बीजापुर

बेकसूर पत्रकारों की गाड़ी में गांजा रखवाकर जेल भिजवाने का था आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 अगस्त। पत्रकरों को झूठे केस में फंसा कर जेल भेजने वाला कोण्टा थाना प्रभारी को अंतत: गिरफ्तार कर निलंबित कर दिया गया है। आज अजय सोनकर को उसके खि़लाफ़ दर्ज मामले के बाद सुकमा कोर्ट में पेश किया गया है।
दरअसल, चार बेकसूर पत्रकारों की गाड़ी में गांजा रखवाकर उन्हें झूठे केस में फ़ंसाने वाला मुख्य साजिशकर्ता और थाना प्रभारी अजय सोनकर को सुकमा एसपी ने निलंबित कर दिया है।
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सुकमा के पत्रकारों द्वारा 11 जुलाई को निरीक्षक अजय सोनकर के विरुद्ध शिकायत पत्र प्रस्तुत किया गया था। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए एसडीओपी परमेश्वर तिलकवार को जांच अधिकारी नियुक्त कर जांच शुरू की गई।
जांच में कई अहम खुलासे हुए, जिसमें कोण्टा टीआई ने 10 अगस्त को मध्यरात्रि में जांच के नाम पर आर एनएस लाज जाकर नियम विरुद्ध सीसी टीव्ही फुटेज को अपने कब्जे में ले लिया। इससे सिद्ध हो गया है, कि कैसे टीआई ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए बेकसूर पत्रकारों के गाड़ी में गांजा डलवाकर उन्हें फँसवाया है।
भारतीय न्याय सहिंता की धारा 324,331(2)के तहत टीआई के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर टीआई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं आपराधिक कृत्यों एवं संदिग्ध आचरण के लिए टीआई को निलंबित कर विभागीय जांच की कार्यवाही की जा रही है। कोंटा गांजा केस में पत्रकारों के खिलाफ साजि़श में किसी अज्ञात नेताजी की संलिप्तता
वहीं जेल भेजे गए कोंटा टीआई का एक व्हाट्सअप में लिखा गया एक स्क्रीनशॉट पत्रकारों के हाथ लगा है। स्क्रीन शॉट में लाइन अटैच किए गए कोंटा के तत्कालीन टीआई अजय सोनकर ने उसके खिलाफ़ अपराध दर्ज किए जाने के बाद यह लिखा है।
अजय सोनकर पत्रकारों की गाड़ी में गाँजा प्लांट करने का आरोपी माना गया है। साजि़श से पत्रकार फंसाए गए। अब अजय सोनकर ने लिखा है कि नेता जी को बता देना? मतलब रेत तस्करी के इस मामले में पत्रकारों के पडऩे से नेताजी को दिक्क़त थी उसने टीआई के साथ मिलकर यह कांड किया है!