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पांचवा वाइटल साइन है पेन, डब्लूएचओ अनुसार दर्द से राहत हर किसी का मूलभूत अधिकार-डॉ. कांठेड़
11-May-2023 2:47 PM
पांचवा वाइटल साइन है पेन, डब्लूएचओ अनुसार दर्द से राहत हर किसी का मूलभूत अधिकार-डॉ. कांठेड़

इंडियन सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ पेन द्वारा स्वास्थ्य जागरूकता

रायपुर, 11 मई। इन दिनों दर्द गंभीर रोगों की श्रेणी में गिना जाने लगा है। ज्यादातर लोगों को किसी न किसी तरह के दर्द की शिकायत रहती है।दर्द में सेल्फ मेडिकेशन है हानिकारक इंडियन सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ पेन के नेशनल सेक्रेटरी डॉ प्रवेश कांठेड़ ने बताया कि भारत में अच्छे डॉक्टर और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होने के बावजूद भी लोगों में पेन मैनेजमेंट को लेकर अवेयरनेस नहीं है। लोग अक्सर सेल्फ मेडिकेशन से अपनी स्थिति को खराब करके हमारे पास पहुंचते हैं। 

हमारे पास आने वाले करीब 80 फीसदी मरीजों का काम दर्द की वजह से प्रभावित होता है। शरीर के किसी हिस्से में दर्द है और बार-बार होता है या महीनों से है तो एक बार पेन मेडिसिन एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए। लोगों को समझने की जरूरत है कि दर्द दो तरह का होता है। पहला ताजा या एक्यूट जो किसी वजह से होकर 2-4 दिन में स्वत: ठीक भी हो जाता है। 

दूसरा लंबे समय से चल रहा असाध्य या क्रॉनिक पेन जो महीनों तक रहकर दिनचर्या गड़बड़ा देता है। मरीजों को इससे निजात दिलाने के लिए चिकित्सा जगत में इंटरवेन्शनल पेन मैनेजमेंट तकनीक का उपयोग किया जाता है। इसमें दर्द के कारण का पता लगा कर दर्द  को पूरी तरह खत्म करते हैं ताकि रोगी सामान्य जीवन जी सके। 

कैंसर जैसी पीड़ादायक बीमारियों में असहनीय दर्द होना आम है। इस तरह की बीमारी में भी इंटरवेन्शनल पेन मैनेजमेंट की तकनीक काफी कारगर है। साथ ही स्पाइन से जुड़ी बीमारियां जैसे स्लिप डिस्क, साएटिका, सरदर्द, ट्राईजेमिनल एवं पोस्ट हरपेटिक न्यूराल्जिया, नसों से जुड़े विभिन्न प्रकार के दर्द के इलाज भी इस पद्धति से किया जाता है।

पहले पशेंट्स के चार वाइटेल ( पल्स रेट, बीपी, रेस्पीरेशन और टेम्प्रेचर) चेक किए जाते थे पर अब डब्लूएचओ ने कहा कि पेन पांचवा वाइटल साइन है। डब्लूएचओ के अनुसार दर्द से राहत किसी भी व्यक्ति का मूलभूत अधिकार है।


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