बेमेतरा

तीन महीनों में आग लगने की 35 घटनाएं, जिले में दो फायर ब्रिगेड एक्टिव
14-Apr-2025 3:44 PM
तीन महीनों में आग लगने की 35 घटनाएं, जिले में दो फायर ब्रिगेड एक्टिव

बाकी वाहनों के लिए कहीं ड्राइवर नहीं तो कोई खराब, एक थाने में 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
बेमेतरा, 14 अप्रैल।
जिले में 11 नगर पंचायत, 4 जनपद पंचायत, 425 ग्राम पंचायत और 683 ग्राम पंचायतों व वार्डों के बीच केवल दो दमकल वाहन उपलब्ध हैं। कहने के लिए जिले के 6 निकायों के पास अपना एक-एक फायर ब्रिगेड वाहन है पर वाहन चालक व काम करने वालों की कमी की वजह से संबंधित निकायों के जिम्मेदार आग बुझाने के लिए बुलाए जाने पर हाथ खींच लेते हैं। ऐसे में नगर सैनिक अमले के पास पूरे जिले में आगजनी की घटना होने पर मौके पर पहुंचकर आग बुझाने की चुनौती है। जिले में बीते 3 माह के दौरान 35 से अधिक आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं, जिस पर टीम ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया है।

जानकारी हो कि जिला गठन के 13 साल से अधिक समय बीत जाने को बाद भी जिले के 11 नगरीय निकायों के पास आगजनी की घटना होने की स्थिति में अपने नगर में बचाव के लिए संसाधन नहीं हैं। कहने के लिए जिले के केवल 6 निकाय परपोड़ी, साजा, खम्हरिया, बेरला, मारो व नवागढ़ के पास दमकल वाहन रिकॉर्ड में हैं, जो समय आने पर उपलब्ध नहीं हो पाते। 
‘छत्तीसगढ़’ द्वारा पड़ताल की गई, जिसमें बताया गया कि नवागढ़ का दमकल वाहन बीते कई साल से नांदघाट के थाना में जब्त है। कागजी दस्तावेज की कमी की वजह से वाहन निकाय ने कोर्ट से वाहन नहीं लिया है। इसके साथ ही मारो में वाहन चालक नहीं होने की वजह से केवल देखने का काम आ रहा है। बेरला, साजा, खम्हरिया में चालक हैं पर हेल्पर नहीं है। बचत एक दो निकाय में दमकल है, जो अपने क्षेत्र के दायरे तक सीमित है।

2018 में  निकायों को 5 दमकल सौंपे गए 
जानकारी हो कि जिला प्रशासन द्वारा 2017-18 के दौरान लगभग पौने दो करोड़ के बजट से 5 दमकल वाहन खरीदे गए। इन वाहनों को 8 जनवरी 2018 को निकायों को सौंपा गया था। तब बेमेतरा नगर, नगर पंचायत थानखम्हरिया को एक दमकल वाहन, मारो को एक, बेरला, परपोड़ी व साजा नगर पंचायत को एक-एक वाहन सौंपे गए थे। इसके अलावा एक वाहन बेमेतरा नगर पालिका को दिया गया था। नगर पालिका दमकल वाहन द्वारा उक्त वाहन को जिला नगर सेनानी को सौंप दिया गया था। 

सभी दमकल वाहनों की मरम्मत, डीजल, कार्यशील व्यय की जिम्मेदारी नगरीय निकायों को सौपी गई थी। बेरला नगर पंचायत में उपलब्ध दमकल वाहन चलाने के लिए वाहन चालक ही नहीं है। निकाय में इसके लिए व्यवस्था नहीं हो पा रही है। इसी तरह साजा में भी वाहन चालक की कमी है। परपोड़ी नगर पंचायत का दमकल वाहन पुराना होने की वजह से बार-बार खराब रहता है।

लोगों की लापरवाही भारी पडऩे से घटना बढ़ी 
गर्मी के दिनो में गेहूं व अन्य फसल काटने के बाद किसान अवशेष जला देते हैं, जिससे इन दिनों आग लगने की घटना अधिक हो रही है। बीते दिनों ग्राम बैजी में अवशेष जलाने के बाद पंप हाउस में आग लगने से किसान को करीब 3 लाख का नुकसान हुआ।

जिला नगर सेनानी पर काम का दबाव 
बताना होगा जिला नगर सेनानी के पास आग पर काबू पाने के लिए दो दमकल वाहन उपलब्ध है, जिस पर पूरे जिले की निर्भरता है। जिला नगर सेनानी कार्यालय की ओर से मिली जानकारी के अनुसार दमकल वाहन के लिए दल कम है। कुल 11 जवान सेवारत हैं। काम के दवाब की वजह से टीम को 2-2 सिफ्ट में काम करना पड़ता है। बीते 2024 के दौरान जिले में 100 से अधिक आग लगने की घटना हुई थी। इससे पूर्व सत्र में 127 प्रकरण हुए थे। वहीं 2025 के गत तीन माह के दौरान 35 से अधिक आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं।

फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची थी -जितेन्द्र साहू
साजा जनपद पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र साहू ने बताया कि बीते दिनों ग्राम मोहतरा में आकाशीय बिजली गिरने से पेड़ व आसपास आग लगने से थानखम्हरिया की फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची थी। उनके प्रयास से आग पर काबू पाया गया था। अन्यथा बेमेतरा की टीम बुलानी पड़ती।

 

10 किलोमीटर से लेकर 70 किलोमीटर तक सेवा देने का दबाव 
बताना होगा कि जिले के नवागढ़ विधानसभा के किसी भी निकाय के पास एक भी दमकल नहीं है। बीते दिनों पुटपुरा में देर रात एक दुकान में आग लगने के बाद बेमेतरा नगर सैनिक की टीम व वाहन पहुंचा था। करीब 40 किलोमीटर दूर घटना स्थल पर पहुंचने में समय लगता है। 

बताया गया कि मारो व नवागढ़ में फायर ब्रिगेड होने से इस तरह की स्थिति से बचा जा सकता है। दूरस्थ गांव यानी नवागढ़ व परपोडी क्षेत्र में घटना होने की स्थिति में वाहन पहुंचने में समय लगता है।

कलेक्टर रणबीर शर्मा ने बताया कि जिले में दो फायर ब्रिगेड हैं, जिनकी आगजनी की घटना में सेवा ली जाती है। वहीं समय पर दीगर जिलों से भी वाहन बुलाया जाता है।


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