रायगढ़

मेडिकल कॉलेज में मिला गलत इलाज, हाथ काटने की आई नौबत
03-Oct-2024 2:45 PM
मेडिकल कॉलेज में मिला गलत इलाज,  हाथ काटने की आई नौबत

पीडि़त ने भेजा लीगल नोटिस तो मेडिकल कॉलेज ने बनाई जांच समिति

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 3 अक्टूबर।
रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में गलत इलाज के कारण हाथ काटने की नौबत आ गई थी। पीडि़त ने  लीगल नोटिस भेजा तो मेडिकल कॉलेज ने जांच समिति बनाई।
ताजा मामला साईं विहार के रहने वाले अजय शर्मा का है। गलत इलाज के कारण अभी भी उनका हाथ सही नहीं है। अजय 3 महीने से अपने घर पर बैठे हुए हैं और हाथ पर पट्टी लगे खुद ही अस्पताल जाते हैं और अपना छोटा मोटा कार्य करते हैं। अस्पताल की गलती की वजह से आज अजय का परिवार भीषण आर्थिक तंगी से गुजर रहा है।

अजय अपनी इस हालात का जिम्मेदार मेडिकल कॉलेज के अस्थि रोग विभाग के डॉ. अजय पटेल को ठहराते हैं। डॉक्टर पर विधि सम्मत कार्रवाई करने के मूड में आ चुके हैं।
आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद भी वकील के माध्यम से मेडिकल कॉलेज के डॉ. अजय पटेल पर विभागीय जांच और कार्रवाई करने के लिए एक लीगल नोटिस भेजा है जिसके जवाब में मेडिकल कॉलेज ने तीन सदस्यीय जांच दल गठित की है।

पीडि़त अजय बताते हैं कि जांच टीम पर भरोसा नहीं है यदि मेडिकल कॉलेज द्वारा उन्हें न्याय नहीं मिला तो उनके पास कोर्ट के दरवाजे खुले हैं और वह अपने न्याय की लड़ाई हर स्तर पर लड़ेंगे क्योंकि उन्हें लगभग विकलांग बनाने का कार्य मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने किया है।

क्या हुआ था अजय शर्मा के साथ
छोटे-मोटे कार्य करकर के अपना जीवन यापन करने वाले 48 वर्ष वर्षीय अजय शर्मा को 29 जून से हाथ में दर्द हो रहा था तो फिर वह 1 जुलाई को मेडिकल कॉलेज गए जहां उन्हें डॉ. अजय पटेल ने उनके हाथ का मुआयना कर प्लास्टर बांधा और 14 दिन तक लगाए रखने की सलाह दी। तीन दिन बाद ही प्लास्टर के अंदर से खुजली होने लग गई। फिर बदबू आने लगी इसी के साथ उनके हाथ ने कार्य करना बंद कर दिया। तब उन्होंने खुद से प्लास्टर को काटा और देखा कि उनका हाथ सड़ चुका है बजबजा रहा था। अपने हाथ को देखकर बेहोश हो गए फिर दूसरे डॉक्टर से जब सलाह लिया तो पता चला कि उनके हाथ में ट्रॉमा यानी की हल्की सी चोट थी, जिस पर प्लास्टर लगाने पर ही इंफेक्शन हो गया और मवाद भर गया, अगर वह 14 दिन तक रुक जाते तो निश्चित तौर पर ही उनका हाथ काटना पड़ता।

फिलहाल अजय शर्मा का जिला चिकित्सालय में इलाज जारी है। उंगलियां अभी भी सुन्न हैं। हर रोज ड्रेसिंग कराने जाते हैं। और इसके पीछे उनका 100 रोज खर्च हो रहे हैं।
पिछले ढाई महीने से हर रोज अपनी स्कूटी को एक हाथ से चलाते हुए अजय शर्मा ड्रेसिंग करा रहे हैं दुर्घटना का डर तो है पर विवश हैं। इसके लिए वह मेडिकल कॉलेज के डॉ. अजय पटेल को दोषी मानते हैं और उन पर कार्रवाई के लिए कोर्ट जाने के लिए भी तैयार हैं।
 


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