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कामाख्या मंदिर में महाशिवरात्रि पर 14 पारद शिवलिंगों का अभिषेक
25-Feb-2025 1:40 PM
कामाख्या मंदिर में महाशिवरात्रि पर 14 पारद शिवलिंगों का अभिषेक

 मंत्रोच्चार संग हवन-पूजन 

रायपुर, 25 फरवरी। देंवेंद्र नगर फोकटपारा स्थित मां कामाख्या मंदिर  समिति के सचिव और प्रचार मंत्री मनोज रेलवानी ने बताया कि महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर 26 फरवरी को गोधुलि बेला में शाम 4 बजे से जन कल्याण के साथ सर्व मनोकामना सिद्धि के लिए 14 पारद शिवलिंगों का गंगाजल, दूध, दही, शहद, शक्कर से अभिषेक किया जाएगा। 

श्री रेलवानी ने बताया कि मनोकामना सिद्धि के लिए बेल पत्र में केशर चंदन से ओम नम: शिवाय लिखकर भगवान भूत भावन का अभिषेक होगा। साथ ही श्रद्धालुओं और मंदिर समिति के सदस्यों के कल्याणार्थ हवन-पूजन में आहूति देने का मौका दिया जाता है। 

श्री रेलवानी ने बताया कि मंदिर समिति हर साल महाशिवरात्रि पर प्रसादी वितरण करती है। कामाख्या मंदिर की प्रसिद्धि गुवाहाटी के समान आंबूवाची पूजा हर साल पांच दिवसीय महोत्सव का आयोजन करती है। महाशिवरात्रि पर पारद शिवलिंग की पूजा अमिष्ट सिद्धि देने वाली होती है। 

श्री रेलवानी ने बताया कि ारद शिवलिंग में शिव-शक्ति, लक्ष्मी, कुबेर सहित तैंतीस कोटि देवी देवता का निवास होता है। पारद शिवलिंग को घर में स्थापित करने से भूमि दोष, पितृदोष, कुलदेवी-देवता दोष, नवग्रह दोष से होने वाली पीड़ा से मुक्ति मिलती है। 

श्री रेलवानी ने बताया कि साथ ही महाशिवरात्रि पर पारद शिवलिंग की पूजा-अर्चना-अभिषेक करने से लडक़े-लड़कियों के विवाह में होने वाली देरी से मुक्ति मिलने के साथ शीघ्र विवाह के योग बनते है। पं. हिरेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि  पारद शिवलिंग और भगवान शिव में कोई अंतर नहीं है। इनका ध्यान करने से मन की चंचलता शांत होती है। पारद में एक अरब गुण होते है। शिवमहापुराण में पारद शिवलिंग के दर्शन, स्पर्श और पूजन से मिलने वाले फल के बारे में कहा गया है।
 


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