बेमेतरा

बांस के क्षेत्र में सार्थक प्रयोग, विश्व का पहला बम्बू क्रैश बैरियर का निर्माण
11-Nov-2022 2:50 PM
बांस के क्षेत्र में सार्थक प्रयोग, विश्व का पहला बम्बू क्रैश बैरियर का निर्माण

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 11 नवंबर। 
समाधान महाविद्यालय एवं समाधान आई.टी.आई. तथा भव्य सृष्टि उद्योग कठिया के बीच शैक्षिक और औद्योगिक अनुबंध के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन समाधान महाविद्यालय में आयोजित हुआ।
जिसमें समाधान महाविद्यालय एवं भव्य सृष्टि उद्योग के संस्थापक गणेश वर्मा ने अक्षय ऊर्जा के स्रोत प्रकृति एवं पर्यावरण संरक्षण में सहायक, किसानों की आय में वृद्धि करने वाला बांस के अद्भुत और वैकल्पिक प्रयोग और  भव्य सृष्टि उद्योग कठिया बेमेतरा में किया जा रहा हंै। उसकी विस्तृत व्याख्या किए और बताए की विभिन्न रिसर्च में यह प्रमाणित हो चुका हंै कि बांस की तान्यता शक्ति (टेंसाइल स्ट्रेंथ) लोहे से तीन गुना से भी अधिक हंै।  

इसी शक्ति को पहचानते हुए एवं प्रकृति संरक्षण को ध्यान में रखते हुए मैंने बांस पर 5 साल पहले प्रयोग शुरू किया और पाया की बांस अपनी इसी शक्ति और उपयोगिता के कारण अक्षय ऊर्जा का स्त्रोत हैं। व पर्यावरण संरक्षण में सहायक हंै।
 कम लागत में अधिक उत्पादन के कारण किसानें की आय बढ़ाने वाला हंै। तथा सबसे महत्वपूर्ण बात हंै यह बहुत से विनिर्माण कार्यों में लोहे का विकल्प बन सकता हंै।

इस पर मैंने पिछले 5 सालों में विभिन्न प्रयोग किए और अधिकांश प्रयोगों में सफल रहा।   अभी निरंतर प्रयोग और शोधरत हूं। जिसके माध्यम से सीमेंट और लोहे पोल का सस्ता और मजबूत विकल्प बाहुबल्ली जैसा उपयोगी प्रोडक्ट बन पाया।  
केंद्रीय मंत्री नितिन गडक़री ने तीन साल पहले आई आई टी कानपुर और वी एन आई टी नागपुर के विशेषज्ञों को स्टील के विकल्प बांस पर शोध करके बंबू क्रैश बैरियर पर काम करने का आग्रह किए थे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मैंने कई प्रयोग करते हुए क्रैश बैरियर भी बनाया जिसे भारत सरकार के प्रमुख टेस्टिंग सेंटर नेशनल ऑटोमेटिव टेस्ट ट्रैक (नेट्रेक्स), इंदौर ने टेस्ट में सभी क्राइटेरिया में पास कर दिया। यह उपलब्धि मेरी व्यक्तिगत नहीं है, अपितु पूरी धरती के लिये उपलब्धि हंै। ऐसे विकल्प और प्रकृति के अनुकूल कार्य करने की प्रेरणा मध्यस्थ दर्शन सह अस्तित्ववाद के प्रणेता श्रद्धेय नागराज से मिला। यह प्रयोग और उत्पादन पर्यावरण और प्रकृति संरक्षण में अत्यंत सहायक हंै।

केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने भव्य सृष्टि उद्योग के संस्थापक गणेश वर्मा को दिल्ली बुलाकर अपने पूरे टीम के साथ इसकी विस्तृत जानकारी लिए और इसकी सराहना और प्रोत्साहित किए।
इंडियन रोड कांग्रेस और विभिन्न मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए बांस से निर्मित क्रैश बैरियर को उपयोग में लाने के लिए प्रेरित किए और कहा कि यह इको फ्रेंडली, लोहे से सस्ता होने के साथ साथ हजारों लोगों के रोजगार का माध्यम हंै।  अभी 10 से अधिक इको फ्रेंडली प्रोडक्ट का निमार्ण भव्य सृष्टि उद्योग कर रहा हंै, जिसमें से पांच को पेटेंट भी प्राप्त हो चुका हैं।

एक ओर लोहे के उत्पादन व विनिर्माण में जहां अत्यधिक प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग और व्यय होता हंै। वही बांस के उत्पाद और इसके उपयोग से प्रदूषण नहीं होता बल्कि प्रकृति व पर्यावरण का संरक्षण होता हंै। इसके प्रयोग से स्ट्रक्चर एवं विनिर्माण क्षेत्रो में क्रांति आ सकती हंै, इसके उत्पादन से किसानो की आर्थिक स्थिति सुधर सकती हंै।  सम्पूर्ण भारत देश की तरक्की में बांस का उत्पादन, प्रयोग सहायक हंै।

वहीं प्रकृति में संतुलन के लिए भी उपयोगी हंै। इस कार्यशाला में समाधान महाविद्यालय के दो सौ से अधिक विद्यार्थी, प्राध्यापकगण और संचालक अविनाश तिवारी, अवधेश पटेल, बेमेतरा से दिनेश पटेल आदि उपस्थित रहे।
 


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