बस्तर

आश्रम-छात्रावासों के निर्माण की धीमी गति पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी
09-Jul-2021 9:23 PM
आश्रम-छात्रावासों के निर्माण की धीमी गति पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी

   अफसरों से मांगा स्पष्टीकरण   

जगदलपुर, 9 जुलाई। कलेक्टर रजत बंसल ने अंदरुनी क्षेत्रों में आश्रम-छात्रावासों के निर्माण की धीमी गति पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए सभी अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। कलेक्टर श्री बंसल ने आज कलेक्टोरेट के प्रेरणा कक्ष में आदिवासी विकास विभाग द्वारा संचालित किए जाने वाले आश्रम-छात्रावासों के निर्माण के प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त विवेक दलेला, वरिष्ठ कोषालय अधिकारी धीरज नशीने, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एके सिंह सहित निर्माण एजेंसियों के अभियंता सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

कलेक्टर ने कहा कि बस्तर जैसे वनांचल में आश्रम-छात्रावासों का विशेष महत्व है, जहां बच्चों को आवासीय सुविधा के साथ शिक्षा प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि हर्राकोड़ेर, बोदली, और कोलेंग जैसे दुरस्थ क्षेत्रों में स्वीकृत इन आश्रम-छात्रावास के निर्माण से क्षेत्र में शैक्षणिक गतिविधियों में तेजी आएगी, जिससे विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर बेहतर होगा। इन शैक्षणिक केन्द्रों के निर्माण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आश्रम-छात्रावास सहित आदिम जाति कल्याण विभाग के लिए बनाए जा रहे अन्य शैक्षणिक परिसरों के निर्माण के प्रगति की समीक्षा एक-एक कर की और प्रत्येक निर्माण कार्य के लिए समय-सीमा निर्धारित करते हुए स्पष्ट किया कि समय-सीमा के भीतर निर्माण पूरा नहीं होने पर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

कलेक्टर ने इन शैक्षणिक केन्द्रों के निर्माण में गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करने तथा अधिकारियों को निरंतर निर्माण स्थल का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने इन आश्रम-छात्रावासों का निर्माण पूर्ण होते ही तत्काल इनका आधिपत्य लेने के निर्देश भी दिए।


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