कारोबार

शास्त्रीय नृत्य समुदाय में प्रमुख हस्ती बनीं 18 वर्षीय नृत्यांगना मृण्मयी, यात्रा रही प्रभावशाली
21-Oct-2024 4:57 PM
शास्त्रीय नृत्य समुदाय में प्रमुख हस्ती बनीं 18 वर्षीय नृत्यांगना मृण्मयी, यात्रा रही प्रभावशाली

रायपुर, 22 अक्टूबर। एआईडीए के आयोजक ने बताया कि एम.टी. मृण्मयी, 18 वर्षीय भरतनाट्यम नृत्यांगना, शास्त्रीय नृत्य समुदाय में एक प्रमुख हस्ती के रूप में उभरी हैं। कम उम्र में ही स्थापित नींव और प्रतिष्ठित गुरुओं से व्यापक प्रशिक्षण के साथ, उनकी कलात्मक यात्रा प्रभावशाली और प्रेरणादायक दोनों है। प्रशिक्षण और पृष्ठभूमि कम उम्र में ही नृत्य में पारंगत, मृण्मयी ने 2013 में अपने पिता और गुरु, डॉ. जी. रथीश बाबू के अधीन भरतनाट्यम में औपचारिक प्रशिक्षण शुरू किया।

आयोजक ने बताया कि उनके अध्ययन में कलाक्षेत्र की जेनेट जेम्स का मार्गदर्शन भी शामिल है, जिससे उन्हें कला के इस रूप की व्यापक समझ सुनिश्चित हुई। इस दोहरी सलाह ने उनके कौशल और कलात्मक अभिव्यक्ति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रदर्शन की उपलब्धियाँ मृण्मयी ने 7 वर्ष की आयु में अपना मंचीय पदार्पण किया और 6 अप्रैल, 2019 को पद्मभूषण धनंजयन की पावन संगति में अपना अरंगेत्रम पूरा किया। तब से, उन्होंने भारत और विदेशों में विभिन्न मंचों पर 110 से अधिक बार प्रदर्शन किया है, जिसमें उन्होंने अपनी प्रतिभा और समर्पण का प्रदर्शन किया है।

आयोजक ने बताया कि पुरस्कार और मान्यता उनकी उपलब्धियों में शामिल हैं: ष्टष्टक्रञ्ज/संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार से जूनियर छात्रवृत्ति। झूम तराना में प्रथम पुरस्कार, नृत्य मणि पुरस्कार प्राप्त करना। कलावंत प्रतियोगिता और भिलाई स्टील प्लांट प्रतियोगिता में मान्यता। नृत्य पूर्णिमा और नृत्य इलावरासी सहित प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में कई खिताब। मृण्मयी को चेन्नई के कृष्णगणसभा में अपने आयु वर्ग में शीर्ष दस भरतनाट्यम नर्तकियों में से एक के रूप में भी चुना गया है, जो उन्हें शास्त्रीय नृत्य समुदाय में एक उभरते सितारे के रूप में चिह्नित करता है। हाल के प्रदर्शन उनके हालिया प्रदर्शन उनकी बढ़ती प्रमुखता को दर्शाते हैं। उल्लेखनीय कार्यक्रम शामिल हैं: चेन्नई में ञ्ज्रक्क्रस् नृत्योत्सव में लाइव प्रदर्शन। बेंगलुरु में पुनार उत्सव नृत्य महोत्सव 2024 में भागीदारी।

आयोजक ने बताया कि दिल्ली में युवा नर्तकियों के लिए एक उत्सव साधना में प्रदर्शन। ये प्रदर्शन न केवल उनकी कलात्मक कुशलता को दर्शाते हैं, बल्कि विविध दर्शकों से जुडऩे की उनकी क्षमता को भी दर्शाते हैं। निष्कर्ष सुश्री एम.टी. मृण्मयी भरतनाट्यम में एक उल्लेखनीय प्रतिभा के रूप में उभरी हैं। महत्वपूर्ण उपलब्धियों और निरंतर विकास से चिह्नित उनकी यात्रा, उन्हें इस शास्त्रीय कला के संरक्षण और प्रसार में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में स्थापित करती है।


अन्य पोस्ट