बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 दिसंबर। जिले के चारों ब्लाक में कक्षा पांचवी के 17151 विद्यर्थियों व कक्षा आठवी के 13444 विदयार्थीयों को इस बार बोर्ड की परीक्षा देनी पड़ेगी। केन्द्र स्तर पर लिए गए निर्णय व राजपत्र में प्रकाशन के बाद 14 साल बाद पांचवी व आठवीं की बोर्ड परीक्षा का रास्ता साफ हो गया है। जिले में 30 हजार से अधिक विद्यर्थियों को जनरल प्रमोशन के बजाय पास होकर अगले कक्षा में जाना होगा। हालांकि विद्यर्थियों को पास होने के लिए अवसर दिया जाएगा।
भारत सरकार द्वारा नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा के अधिकार के तहत 1 अप्रैल 2010 से 6 से 14 साल के विद्यर्थियों को कक्षा पहली से आठवीं तक फेल नहीं किया जाने का निर्देश जारी किया गया था। इसके बाद से सत्र 2010-11 सें कक्षा 5 वीं व 8 वीं की बोर्ड परीक्षा समाप्त कर दी गई थी। अब नवंबर माह में विद्यर्थियों की शैक्षक्षिक गुणवत्ता पर होने वाले असर को देखते हुए केन्द्र सरकार द्वार नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम में संशोधन किया गया है जिसके अनुसार दोनों कक्षा के लिए परीक्षा अनिवार्य किया गया है। वहीं परीक्षा में फेल होने वाले विद्यर्थियों के लिए दो माह के भीतर फिर से परीक्षा आयोजित कर अवसर देने, फेल करने या कक्षा मेें रोकने, प्रारंभिक शिक्षा पूर्ण होने तक स्कूल से नही निकालने से संबधित प्रावधान करते हुए परिवर्तन किया गया है। जारी सत्र में प्राथमिक व पूर्वमाध्यमिक यानी मीडिल कक्षाओं के शैक्षणिक स्तर को सुधारने के लिए प्रयास किया जाना है, जिससे शासकीय व अशासकीय स्कूल में बोर्ड परीक्षा लेने की तैयारी करने के लिए ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है।
बेमेतरा, साजा, बेरला, नवागढ़ ब्लाक में दोनों परीक्षा के 30 हजार से अधिक विद्यार्थी इस बार बोर्ड परीक्षा दिलाएंगे। जिसमे कक्षा पांचवी में 171151 एवं कक्षा 8 वी में 13444विद्यार्थी होंगे। मार्च 2025 परीक्षा होने की स्थिति को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को बोर्ड परीक्षा के लिए केन्द्र का निर्धारण करने का निर्देश दिया गया है, जिसके अनुसार कक्षा पांचपी के लिए 914 परीक्षा केन्द्र व कक्षा आठवीं के लिए 521 परीक्षा केन्द्र समेत 1435 परीक्षा केन्द्र होगा।
मीडिल
एक नजर - प्राथमिक स्कूल - 914, मीडिल स्कूल - 521, जिले में स्कूल की संख्या -1644, जिलें में परीक्षा केन्द्र -1435, पांचवी के विद्यार्थी- 17151, आठवीं के विद्यार्थी - 13444।
10-12 वीं बोर्ड की तरह होगी परीक्षा
14 साल पूर्व की तरह ही अब दोनों कक्षाओं की परीक्षा कक्षा 10वीं व कक्षा 12 वीं की तरह ही आयोजित की जाएगी। जिसमें परीक्षा के लिए समय सारणी बोर्ड द्वारा जारी किया जाएगा। साथ ही परीक्षा प्रत्येक सत्र के मार्च माह में नि:शुल्क लिया जाएगा। परीक्षा के दौरान दीगर स्कूल के शिक्षक को केन्द्राध्यक्ष बनाया जाएगा। प्रश्नपत्र का मूल्यांकन के लिए केन्द्रीय मूंल्याकंन केन्द्र बनाया जाएगा। जिसका मूल्याकंन केन्द्राध्यक्ष निकट के स्कूल के कक्षा 5 वीं व कक्षा 8 वीं पढ़ाने वाले क्षिक्षकों से कराएंगे।
कक्षा पांचवी व कक्षा आठवीं के लिए 14 साल बाद बोर्ड परीक्षा आयोजित करने को लेकर पत्रिका द्वारा पालक व शिक्षकों से बात की गई। पालक सुभेस मिश्रा ने बताया कि करोना काल के बाद शिक्षा का स्तर कमजोर हुआ है जिसे देखते हुए इस तरह का निर्णय लिया जाना जरूरी हो गया था। पालक भी चाहते हैं बच्चे अच्छे व गंभीरता पूर्वक पढ़े जिससे बच्चों के लिए बेहतर हो सके। पालक रवि वर्मा ने कहा कि अच्छी बात है बच्चों के भविष्य को देखते हुए। पालक धनेष कुमार ने कहा कि बच्चे स्कूल जाने व पढऩे में अधिक संक्रिय होंगे। शिक्षक नूतेश चंद्राकर का कहना है कि सरकार के निर्णय की वजह से पूर्व की अपेक्षा अब बच्चे और बेहतर करने का प्रयास करेंगे ।
शिक्षका सोनाली शर्मा मानती हं कि बोर्ड परीक्षा होने से बच्चों में परीक्षा देने का ललक पैदा होगी। प्रो.लक्ष्मीनरायण साहू ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्राथमिक स्तर से होने वाले इस प्रयास से भविष्य में बेहतर रिजल्ट आएगा। कक्षा पांचवी व कक्षा आठवीं में अब बोर्ड परीक्षा लिया जाएगा। सहायक संचालक शिक्षा सुखसागर प्रसाद कोसले के कहा कि जिले के चारों ब्लॉक में परीक्षा केंद्र बनाने के लिए कहा गया है। मार्च में परीक्षा होने की संभावना है।


