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रायपुर, 19 अक्टूबर। एचएनएलयू ने बताया कि वार्षिकोत्सव के उद्घाटन सत्र में श्री जय प्रकाश नौटियाल, द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता और मुख्य राष्ट्रीय कोच, भारतीय पैरा शूटिंग, विशिष्ट अतिथि के रूप में और श्री अनुज शर्मा, पद्मश्री पुरस्कार विजेता और छत्तीसगढ़ राज्य विधान सभा सदस्य, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
एचएनएलयू ने बताया कि भव्यता और उत्कृष्टता का प्रतिनिधित्व करने वाले कोलोसस नाम के महत्व के बारे में बताते हुए प्रो. (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन कुलपति, ने शिक्षा में रचनात्मकता के महत्व पर सर केनेथ रॉबिन्सन के सिद्धांत का सन्दर्भ देते हुए इस विचार को मानव संस्कृति से जोड़ा और कोलोसस को रचनात्मक सांस्कृतिक अभिव्यक्ति के लिए एक मंच का प्रतीक बताया । प्रतिस्पर्धा के बारे में बोलते हुए उन्होंने अफ्रीकी जनजातीय अवधारणा उबंटू का उल्लेख किया, जिसका अर्थ है मैं जो कुछ भी हूं उसके कारण हूं कि हम सभी हैं, कोलोसस जैसे उत्सव द्वारा प्राप्त समुदाय और सामूहिक विकास के मूल्य को मजबूत करने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
एचएनएलयू ने बताया कि विशिष्ट अतिथि श्री जय प्रकाश नौटियाल ने एचएनएलयू समुदाय के भीतर देखे जाने वाले गुरु (शिक्षक) के लिए गहन आदर और सम्मान पर जोर दिया, जो छात्रों और शिक्षकों के बीच मजबूत बंधन को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि अपने शिक्षकों के प्रति श्रद्धा और जुड़ाव की यह भावना जीवन में सफलता की नींव बनाती है। अपने समृद्ध व्यक्तिगत अनुभवों से प्रेरणा लेते हुए, उन्होंने 1988 से एक पैरा-शूटिंग कोच के रूप में अपनी यात्रा के बारे में प्रेरणादायक उपाख्यानों को साझा किया।


