बेमेतरा
जिले के तीनों विधायकों को जनता ने दी अपनी राय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 11 दिसंबर। निर्वाचित विधायकों के क्षेत्रों के रहवासियों ने अपने-अपने क्षेत्र में विकास कार्य के लिए कई तरह की उम्मीदें की हैं। ‘छत्तीसगढ़’ ने विधानसभा के रहवासियों से चर्चा कर उनकी अपने विधायक से की गई अपेक्षाओं को जानने का प्रयास किया। ‘छत्तीसगढ़’ के सामने अपनी बातों को रखते हुए जिले के युवा, महिलाओं, जागरूक वर्ग के लोगों ने अपनी बातों को सामने रखते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन व अवैध शराब बिक्री पर रोक लगाने की मांग को प्रमुखता से रखा।
जिले के नवनिर्वाचित विधायक दयाल दास बघेल नवागढ़, दीपेश साहू बेमेतरा, ईश्वर साहू सजा से आम लोगों की भारी उम्मीदें हैं। अपनी अपेक्षाओं को लेकर नवागढ़ विधानसभा के ग्राम मूरता निवासी चंद्रशेखर साहू ने बताया कि ग्राम मुरकुटा सिवनी गांव में बिकने वाले शराब को बंद करना चाहिए, जिससे गांव के माहौल शाम बना रहे। इसी विधानसभा के रनबोड़ निवासी श्यामू साहू का कहना है कि उनके गांव में गौठान एवं स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना करना चाहिए। साथ ही मिडिल स्कूल प्रारंभ किया जाना जरूरी हो चुका है। ग्राम में मीडिल स्कूल, खेल मैदान की दरकार है।
तीनों विधानसभा में नशा मुक्ति के प्रयास हों
नवागढ़ विधानसभा से बिसाहू राम साहू ने कहा कि जिले के तीनों विधायकों से अपेक्षा है कि बेमेतरा जिला नशामुक्त जिला बने। आज गांव-गांव में अवैध शराब बिक रही है। शराब, खनन व रेत माफि या के ऊपर कार्रवाई की जानी चाहिए। हॉस्पिटल बनाना चाहिए।
युवाओं ने कहा कि हर क्षेत्र में काम हो
ग्राम बदनारा निवासी राजेंद्र कुमार चतुर्वेदी के अनुसार नवागढ़ विधानसभा सहित जिले भर में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ क्षेत्र के सभी लोगों को मिलना चाहिए। वृद्धा पेंशन योजना का लाभ हितग्राहियों को दिया जाना चाहिए। ग्रामीण स्तर पर मुक्तिधाम में मुक्ति भवन का निर्माण करने के साथ ही बेजा कब्जा से मुक्त करना चाहिए।
शिक्षा और स्वास्थ्य में पिछड़े जिले को आगे लाएं
शहर के रजत दुबे ने कहा हमारी अपेक्षाएं शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने को लेकर है। जिला बनने के बाद से ही विकास के कार्य तो होते रहे हैं लेकिन शिक्षा और स्वास्थ्य में आज भी बेमेतरा पीछे है। अगर बीमारी बड़ी हो तो सीधा रायपुर रेफ र कर दिया जाता है। जिला अस्पताल में बहुत सी आधुनिक मशीनें हैं, लेकिन उनको चलाने वालों की कमी है। उच्च शिक्षा के लिए जिले सैकड़ों बच्चे पलायन कर जाते हैं, जिसे देखते हुए इस पर विराम लगाया जाना चाहिए और जिले में ही नए तकनीकी और मेडिकल कॉलेज खुलवाएं, जिससे युवाओं को अपने उच्च शिक्षा के लिए बाहर न जाना पड़े। बेमेतरा के शिक्षक नुतेश्वर कुमार चन्द्राकर का मानना है कि बुनियादी शिक्षा को कौशल विकास से जोडऩे वाली योाजना लाई जाए ताकि ताकि युवा नौकरी के अलावा स्वरोजगार की दिशा में अग्रसर हो सकें।
महिलाओं ने कहा- शिक्षा व स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी
बेमेतरा विधानसभा की रहवासी श्रद्धा सोनी ने भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण, किसानों की बीज से लेकर फसल मंडी तक पहुंच की व्यवस्था, महिला सुरक्षा व्यवस्था, महिला गृह उद्योग, विशेष आवश्कता उद्योग में श्रमिक वर्ग की भलाई होनी चाहिए। वार्ड 20 निवासी राधाबाई सिन्हा ने कहा कि शहर के अंदर भी क्लीनिक बने, जिससे लोग जिला अस्पताल जाने से बच सकें। शिक्षा के लिए काम करना चाहिए।




