बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 23 दिसंबर। पूर्ववर्ती सरकार की एक और योजना अंतिम सांस गिनने की स्थिति में है। महिलाओं द्वारा संचालित करने के लिए तैयार किया गया सी मार्ट स्टोर योजना कांग्रेस के समय से ही निजी हाथों में चला गया है। जिला मुख्यालय में संचालित सी मार्ट टेंडर के बाद निजी संस्था द्वारा संचालित किया जा रहा है। संस्था द्वारा रीपा व जिले की महिला स्वसहायता समूह का उत्पाद के साथ -साथ अन्य उत्पादों की बिक्री हो रही है।
जानकारी हो कि जिले में 13 मई 2022 को भारी उत्साह के साथ प्रारंभ किया गया सी मार्ट में जिले व जिले के बाहर की महिला स्वसहायता समूह व गृह उद्योग का उत्पाद के लिए सुपर बाजार की तर्ज पर प्रारंभ किया गया था। तब बिहान के तहत महिला समूहों को संचालन के लिए जिम्मेदारी सौंपा गया था। सी मार्ट के असफल होने की स्थिति व संचालन में आ रही दिक्कतों को देखते हुए चुनाव के पूर्व संचालन की जिम्मेदारी बदल दी गई है। इसके बाद से निजी कंपनियों का उत्पाद भी सी मार्ट में नजर आ रहा है। वर्तमान में महिला समूहों का उत्पाद कम है।
योजना प्रारंभ करते समय ये कहा गया था
गांव में बनने वाले छोटे, बड़े सभी उत्पादों को एक छत के नीचे लाने के लिए जिला मुख्यालय बेमेतरा में सी-मार्ट स्टोर माध्यम से गांव के लोगों और स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पादों का संग्रह उपलब्ध हैं। सी-मार्ट में तकरीबन 50 स्व-सहायता समूहों द्वारा गुणवत्तापूर्ण उत्पादों को बिक्री के लिए उपलब्ध कराया गया था। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों को उनके उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश में सी-मार्ट स्टोर शुरू किए गये था। इससे देशी उत्पादों को शहरों में बड़ा बाजार मिलेगा और स्व सहायता समूह की महिलाओं को मुनाफा मिलेगा।
नहीं नजर आया पापड़, रखिया बड़ी, लाई बड़ी मसाला
चारों विकासखण्ड बेमेतरा, बेरला,साजा और नवागढ़ के महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा गुणवत्तापूर्ण निर्मित प्रमुख उत्पादों के रूप में मसाले, हल्दी, मिर्च, धनिया, आचार, अदौरी बड़ी, रखिया बड़ी, लाई बड़ी, बिजौरी, चावल पापड़, चावल मुरकू, मूंग पापड़ प्लेट, फैंसी सामग्री के रूप में झूमका, चुड़ी, कंगन, सजावटी सामग्री बॉस निर्मित गुलदस्ता, मयूर दीप, मिट्टी सामान, पैरदान, बॉस निर्मित टोकरी, गारमेंट में रूमाल, आदि उत्पादों सहित अगरबत्ती, कुमुदनी मोमबत्ती, सूर्यमुखी मोमबत्ती, दीया, चप्पल से लेकर अन्य सामग्रियों की बिक्री किया जा रहा था, जो आज कम हो गया या नजर ही नहीं आया है।
चल नहीं पाई सी मार्ट की दुकानदारी
सी मार्ट को लोकप्रियता कम मिलने की वजह से योजना प्रांरभ होने के डेढ़ साल के भीतर दम तोडऩे लगा था। महिला समूह द्वारा उत्पाद भेजने में रूचि नहीं दिखाने की वजह से इसका संचालन का स्वरूप व नये व लोकप्रिय उत्पादों को शामिल करते हुए संचालित किया जा रहा है।
महिला स्वसहायता समूह का उत्पाद लेने से मना नहीं कर सकते - जीएम
जिला व्यापार एवं उदयोग विभाग के जीएम बी आर निकुम ने बताया कि संचालन का कार्य टेंडर के माध्यम से दिया गया है। अब निजी उत्पाद भी बेच सकते है पर महिला स्वसहायता समूह का उत्पाद बेचने के लिए आए तो संचालक मना नहीं कर सकते। रीपा का उत्पाद भी उपलब्ध कराया जाएगा।
निराकरण कर रहे हैं - लीना कमलेश मंडावी
जिला पंचायत सीईओ लीना कमलेश मंडावी ने जानकारी दी कि अब नोडल उद्योग विभाग के प्रमुख को बनाया गया है। पूर्व में महिला समूह का बकाया राशि का निराकरण किया जा रहा है। बेमेतरा ही नहीं सी मार्ट का संचालन पूरे प्रदेश में बदला गया था।


