दन्तेवाड़ा
दंतेवाड़ा, 1 अक्टूबर। जिला प्रशासन द्वारा दंतेवाड़ा को जैविक जिला बनाने की ओर बृहद स्तर पर प्रयास किए जा रहे है। इन प्रयासों में प्रमुख रूप से जिले के किसानों को जैविक खेती की विभिन्न तकनीकों से अवगत कराना, किसानों को रासायनिक कृषि को छोड़ कर जैविक कृषि की ओर अग्रसर करना एवं किसानों का जैविक प्रमाणीकरण इत्यादि गतिविधियां शामिल हैं।
इसी क्रम में दंतेवाड़ा जिले में रासायनिक खाद एवं कीटनाशकों का प्रचार, विक्रय प्रतिबंधित किया गया है। इसके अलावा वृहद क्षेत्र प्रमाणीकरण अंतर्गत जिले के 110 गांव के 10264 किसानों की 65279 हेक्टेयर भूमि का जैविक प्रमाणीकरण किया जा चुका है जो कि देश में सबसे बड़ा क्षेत्र है। वर्तमान में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए जिले के 220 ग्रामों में तीन चरणों में कृषक खेत पाठशाला का आयोजन के साथ-साथ जैविक कार्यकर्ताओं के माध्यम से तकनीकी सहयोग किसानों को दिया जा रहा है। इसके अलावा जैविक किसानों का विभिन्न जगहों पर अभ्यास भ्रमण एवं आवासीय प्रशिक्षणों का आयोजन भी किया जा रहा है।