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रायपुर, 19 अक्टूबर। रायपुर के कमल प्रसाद कसार ने बताया कि उनके पिता पहलवान स्व.श्री कन्हैयालाल जी कसार रायपुर कॉन्वेंट उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालयों के संस्थापक की 22वीं पुण्यतिथि मनाने आज हम सब उपस्थित हुए है। उन्होंने 70 वर्ष की आयु में शुक्रवार दिनांक 18/10/2002 को रात्रि 9.30 मिनट पर अंतिम सांस ली थी। आपका जन्म सत्तीबाजार रायपुर में हुआ था। आपके पिताजी का नाम श्री दयाराम कसार तथा माता जी का नाम श्रीमती मुलिया बाई था।
श्री कसार ने बताया कि आपके पिता श्री दयाराम कसार जी ख्याति प्राप्त पहलवान थे। उन्हीं का अनुसरण करते हुए पहलवान बन गये और खूब नाम कमाये। आपकी पत्नी का नाम श्रीमती मनोरमा कसार था । आप जब 09 वर्ष के थे तभी उनके पिताजी का देहान्त हो गया। तब बड़े भाई मात्र 11 वर्ष के थे ।
श्री कसार ने बताया कि आप 09 वर्ष की उम्र से ही सत्तीबाजार व्यायाम षाला जाने लगे थे। आज से 98 वर्ष पूर्व जब छुआछुत का काफी बोल-बाला था उस समय भी सभी जाति, धर्म के लोगों को कुश्ती सिखाते थे। घर में जब वे जाते उनकी माता जी उन्हे बाहर से स्नान कर घर में कदम रखने को कहती थी। छुआछुत की परवाह किये बिना सबको गले लगाया।
श्री कसार ने बताया कि 80 वर्ष पूर्व रायपुर शहर में 07 व्यायाम शाला थे जैसे बढ़ईपारा व्यायाम शाला, बंजारी चौक व्यायाम शाला, जैतुसाव मठ व्यायाम शाला, दन्तेश्वरी व्यायाम शाला , शुक्रवारी बाजार व्यायाम शाला , जोरापारा व्यायाम शाला, नयापारा व्यायाम शाला, आपके सभी अखाड़े के उस्तादों से काफी मित्रवत् व्यवहार रहा।
श्री कसार ने बताया कि आपके गुरू स्व. श्री आलोपी पहलवान जी थे । जो कानपुर के जाने-माने कुष्ती के उस्ताद थे। कुश्ती के प्रति रूझान को देखकर श्री आलोपी पहलवान ने स्व. श्री कन्हैयालाल जी कसार को कुश्ती के अनेकों दांव-पेंच सिखाये।


