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रामकृष्ण केयर में अत्याधुनिक बाइपास मशीन द्वारा ट्रांसप्लांट एवं जटिल बीमारियों का सफल इलाज
रायपुर, 17 जून। अत्याधुनिक चिकित्सकीय सेवाओं के लिए विश्वसनीय संस्थान के रूप में पहचान बना चुके रामकृष्ण केयर हस्पताल में हार्ट ट्रांसप्लांट और यूरो रोबोटिक सर्जरी की शुरूवात की गई।
इस अवसर पर डॉक्टर ए. नागेश, कंसल्टेंट सीटीव्हीएस एंड हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जन ने कार्डयिक सर्जरी द केडावरिक हार्ट ट्रांसप्लांट के एडवास पद्धति के संबंध में चर्चा करते हुए बताया कि जब हार्ट कुशलता से काम करने लायक नहीं रहता है और किसी व्यक्ति का जीवन संभावित रूप से खतरे में हो तो हार्ट ट्रांसप्लांट (हृदय प्रत्यारोपण) की आवश्यकता पड़ती है।
जब मरीज का गंभीर हार्ट फेलियर हो, शरीर से चारों और पर्याप्त रक्त पंप करने में परेशानी हो रही हो और उसका हृदय प्रत्यारोपण के बिना जीवित बचना संभव नहीं हो।
उन्होंने बताया कि हार्ट ट्रांसप्लांट के दौरान हार्ट बाइपास मशीन आपके रक्त को प्रसारित करती रहेगी। आपरेशन से क्षतिग्रस्त हिस्से को हटा दिया जाता है। और मुख्य धमनियों से जोड़ दिया जाता है। एक हृदय प्रत्यारोपण सामान्यत: छ: से आठ घंटे में होता है। इसके बाद भी काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। एडवांस उपचार सिस्टम से जोखिम कम जरूर हो गए हैं पर खत्म नहीं हुए हैं। इसके लिए ट्रांसप्लांट सेंटर में लगातार फालोअप अपाइमेंट की जरूरत होगी।
छत्तीसगढ़ के सर्वप्रथम रोबोटिक सर्जरी मशीन की स्थापना रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में की गई है। अब तक 100 से भी अधिक अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में किए जा चुके है।
हृदय रोग, किडनी, लिवर, मस्तिष्क संबंधी जटिल से जटिल रोगों के मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज, यहाँ विशेषज्ञ चिकित्सकों व कुशल अनुभवी स्टॉफ के द्वारा होता है।


