बेमेतरा
57 दुकानों को मिला था लाइसेंस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 8 नवंबर। जिला मुख्यालय के मंडी मैदान में दीपावली के दौरान अस्थायी पटाखा बाजार का संचालन किया जा रहा था। 2 नबंवर तक संचालित अस्थायी पटाखा दुकानों का कचरा व पॉलीथिन हटाने की अभी तक सुध नहीं ली गई है। मैदान में 57 दुकान लगाए गए थे।
जानकारी हो कि जिला कार्यालय में नगर पालिका के अंदर अस्थायी पटाखा विक्रय करने के लिए 57 आवेदकों को लायसेंस जारी किया गया था। नगर पालिका द्वारा सभी 57 दुकान संचालन के लिए मंडी मैदान में लॉटरी से स्थल वितरण किया गया था, जिसके बाद करीब एक सप्ताह तक पटाखा दुकान चलाने के बाद दुकान का कचरा व पटाखों का अवशेष छोडक़र चले गए हैं। दुकान हटने के चार दिन बाद भी मंडी परिसर से कचरा नहीं उठाया गया है। इससे पूर्व दशहरा उत्सव के दौरान आयोजित मेला का कचरा भी लंबे समय तक मैदान में फैला हुआ था। आज भी पुतले का अधजला अवशेष मौके पर ही पड़ा हुआ है।
मवेशियों के डेरा, पॉलीथिन खाने से होती हैं बीमारी
मंडी मैदान में मवेशियों का डेरा लगा रहता है। पॉलीथिन के साथ कागज व अन्य चीजें होने की वजह से मवेशी खाते हैं, जिन्हें बीमारी होने का खतरा बना रहता है। जानकार मानते हैं कि कचरा हटाने के लिए नगर पालिका को ध्यान देना चाहिए। साथ ही कचरा फैलाने वालों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
सुबह तफरीह व योग करने वालों को होती है दिक्कत
शहर के मध्य होने की वजह से मंडी मैदान में सुबह चहलकदमी, योगा व व्यायाम करने के लिए आने वालों को कचरा व पॉलीथिन की वजह से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मैदान में घूमने वाले अशोक प्रसाद व योगेश कुमार ने बताया कि बीते एक माह से मैदान में आना जाना दूभर हो गया है। हालत ये है कि पॉलीथिन व कचरा भरे होने के कारण मैदान में खेलने के लिए आने वाले बच्चे खेल नहीं पा रहे हैं। इस मैदान में गंजपारा, दुर्ग रोड वार्ड सात व अन्य वार्ड के बच्चे खेलने के लिए आते हैं।