बेमेतरा

सहकारी बैक में कर्ज लेने वाले किसानों की संख्या लाख से पार, पिछले साल से 21 हजार अधिक
11-Aug-2023 8:40 PM
सहकारी बैक में कर्ज लेने वाले किसानों की संख्या लाख से पार, पिछले साल से 21 हजार अधिक

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 11 अगस्त। जिले में जारी खरीफ फसल सीजन के दौरान पहली बार एक लाख से अधिक किसानों ने सहाकरी बैक से 465 करोड़ से अधिक का कर्ज लिया है। कास्तकारी जिले में किसानो ने कर्ज लेकर धान व अन्य फसल लेने में रूचि दिखाई है। इस बार किसानों की संख्या पूर्व सत्र की अपेक्षा 20 हजार अधिक है। वहीं 100 करोड़ रुपए से अधिक कर्ज लिया गया है।

कर्ज माफी की आशा में बढ़ी लोन लेने वाले किसानों की संख्या 

जिले के किसानो को केसीसी लोन देने में सबसे आगे जिला सहकारी केंद्रीय बैक के बेमेतरा, जेवरा, बालसमुन्द्र, नवागढ़, नांदघाट, दाढ़ी, मारो, संबलपुर, बेरला, साजा, देवकर, परपोडी, थानखम्हरिया, ठेलका, भिभौरी, देवरबीजा शाखा में इस बार 275 करोड़ रुपए का नगद, कास्तकारी के खाद व अन्य सामग्री के तौर पर 184 करोड़ समेत 460 करोड़ रुपए का कर्ज देने का लक्ष्य तय किया गया था। जिले के सभी 19 शाखाओं में तय लक्ष्य से अधिक यानी 361 करोड़ 40 लाख रुपए नगद व 104 करोड़ 42 लाख रुपए समेत 465 करोड 82 लाख रुपए से अधिक का कर्ज किसानों ने केसीसी के तौर पर लिया है। आकड़ों को देखा जाए तो लक्ष्य से अधिक नगद रकम व कर्ज इस बार किसानों ने लिया है।

नगद अधिक पंसद करते हैं किसान, खाद बीज कम

शाखा से सबंधित समितियों में किसानों को यूरिया, पोटास, डीएपी व अन्य खाद, बीज भी उधार दिया जाता है पर किसानों ने इस पर कम रूचि दिखाई है। खाद व बीज के बजाय किसानों ने नगद लेने में अधिक रूचि दिखाई है। जिले में 102654 किसानों को कर्ज दिया गया है, जिनके द्वारा लिये गये कुल कर्ज की राशि से 70 फीसदी से अधिक नगद और 30 प्रतिशत से कम ने खाद व बीज लिया है।

नवागढ़ शाखा में 12 हजार से अधिक कर्जदार 

कर्ज लेने वाले किसानों की संख्या के लिहाज से जिले में सबसे अधिक कर्जदर किसान नवागढ़ शाखा से हैं, जहां पर 12050 कर्जदार किसानों ने 49 करोड़ 20 लाख रुपए का कर्ज लिया है। संबलपुर में 7502, थानखम्हरिया में 7028, बेरला में 6802, भिभौरी में 6031, देवरबीजा में 5667, खर्रा 5300, देवकर में 5145, ठेलका में 4925, नादंघाट में 4613, जेवरा में 4322, बालसमुन्द में 4015, मारो में 3874, बेमेतरा में 3860, परपोड़ी में 3829, साजा में 3407 व केहका में सबसे कम 2980 किसानों ने कर्ज लिया है।

जिले के सरकारी बैंक से कर्ज लेने वाले किसानों की संख्या 102654 है। जिले में नगद कर्ज की राशि 36140 लाख, कर्ज में लिए गए खाद-बीज के दाम 10442 लाख व जिले में किसानों द्वारा लिया गया कज 46582 लाख रुपए है।

जिले में धान का रकबा कम करने का लक्ष्य 

जिले में किसानों को धान के बदले दिगर फसल लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। किसानों ने सुगंधित धान, जिंक धान, कोदो कुटकी, रागी, अरहर, उडद, मूंग, तिल, सोयाबीन, मूगंफली, गन्ना, उदयनिकी फसलों के लिए 395 हेक्टेयर के लिए सहमति दी थी, जिसे बढ़ाकर इस बार 1962 किसानों से 1145 हेक्टेयर में धान के बदले दीगर फसल लेने के लिए प्रेरित करने का लक्ष्य तय किया गया है। जिसमें से अब तक 647 किसानों ने 620 हेक्टेयर के लिए सहमति दी है, जिसके बाद भी जिले में धान का रकबा बढ़ा है। बहरहाल जिले में कर्ज लेने वाले किसानों की संख्या में इजाफा हुआ है। वहीं दूसरी तरफ धान के रकबे में भी करीब 5 फीसदी का इजाफा हुआ है।


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