सुकमा

भाजपा ने शुरू किया अब फिर भाजपा की सरकार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 26 अक्टूबर। कई साल से एर्राबोर राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) भवन अधूरा पड़ा है। कुछ ठेकेदार बच्चों के उच्च शिक्षा एवं उनके भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। दो-दो शासन काल गुजर गए, लेकिन इस विषय पर अधिकारी मौन हैं। करोड़ों का आरएमएसए निर्माण भवन शुरू(प्रारंभ) होने से पहले ही खत्म(अंत )होने को तैयार है।
ज्ञात हो कि राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) के तहत स्कूल भवनों का निर्माण और उन्नयन किया जाता है। इन भवनों में कक्षाएं, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, कला और शिल्प कक्ष, शौचालय ब्लॉक, और पेयजल प्रावधान जैसे कई सुविधाएं होती हैं। दूर-दराज के इलाकों में शिक्षकों के लिए आवासीय छात्रावास भी बनाए जाते हैं।
आज के दिन हर अंदरुनी क्षेत्रों के बच्चों में इतनी काबिलियत है, लेकिन इस काबिलियत को हमें प्रोत्साहित करना बहुत ही जरूरी हैं। ठेकेदारों की लापरवाही के कारण आज भी अंदरुनी क्षेत्रों के बच्चों को ये सब झेलना पड़ रहा है।
इस आरएमएसए के नाम पर कुछ बच्चे कोंटा में पड़ रहे है और कुछ कुर्ती में ,जब तक इस आरएमएसए भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं होता ,तब तक इन बच्चों को इधर उधर भटकना पड़ेगा। ठेकेदार की लापरवाही के कारण आज बच्चे मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। 30 राष्ट्रीय मार्ग पर आज यह स्थिति है तो अंदरूनी इलाकों में क्या स्थिति बनी होगी?
भवन का हाल-चाल
आरएमएस भवन के अंदर मवेशियों का मल मूत्र से भरा पड़ा, कुछ कमरों में मवेशियों की कंकाले नजर आ रही हंै और कुछ कमरों में अश्लील कार्यकलाप भी रहे हैं इन सब के साथ शराबियों की बोतले नजरों में आते हैं।
इस आरएमएसए भवन के बारे में कोंटा के बीईओ पांडवुला श्रीनिवास का कहना है कि कुछ उच्च अधिकारी ठेकेदार से बातचीत करने पर बताया जाता है कि इस दिवाली के बाद इस आरएमएस भवन का पूरा निर्माण कर सौंपने की बात कही है।
आरएमएसए का मूल उद्देश्य
राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के तहत् का मूल उद्देश्य है सभी ग्रामीण आदिवासी बच्चों को शिक्षा एवं रहने की सुविधा उपलब्ध करवाना इस आरएमएसए का मूल उद्देश्य हैं।