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राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विवि का एचआईएमसीसी ट्रॉफी पर कब्जा
24-Mar-2025 2:21 PM
राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विवि का एचआईएमसीसी ट्रॉफी पर कब्जा

रायपुर, 24 मार्च।  एचएनएलयू ने बताया कि लखनऊ स्थित राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की टीम अक्षत राज, अर्णव कौशिक और आर्यन पंवार ने एचआईएमसीसी 2025 की प्रतिष्ठित ट्रॉफी अपने नाम की। टीम को 2,00,000 का नकद पुरस्कार, खड्डद्बह्लड्डठ्ठ & ष्टश. में इंटर्नशिप और छ्वह्वह्य रूह्वठ्ठस्रद्ब की तीन महीने की सदस्यता प्रदान की गई। डॉ. बी.आर. अंबेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, सोनीपत की टीम दिव्यांशी कूलवाल, कनीष्का कुमारी और ध्रुवल सैनी को उपविजेता घोषित किया गया और उन्हें 1,50,000 का नकद पुरस्कार दिया गया।

एचएनएलयू ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता पर केंद्रित यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 35 टीमों, 102 प्रतिभागियों और 61 न्यायाधीशों की भागीदारी के साथ आयोजित की गई, जो ॥हृरु  की मूटिंग परंपरा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। समापन समारोह में प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति रही जी. रघुराम, पूर्व निदेशक, नेशनल जुडिशियल एकेडमी (मुख्य अतिथि), प्रो. (डॉ.) रणबीर सिंह, प्रो-चांसलर, विश्वविद्यालय, पी.वी.एस. गिरिधर, वरिष्ठ अधिवक्ता, अंचित ओसवाल, भागीदार, खेतान  ई. ओम प्रकाश, वरिष्ठ अधिवक्ता, मद्रास उच्च न्यायालय।

एचएनएलयू ने बताया कि प्रो. (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन ने मूट कोर्ट टीम की सटीक योजना और निष्पादन की सराहना की। उन्होंने कहा, हम कभी-कभी जीतते हैं और अन्य समय सीखते हैं, और यह यात्रा ही सबसे महत्वपूर्ण होती है। न्यायमूर्ति जी. रघुराम ने अपने हास्यपूर्ण और विचारोत्तेजक संबोधन में एक युवा विधि छात्र की करियर दुविधा की कहानी साझा की। उन्होंने कहा कि कानूनी सफलता के लिए तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ समाजशास्त्र, राजनीति और व्यावहारिक समझ आवश्यक है।

 

एचएनएलयू ने बताया कि प्रो. (डॉ.) रणबीर सिंह ने पूछा, मूटिंग क्यों आवश्यक है?, और बताया कि यह शोध, टीम वर्क और प्रभावी तर्क कौशल को विकसित करने में सहायक होती है।

ई. ओम प्रकाश ने कहा कि मूट कोर्ट सिर्फ जीतने या हारने के बारे में नहीं है, बल्कि यह सीखने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। पी.वी.एस. गिरिधर ने प्रतिभागियों को कानूनी सिद्धांतों की मजबूत समझ विकसित करने और न्यायाधीशों के प्रश्नों को ध्यान से सुनने की सलाह दी। अंचित ओसवाल ने प्रतियोगिता की उच्च स्तरीय बहसों और प्रतिभागियों की प्रस्तुति कौशल की सराहना की। समापन समारोह में डॉ. दीपक श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण दिया, डॉ. अनिंद्य तिवारी ने कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की और मयंक श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। भविष्य में भी इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का आयोजन करता रहेगा और विधिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के अपने संकल्प को जारी रखेगा।


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