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माहेश्वरी युवा मंडल का तरुणोदय आयोजन
रायपुर, 9 मई। माहेश्वरी युवा मंडल के अध्यक्ष नीलेश मूंधड़ा, सचिव राज बागड़ी एवं मीडिया प्रभारी अमित राठी ने बताया कि माहेश्वरी युवा मंडल रायपुर द्वारा तरुणोदय (तीन दिवसीय आवासीय बाल संस्कार शिविर) का आयोजन महेश्वरी भवन डुंडा, रायपुर में किया गया । इस कार्यक्रम के हमारे मुख्य प्रेरणा स्तोत्र डॉक्टर अशोक जी भट्टर (बच्चों के विशेषज्ञ) बाल गोपाल हॉस्पिटल, रायपुर है।
श्री मूंधड़ा ने बताया कि इस कार्यक्रम में पूरे प्रदेश भर से एवं अन्य प्रदेशो से कुल 245 बच्चे सम्मिलित हुवे। प्रशिक्षक के रूप में जिन्होंने अपनी सेवाएं दी-1. श्रीमती शोभा जी सदानी मोटिवेशनल स्पीकर, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम संरक्षक, अखिल भारतीय माहेश्वरी महिला संगठन, महामंत्री- मै भारत हूं फाऊंडेशन, कोलकाता 2. श्रीमती डॉ श्रद्धा जी गट्टानी एम डी ओरिएंटल पैलेस एंटरप्रेन्योर, कंसीलर, मोटिवेशनल स्पीकर, उदयपुर, 3. रूपल मोहता सिंगर, एक्ट्रेस, मिसेज इंडिया यूनिवर्स, मुंबई, 4. श्रीमती निशा जी लड्ढा मोटिवेशनल स्पीकर, पूर्वांचल संयुक्त मंत्री - अखिल भारतीय माहेश्वरी महिला संगठन, मैं भारत हुं फाउंडेशन राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, कोलकाता, 5. श्री सिद्धार्थ सिंह डायरेक्टर – होली हार्ट्स एजुकेशनल एकेडमी, रायपुर।
श्री मूंधड़ा ने बताया कि शोभा सदानी जी ने पहले सत्र में म्यूजिकल चेयर खिलाया, जहां ए टीम (3-6 कक्षा) के बच्चों को 10 समूहों में बाँटा गया और बी टीम (7-10 कक्षा) को 12 समूहों में बाँटा गया । अगला सत्र श्रीमती श्रद्धा जी गट्टानी ने लिया, जहां उन्होंने पौराणिक पात्रों के बारे में सिखाया।
श्री मूंधड़ा ने बताया कि शाम को क्रिकेटम आउटडोर गेम्स से बच्चों का मनोरंजन किया, उस सत्र में हर समूह ने फुटबॉल पासिंग, सैक रेस, रिले रेस, चम्मच नींबू रेस जैसे खेल खिलाय गए। रात्रि में सोने से पहले सभी वर्गों के बच्चों से मंत्र जाप करवाया गया। अगले दिन की शुरुआत ज़ुंबा एवीएम योगा से हुई जो कि क्रिकेटम ने अपने ट्रेनर के द्वारा करवाया।
श्री मूंधड़ा ने बताया कि श्रीमती श्रद्धा जी गट्टानी ने समूह में अधिक ध्यान के साथ खेलने के बारे में सिखाया, बच्चों ने अपनी प्रतिभाओं में अच्छा प्रदर्शन किया और गाते-नृत्य करते, मजेदार जोक्स और कविता सुनाते हुए उत्कृष्टता को प्रदर्शित किया।बी टीम में कम्युनिकेशन एंड बॉडी लैंग्वेज विषय पर श्रीमती श्रद्धा जी गट्टानी ने बहुत ही अच्छा संवाद किया।
श्री मूंधड़ा ने बताया कि बच्चों ने अलग-अलग ऐतिहासिक चरित्रों को स्टेज पर प्रदर्शित भी किया जिससे उनकी कला को निखार मिला। श्रीमती निशा जी लड्ढा और श्रीमती शोभा जी सादानी ने हमारे जीवन में त्योहारो के उत्सव का महत्व, बच्चों को समझाया।