बीजापुर

बीजापुर, 15 अक्टूबर। आवापल्ली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रबंधन पर एक बार फिर से सवाल खड़ा हो गया है। आरोप है कि मंगलवार को एक मासूम बच्चे की इलाज के अभाव में मौत हो गई है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन लापरवाही की बात से इंकार कर रहा है।
आरोप है कि उसूर ब्लॉक के नेंड्रा गांव निवासी सोमलु हपका का चार वर्षीय बालक हरीश हपका की तबियत बिगडऩे पर उसे नेंड्रा गांव से आवापल्ली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था। यहां परिजन बच्चे को लेकर अस्पताल परिसर में आधे घण्टे तक डॉक्टरों का इंतजार करते रहे, लेकिन डॉक्टर समय पर अस्पताल नहीं पहुंचे। अंतत: परिजन बच्चे को बिना इलाज के वापस लेकर आ रहा थे। तभी वन परिक्षेत्र कार्यालय के सामने पहुंचते ही बच्चे ने दम तोड़ दिया। परिजन बच्चे को लेकर गांव लौट रहे थे। इसी बीच किसी ने अस्पताल प्रबंधन को इसकी सूचना दी। तब जाकर आनन फानन में अस्पताल प्रबंधन ने एम्बुलेंस भेजकर उन्हें गांव भेजवाया।
इस बारे में खण्ड चिकित्सा अधिकारी उसूर उमेश ठाकुर से वास्तविक जानकारी लेने उन्हें कई बार उनके नम्बर पर कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
वहीं इस बारे में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीआर पुजारी से बात करने पर उन्होंने बताया कि घटना सुबह की है। बच्चे की तबियत खराब होने से परिजन उसे पहले कहीं और लेकर गए थे। इसके बाद वे अस्पताल पहुंचते की उससे पहले बच्चे की मौत हो गई।
सीएमएचओ पुजारी ने आगे बताया कि बच्चे की मौत कैसे हुई, ये जांच के बाद पता चल जाएगा।