुलमुला में संचालित पोल्ट्री फार्म से निकलने वाले गंध से बच्चों के स्वास्थ में पडऩे वाले प्रभाव, छात्रों के मन पर पडऩे वाले प्रभाव, शिशुवती, गर्भवती एवं कामकाजी महिलाओं पर हो रहे असर पर व्यापक जांच की मांग की हैं। डॉ. निर्वाणी ने कहा कि एक दर्जन ग्राम के लोग खुले में सांस नहीं ले पा रहे हैं। किसानों की फसल तबाह हो रही है जांच जरूरी है।