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रायपुर, 29 दिसंबर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रदेश अध्यक्ष अमर परवानी, कार्यकारी अध्यक्ष मंगेलाल मालू, विक्रम सिंहदेव, महामंत्री जितेंद्र दोषी, कार्यकारी महामंत्री परमानंद जैन एवं कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि जीएसटी में किए गए विभिन्न संशोधन एवं परिवर्तन से जीएसटी लागू करने का मूल उद्देश्य ही खत्म होता जा रहा है जिसके कारण देश के व्यापारियों के लिए जीएसटी सबसे जटिल कराधान प्रणाली बन गई है और क्योंकि देश के अधिकांश व्यापारी इतने शिक्षित या कम्प्यूटरीकृत नहीं हैं जोन जो जीएसटी के नियमों की पालना सरल न होने के कारण व्यापारियों के लिए पालना आसान नहीं रह गई है ।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि कैट ने आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक पत्र भेजकर उनसे आग्रह किया है कि वे हाल के दिनों में जीएसटी नियमों में हुए सभी संशोधनों को टाल दें और 3 सिद्धांतों के आधार पर व्यापारियों से सीधा संवाद केवल तीन ही है जिसमें (स) कर प्रणाली का सरलीकरण और एकीकरण जिससे व्यापारियों को राहत मीले (पप)जीएसटी कर आधार का विस्तार (पपप) केंद्र और राज्य सरकारों को पर्याप्त राजस्व पहुंचना, शामिल हैं।
श्री पारवानी ने बताया कि कैट जीएसटी मुद्दों को हल करने के लिए टकराव के रास्ते का सहारा लेने के बजाय बातचीत की प्रक्रिया के लिए अधिक इच्छुक है और यही कारण है कि कैट ने वित्त मंत्री को हालिया अधिसूचना के कार्यान्वयन को स्थगित करने और बातचीत की प्रक्रिया शुरू करने की अपील कर रहा है।


