बीजापुर
लक्ष्य एक बस्तर श्रेष्ठ की परिकल्पना हो रही साकार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 दिसंबर। कोरोना की चपेट में डेढ़ साल से सुस्त पड़ी शिक्षा व्यवस्था मॉनीटरिंग को प्रभावी किये जाने से चाक चौबंद होने लगी है। संयुक्त संचालक बस्तर के मार्गदर्शन में लक्ष्य एक बस्तर श्रेष्ठ की परिकल्पना को साकार करते हुए बीजापुर ब्लॉक में रोजाना 25 से 30 स्कूलों की मॉनिटरिंग होने से शिक्षा गुणवत्ता की दिशा में व्यापक परिवर्तन देखा जा रहा है।
बीजापुर ब्लॉक में बीईओ बीआरसी के नेतृत्व में संकुल प्राचार्य संकुल समंवयक के द्वारा रोजाना स्कूलों की मॉनिटरिंग योजना बद्ध रूप से की जा रही है। मॉनिटरिंग के दौरान सुबह 10 बजे स्कूल निरीक्षण किया जा रहा है। जिससे समय पर शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित हो रही है। स्कूलों में अब प्राथमिकता के साथ कक्षा अवलोकन में बच्चों के गुणवत्ता स्तर औऱ शिक्षकों की कार्यप्रणाली औऱ दस काम की प्रगति का आकलन किया जा रहा है। पाठ्यक्रम अनुरूप गतिविधियों में प्रगति का आकलन कर रिपोर्ट ब्लॉक स्तर पर तत्काल भेजने की जिम्मेदारी तय की गई है। इस व्यवस्था का प्रभावी और सकारात्मक परिणाम देखा जा रहा है जिसके चलते स्कूलों का संचालन समयबद्ध होने के साथ साथ शैक्षणिक गतिविधियां भी गति पकडऩे लगी है।
बीजापुर ब्लॉक में 23 संकुल केंद्रों में सभी सीएसी रोजाना एक स्कूल का ओपेनिंग टाइम 10 बजे अवलोकन कर 11 बजे तक रिपोर्ट व्हाट्सएप के माध्यम से ब्लॉक में भेज रहे हैं इससे व्यवस्था में व्यापक सुधार देखा जा रहा है। संकुल प्राचार्य भी अपने संकुल अंतर्गत एक स्कूल का निरीक्षण कर रिपोर्टिंग कर रहे हैं।
ब्लॉक के बीईओ बीआरसी भी सप्ताह में 4 दिन मोनिटरिंग कर शैक्षणिक व्यवस्था की रिपोर्टिंग जिला संभाग और राज्य स्तर पर कर रहे हैं। मोनिटरिंग की इस प्रभावी व्यवस्था से स्कूलों और बच्चों के स्तर में गुणात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहा है।


