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रायपुर, 10 नवम्बर। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान ने बताया कि दो दिवसीय मेकइनसिलिकॉन-स्वदेशी सेमीकंडक्टर अवसंरचना को सक्षम बनाने पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का सफल आयोजन किया। यह कार्यक्रम संस्थान की स्थापना के 10 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। संगोष्ठी में सरकार, उद्योग और शिक्षाजगत से जुड़े विशेषज्ञों ने भाग लिया और छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में सशक्त सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण पर विचार-विमर्श किया।
संस्थान ने बताया कि कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र प्रेरणादायक रहा। इसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी और उच्च शिक्षा मंत्री टंक राम वर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। अतिथियों ने अपने संबोधन में भारत की औद्योगिक और तकनीकी प्रगति में सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला और आईआईआईटी-नया रायपुर के नवाचार और अनुसंधान के प्रयासों की सराहना की।
संस्थान ने बताया कि संगोष्ठी के पहले दिन भारत के सेमीकंडक्टर उद्योग के भविष्य पर केंद्रित कई ज्ञानवर्धक व्याख्यान और चर्चाएं आयोजित की गईं। वीएलएसआई सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. सत्या गुप्ता और आईआईटी इंदौर के प्रो. संतोष कुमार विश्वकर्मा ने अपने विशेषज्ञ व्याख्यानों में स्वदेशी चिप डिजाइन और निर्माण के क्षेत्र में अवसरों और चुनौतियों पर चर्चा की। इसके पश्चात वीएलएसआई और चिप डिजाइन में कुशल जनशक्ति का विकास तथा डिवाइस और पैकेजिंग में छत्तीसगढ़ की भूमिका विषयों पर पैनल चर्चाएं आयोजित हुईं। वक्ताओं ने कहा कि विशेषीकृत मानव संसाधन और क्षेत्रीय औद्योगिक केंद्रों का निर्माण भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए अत्यंत आवश्यक है।


