बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 5 नवंबर। राज्य में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था और प्रशासनिक विफलता के खिलाफ कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार बलौदाबाजार जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। इस रैली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की।
बलरामपुर में हिरासत में मौत और कबीर आश्रम पर हमला
कांग्रेस ने बलरामपुर जिले में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत की घटना को मानवाधिकारों का उल्लंघन बताते हुए न्यायिक जांच की मांग की है। कांग्रेस ने इसे राज्य की विफल कानून व्यवस्था का उदाहरण बताया और कहा कि इस मामले की उच्च न्यायालय के जज की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। इसके साथ ही मृतक के परिजनों को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा देने की भी मांग की।
दामाखेड़ा स्थित संत कबीर आश्रम में हुए हमले को भी कांग्रेस ने गंभीर मुद्दा बनाकर उठाया। कार्यकर्ताओं का कहना था कि एक ओर यह स्थान शांति का प्रतीक माना जाता है, तो दूसरी ओर यहां पर इस प्रकार की हिंसक घटना दर्शाती है कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और उन्हें कानून का जरा भी डर नहीं है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सरकार अपराधियों को शह दे रही है, जिससे प्रदेश में हिंसक वारदातें बढ़ती जा रही है।
भाजपा सरकार पर कड़े आरोप
जिलाध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर ने कहा, राज्य में रोज-रोज घट रही आपराधिक घटनाएँ यह साबित करती हैं कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है और भाजपा सरकार इसे नियंत्रित करने में असमर्थ है। यह निकम्मी और नकारा सरकार अब बर्खास्त होनी चाहिए और प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए।
प्रवक्ता सुरेंद्र शर्मा ने भी इसी सुर में कहा कि सरकार की अक्षमता ने जनता को खुद सडक़ों पर उतरने के लिए मजबूर कर दिया है।
पूर्व जिलाध्यक्ष विद्याभूषण शुक्ला ने भी भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह अक्षम साबित हुई है। उन्होंने कहा कि सतनाम, सत्यनाम की धरती पर हो रही हिंसक घटनाओं से प्रदेश का नाम बदनाम हो रहा है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आक्रोश और नारेबाजी
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गार्डन चौक से एसडीएम कार्यालय तक मार्च किया और नारे लगाए। कार्यकर्ताओं ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के संरक्षण में अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और निर्दोषों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। रैली के समापन पर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने मांग की कि राज्य में अपराधियों पर तुरंत कड़ी कार्यवाही की जाए, ताकि जनता को न्याय मिल सके।
ज्ञापन में उठाए गए मुख्य बिंदु
1. बलरामपुर पुलिस अभिरक्षा में हुई मृत्यु की उच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच।
2. मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपए मुआवजा।
3. दामाखेड़ा स्थित कबीर आश्रम में हमले के दोषियों पर सख्त कार्यवाही।
4. प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के चलते भाजपा सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करना।
इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख नेताओं में सुरेंद्र शर्मा, विद्याभूषण शुक्ला, दिनेश यदू, गोपी साहू, खिलेंद्र वर्मा, प्रभाकर मिश्रा, सुमित्र घृतलहरें, राजा तिवारी, आलोक मिश्रा, विक्रम पटेल, रोहित साहू, आर्यन शुक्ला, त्रिलोक सलूजा, कमल ठाकुर और अन्य कांग्रेसी शामिल थे। सभी ने एक स्वर में भाजपा सरकार को विफल बताते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यह चेतावनी भी दी कि यदि उनकी मांगों को जल्द नहीं माना गया, तो प्रदेशव्यापी आंदोलन की शुरुआत की जाएगी और कानून व्यवस्था को लेकर सरकार की घोर लापरवाही का जवाब सडक़ पर उतरकर दिया जाएगा।