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रायपुर, 6 मई। आईटीएम यूनिवर्सिटी रायपुर के स्कूल ऑफ लॉ ने द न्यू लेबर कोड्स : प्रोमिसिंग रिफॉर्म्स विषय पर नया रायपुर यूनिवर्सिटी कैंपस में शनिवार को पहले राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया।
उद्घाटन सत्र की शुरुआत मुख्य अतिथि जस्टिस सचिन सिंह राजपूत, हाई कोर्ट बिलासपुर, विशेष अतिथि जस्टिस राकेश मोहन पांडेय हाई कोर्ट बिलासपुर, डॉ. अरविंद, डायरेक्टर जनरल वी. वी. गिरी नेशनल लेबर इंस्टीट्यूट नोएडा, आईटीएम यूनिवर्सिटी रायपुर के वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ. सुमेर सिंह एवं डायरेक्टर जनरल लक्ष्मी मूर्ति द्वारा दीप प्रज्वलन और सरस्वती पूजा करते हुए की गई।
स्वागत भाषण में वाइस चांसलर डॉ. सुमेर सिंह ने आईटीएम विश्वविद्यालय रायपुर की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए श्रम संहिता पर राउंड टेबल कांफ्रेंस के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।
डायरेक्टर जनरल लक्ष्मी मूर्ति ने एचआर में लंबे वर्षों के अनुभव और उनकी चुनौतियों को साझा किया और इस बात पर जोर दिया कि नए लेबर कोड का कार्यान्वयन कर्मचारी हितों लिए एक अच्छा इंडिकेटर होगा और इसके प्रावधान मानव संसाधन नीति के लिए प्रमुख दिशा निर्देश होंगे।
मुख्य अतिथि जस्टिस सचिन सिंह राजपूत ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी कानून पूर्ण नहीं होता और एक ही कानून किसी के लिए अच्छा तो किसी के लिए बुरा हो सकता है।


