बेमेतरा
133 बनाना है, 42 सामुदायिक शौचालय का निर्माण पूरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 4 नवंबर। जिले के ग्रामीण इलाकों को स्वच्छ बनाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा संचालित स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांव में व्यक्तिगत परिवारिक शौचालय का निर्माण, सामुदायिक शौचालय का निर्माण, ठोस अपशिष्ट व तरल अपशिष्ट प्रबंधन और ओडीएफ प्लस की योजना तैयार किया गया है, जिसके लिए जिले में अलग-अलग जनपद वार लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिले के चार विकासखंड बेमेतरा, नवागढ़, साजा व बेरला के ग्राम पंचायतों को स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत शौचालय व ग्रांव में दैनिक तौर पर निकलने वाले ठोस व तरल अपशिष्ट के बेहतर प्रबंधन के लिए योजना तैयार कर लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
जिले में 133 सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया जाना है जिसमें से अब तक 42 सामुदायिक शौचालय का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। वहीं 91 का निर्माण किया जा रहा है। जिले में 6334 व्यक्तिगत परिवारिक शौचालय के निर्माण किया जाना है। योजना के तहत जिले को दो सत्र याने 2021-22 और 22-23 के शौचालय बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। अब तक 4837 शौचालय का निर्माण पूर्ण कर लिया गया। वहीं 927 का निर्माण जारी है। इसके आलावा 570 शौचालय का निर्माण प्रारंभ ही नहीं किया गया है। जिले में व्यक्तिगत शौचालय निर्माण की प्रगति इस अभियान के दीगर योजनाओं की अपेक्षा बेहतर स्थिति में है।
तरल अपशिष्ट प्रबंधन में साजा में 49 गांव में कार्य पूर्ण
स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले के 268 गांव में निपटान की व्यवस्था वैज्ञानिक तरीके से करने का लक्ष्य तय किया गया है जिसमें बेमेतरा ब्लाक में 40 गांव का चयन हुआ है जिसमें से आधे में पूर्ण कर लिया गया है। वहीं आधे में काम जारी है। नवागढ़ ब्लाक में 39 गांवो में निर्माण किया जाना है जिसमें 18 में निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया। शेष 21 निर्माण जारी है। बेरला में 47 का निर्माण किया जाना है जिसमें से 19 गांव में निर्माण हो चुका है। 26 गांवो में निर्माण किया जा रहा है। वहीं दो गांव में निर्माण प्रारंभ ही नहीं हो पाया है। जिले में तरल अपषिष्ट प्रबंधन के लिए साजा ब्लाक के सर्वाधिक 142 गांवों का चयन किया गया था जिसमें से 49 गांव में कार्य पूर्ण कर लिया गया है। शेष 93 गांव में निर्माण जारी है। जिले में 268 में से 106 गांव में तरल अपशिष्ट प्रबंधन के कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वहीं 160 में निर्माण जारी है।
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में कमजोर, केवल 33 फीसदी पूर्ण
आम तौर पर दैनिक तौर पर गांवो से निकलने वाले ठोस अपशिष्ट प्रबंधन शहरी इलाके की तर्ज पर करने के लिए यौजना तैयार किया गया है। इस योजना के तहत जिले में पूर्व सत्र में 120 गांवो में कार्य किये गये थे । जारी सत्र में चारों ब्लाक के 322 गांवों में कचरा निपटारे के लिए प्रंबधन किया जाना है पर सत्र के 7 माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अब तक 104 गांव में ही कार्य पूर्ण किया गया। वहीं 218 गांव में इस पर काम किया जा रहा है।
आकड़ों में योजना
व्यक्तिगत परिवारिक शौचालय योजना का लक्ष्य - 6334
पूर्ण शौचालय -4837, अपूर्ण शौचालय 927, अप्रारंभ शौचालय - 570
सामुदायिक शौचालय का लक्ष्य-133, पूर्ण-42, निर्माणाधीन-91
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन लक्ष्य 322 गांव, पूर्ण-104, निर्माणाधीन-218
तरल अपशिष्ट लक्ष्य-268, पूर्ण-106, निर्माणाधीन160


