बीजापुर
पुलिस को नहीं मिला सुराग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 16 फरवरी। यहां कोलकाता से आए ठेकेदार मोहम्मद हाफिज अली के यहां काम करने आई बड़े किलेपाल तुरंगूर की आदिवासी महिला रामवती 5 दिसंबर से अचानक लापता हो गई है। महिला के परिजनों ने बीजापुर थाना में उसकी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। लेकिन अभी तक इस संबंध में पुलिस कोई भी सुराग नहीं जुटा पाई। जिसके चलते आदिवासी समाज के लोग महिला के परिजनों के साथ थाना में गुरुवार के दिन घेराव कर प्रशासन के ऊपर दबाव बनाया।
रामवती के भाई राजू का कहना है कि उसकी बहन के साथ कोई अनिष्ट घटना घटी है। हमने बीजापुर थाना में 5 दिसंबर को एफआईआर दर्ज करवाई थी।उन्होंने कहा कि हमारा शक है कि आरोपी भागीरथी दास और कोलकाता से आए ठेकेदार हाफिज अली ने बहन के साथ कुछ गलत किया है और पुलिस मामले को दबाना चाह रही है। मैं आज स्वयं आरोपी को पकड़ कर थाने लाया हूं जिसे पुलिस लापता बता रही थीं। अब हम पुलिस प्रशासन पर जांच जल्दी पूरा करने के लिए दबाव बना रहे है। बहन को लापता हुए 3 महीने बीत गए हैं।
बीजापुर थाना प्रभारी शशिकांत भारद्वाज ने बताया कि महिला अपनी मौसी के साथ शांतिनगर बीजापुर में रहती थी और महिला बास्तानार की रहने वाली है। ठेकेदार हाफिज अली के यहां काम करने बीजापुर आई थी, लेकिन 5 दिसंबर से वह लापता है और उसी दिन से ड्राइवर भागीरथी दास भी लापता था। गुरुवार के दिन भागीरथी पुलिस गिरफ्त में आया है। अब उससे पूछताछ हो रही है। आगे जांच के बाद ही पता चल पाएगा।


