बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 फरवरी। शुक्रवार को कथित नक्सल पर्चे के विरोध में पत्रकारों ने रविवार को भोपालपटनम स्थित तहसील कार्यालय के सामने सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया। प्रशासन द्वारा पत्रकारों पर कोरोना महामारी का हवाला देते हुए मानसिक दबाव बनाकर धरना प्रदर्शन को रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन बीजापुर और अन्य जिले से आए पत्रकार अपने विचार प्रकट करने के लिए बिना टेंट के ही दिनभर धरना स्थल पर प्रदर्शन करते हुए डटे रहे।
प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों ने आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में सरकारी पैसों का भरपूर दुरुपयोग हो रहा है। पत्रकार द्वारा इन मुद्दों को उजागर कर जनता के सामने लाने का प्रयास करने पर नक्सली संगठन की आड़ में पत्रकारों पर दबाव बनाकर उनके कार्य को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं।
पत्रकारों ने नक्सलियों से अपील की कि अगर यह पर्चा उनके द्वारा जारी नहीं है तो जल्द से जल्द उसका खण्डन करें क्योंकि पत्रकार हमेशा ग्रामीणों की अवाज और उनके हक की लड़ाई लड़ते आए हैं।
पत्रकारों के आंदोलन को समर्थन देने पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा तथा भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार अपने कार्यकर्ताओं के साथ धरना स्थल पहुंचे। धरना स्थल पर गागड़ा ने क्षेत्र में चल रहे भ्रष्टाचार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यहां के मामले पत्रकारों द्वारा जनता के सामने लाने पर क्षेत्र के कुछ चुनिंदा जनप्रतिनिधि और अधिकारियों को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है। पत्रकार क्षेत्र की जनता के हक की लड़ाई में हमेशा अपनी जान जोखिम में डालते हैं। भाजपा ऐसे पत्रकारों का पूर्ण समर्थन करती है।


