बेमेतरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 18 अगस्त। जिले में फसल बीमा योजना के तहत किसानों को फसल जोखिम से बचाने के लिए कम समय मिलने के कारण जिले के 17 हजार से अधिक किसानों की कागजी प्रकिया अधूरी है। विभागीय पोर्टल में जिले के 97,383 किसानों का डाटा अपलोड हो पाया है। जिले के सहकारी बैक की विभिन्न शाखाओं में 1 लाख 14 हजार से अधिक किसान हैं। हालांकि किसानों के लिए राहत की बात है कि बैकों के पोर्टल से डाटा अपडेट किया जायेगा।
जानकारी हो कि पीएम फसल बीमा की प्रकिया पूर्व के खरीफ सीजन के दौरान निर्धारित अवधि से देर से प्रारंभ हुई है। देर से प्रकिया प्रारंभ होने के कारण किसान कागजी कार्यवाही के पचड़े में फंसे हुए हैं। किसानों को सबसे अधिक समस्या देर से प्रारंभ हुई प्रकिया के लिए पर्याप्त समय नहीं दिये जाने के कारण हुई है। अब जब समयावधि समाप्त हो चुकी है, जिसके बावजूद बीमा का काम समाप्त नहीं हुआ है।
जिले के 19 सहकारी बैंक की शाखाओं में काटा गया प्रीमियम
जिले के केन्द्रीय बैक की 19 शाखा में बेमेतरा शाखा से 4640, जेवरा में 4296, बालसमुन्द्र में 4876 , बेरला में 6997, खर्रा में 5524, साजा में 5524, साजा में 4269, केहका में 4459, देवकर में 5142, नवागढ में 12886, नांदघाट में 4779, थानखम्हरिया में 8038, ठेलका में 6336, दाढी में 5417, खंडसरा में 5997, भिभौरी में 6551, देवरबीजा में 5986, मारो में 4003, परपोडी में 5487, संबलपुर में 8782 किसानों समेत 114383 कर्जदार किसान व 171 कर्ज नहीं लेने वाले किसान समेत 1146636 किसानों के कुल 135520 हेक्टेयर रकबा का वर्तमान में 97383 किसानों की बीमा कराने की जानकारी मिली।
खानापूर्ति में देरी होने से किसानों को नुकसान - साहू
कृषि मामले के जानकार डॉ. डोशन साहू ने बताया कि जिले में इस तरह की स्थिति का सामना किसानों को पूर्व में ही करना पड़ा है। प्रीमियम कटौती के बाद संबधित संस्था को किसानों का डाटा अपडेट करने में सक्रियता दिखानी चाहिए। नहीं तो देर करने के कारण किसानों को नुकसान हो सकता है।
पोर्टल पर 97383 किसान, जिनका डाटा जमा है
प्राप्त आकड़े के अनुसार कृषि विभाग के पास बेमेतरा तहसील में 23117, बेरला तहसील में 16476, भिभौरी में 5077, देवकर में 6275, नांदघाट तहसील में 12264, नवागढ़ तहसील में 12635, साजा तहसील में 10448 और थानखम्हरिया तहसील में 11031 किसान समेत कुल 97383 किसानों ने अपने 131492 हेक्टेयर की फसल का बीमा कराने का ब्यैारा गुरूवार तक उपलब्ध कराया है। लगभग शेष 17 हजार से अधिक किसानों का डाटा अपडेट होने के बाद ही बीमा कराने वाले किसानों की संख्या में इजाफा हो सकेगा। वहीं दूसरी तरफ जिले की सहकारी समितियों में 114636 किसानों का बीमा का किया गया है। इन किसानों से 138020983 रूपये का प्रीमियम काटा गया है। बहरहाल पोर्टल में किसानों का आंकड़ा एक लाख तक नहीं पहुंच पाया है।
किसानों के खाते से काटी गई प्रीमियम राशि
जिले में किसानों को सबसे अधिक कर्ज देने वाले जिला सहकारी केन्द्रीय बैक मर्यादित दुर्ग की 19 शाखाओं में कर्ज लेने वाले व कर्ज नहीं लेने वाले किसानों के खाते से प्रीमियम की राशि काट ली गई है। आगे की प्रकिया को 15 दिन की अवधि में पूर्ण कराना होगा। 15 दिन के अंतराल में डाटा अपडेट होने से वंचित किसानों को नुकसान होने की स्थिति में जोखिम भरपाई पर सवाल उठ सकते हैं। जिले में प्रीमियम काटे जाने के बाद बीमा कपंनी के खाते में जमा नहीं होने और इस बीच हानि होने पर किसानो को कंपनी और प्रीमियम काटने वाली संस्था के मध्य चक्कर लगाना पड़ा है।
आने वाले दिनों में किसानों की संख्या में इजाफा होगा
प्रभारी अधिकारी कृषि विभाग जितेन्द्र ठाकुर ने बताया कि आने वाले दिनों में किसानों की संख्या में इजाफा होगा। समितियों को डाटा अपडेट करने के लिए 31 तारीख तक समय दिया गया है।