बीजापुर

तलाश ए नौबहार कार्यक्रम में बीजापुर से चयनित
28-Feb-2022 3:04 PM
तलाश ए नौबहार कार्यक्रम में बीजापुर से चयनित

बच्चें राज्य में करेंगे जिले का प्रतिनिधित्व

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 28 फरवरी
। छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी की ओर से राज्य में पहली बार  तलाश, नौबहार कार्यक्रम अंबेडकर भवन बीजापुर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शहर के नामचीन  शायर  दादा जोकाल, कार्यक्रम के अध्यक्ष अय्यूब खान और विशिष्ट अतिथि के रूप में मौलाना गुलाम कादिर खान  इदरीश खान, अनीश रिज़वी रहे।

पूरे छत्तीसगढ़ में हो रहे इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी बीजापुर जिले के गीतकार पुरुषोत्तम चंद्रकार को दी गई थी। इस ऑडिशन में 3- 3 बेहतरीन शायर और नातगो को राज्य स्तर के कार्यक्रम हेतु चयन करना था। इसके लिये जगदीश झाड़ी, डॉ राज कुमार टण्डन और बीरा राजाबाबू प्रखर निर्णायकों की अहम भूमिका में थे।

कार्यक्रम में शामिल अतिथियों एवं निर्णायको को छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी की ओर से शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यातिथि एवं निर्णायकों को पुष्पगुच्छ भेंट कर की गई । अपने उदबोधन में मुख्यातिथि  सिकन्दर खान जिन्हें काव्य प्रेमी दादा जोकाल के नाम से जानते हैं उन्होंने ने कार्यक्रम में आये जिले के कवि और भविष्य के नातगो  को गज़़ल, गीत लिखने और मंच पर कैसे प्रस्तुति की जाती है कि संबंध में बारीकियां बताकर एक बेहतरीन गज़ल सुनाई।

मंच पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सेवानिवृत्त शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता व ऑल मुस्लिम वेलफेयर कमेटी के अध्यक्ष अय्यूब खान ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुये भविष्य में बीजापुर जिले में कवि सम्मेलन और मुशायरा करवाने की बात कही। विशिष्ट अतिथियो में मौलाना गुलाम कादिर खान, सह कोषाध्यक्ष इदरीश खान व  अनीश रिज़वी  ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी। बीजापुर जिले के नातिया प्रतियोगिता में बच्चों ने अपनी सुरीली आवाज़ में बेहतरीन प्रस्तुति दी। जिसमें प्रथम स्थान  मोहम्मद अख्तर रजा   द्वितीय स्थान मोहम्मद सिबतैन रजा और तीसरे स्थान पर  मोहम्मद अमान रिजवी  को  राज्य स्तर के कार्यक्रम के लिये  चयन किया गया।ऑडिशन के बाद बीजापुर के शायर और कवियों ने भी स्वरचित गीत व गज़़ल सुनाये।

कार्यक्रम के प्रभारी और मंच संचालक व गीतकार पुरुषोत्तम चन्द्राकर ने अपने अनोखे अंदाज में गीत की प्रस्तुति के साथ साथ अपनी चुटीले बातों में सब को हंसाया। कार्यक्रम में निर्णायक  रहे गीतकार व गायक जगदीश झाड़ी, भाषाविद व छत्तीसगढ़ राज भाषा के जिला समन्वयक डॉ राजकुमार टण्डन,कवि बीरा राजाबाबू प्रखर, कवि अमितेश तिवारी और कवि प्रशांत यादव ने ने स्वरचित गज़लें सुनाकर समा बांधा।


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