बेमेतरा
स्पोकन इंग्लिश के महत्व पर डाला प्रकाश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 6 अगस्त। डाइट में विकासखंड स्तरीय स्पोकन इंगलिश के पाँच दिवसीय कार्यशाला में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के व्याख्याता थलज कुमार साहू ने स्पोकन इंग्लिश के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
उन्होंने कहा कि आज का युग प्रतिस्पर्धा का है अगर हम और हमारे बच्चे अंग्रेजी नहीं जानेंगे या समझेंगे तो वह इस दौड़ में अपने आपको बहुत पीछे महसूस करेंगे।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजी बोलना अब बहुत सरल हो गया है। कुछ बातों का पालन करने से आप अंग्रेजी बड़ी आसानी से बोलना सीख सकते हैं। किसी कक्षा में आप अध्यापन करने जाते हैं तो पूरी तैयारी करके और योजना बद्ध तरीके से अध्ययन करके जाना है। आप अंग्रेजी में बोलना शुरू कीजिए, भले ही उसमें गलतियां हो। इन्हीं गलतियां को आप बाद में सुधार कर आप अंग्रेजी के अच्छे टीचर बन सकते हैं। शब्दों से नहीं छोटे-छोटे और सरल वाक्यों से बोलना शुरू करें। एकल शब्दों के बजाय वाक्यांश से बोलना सीखे।
स्पोकन इंग्लिश प्रशिक्षण की प्रभारी श्रद्धा तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ी, हिन्दी के साथ हमें अंग्रेजी की बारीकियों को सीखना भी अनिवार्य है। तभी हम विद्यालय में अंग्रेजी को बच्चों तक सरलता से गतिविधियों के माध्यम से पहुँचा सकते हैं।
डाइट व्याख्याता राजकुमार वर्मा ने कहा कि अंग्रेजी को हौवा न समझे। इस कार्यशाला में हमें बताया जायेगा कि अंग्रेजी हमारे लिए किस तरह आसान है, और दैनिक बोलचाल में हम बहुत से अंग्रेजी भाषा के शब्दों को और वाक्यों को हम बोल सकते है। साथ ही अपने बच्चों को सीखा सकते है। डीआरजी विश्वनाथ शर्मा ने कहा कि हमें निरंतर कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए। साथ ही साथ बच्चों को नया सीखने के लिए हमेशा प्रेरित करते रहना चाहिये। मास्टर ट्रेनर्स अशोक कुमार साहू ने कहा कि हमें अन्य भाषाओं की तरह अंग्रेजी को भी बिना संकोच एवं डर के बोलना चाहिये।
अजीम प्रेमजी फाउन्डेशन से मास्टर ट्रेनर्स श्रेया दुबे के द्वारा स्पोकन इंगलिश के लिए महत्वपूर्ण गोल्डन टीप दिये ।
इस अवसर पर डाइट के वरिष्ठ व्यायाता जीएल खुटियारे, डॉ बसुबंधु दीवान, यमुना जांगड़े, कीर्ति घृतलहरे, अमिंदर भारती, नागेंद्र शर्मा, कमलेश शर्मा, सत्येंद्र मिश्रा, सरस्वती साहू, पूनम पाण्डेय, प्रशिक्षण की प्रभारी श्रद्धा तिवारी सहित 59 शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे।


