बस्तर

आपातकाल लोकतंत्र का काला अध्याय-केदार कश्यप
25-Jun-2021 8:53 PM
  आपातकाल लोकतंत्र का काला अध्याय-केदार कश्यप

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 25 जून। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा है कि भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में 25 जून 1975 को काले दिवस के रूप में याद किया जाएगा। इस दिन पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया था। सत्ता की चाह में कांग्रेस लोकतंत्र की आत्मा को कुचलती आयी है। कांग्रेस का यह चरित्र आज भी नहीं बदला है। देश की नई पीढ़ी को देश में थोपे गये आपातकाल के भयावह दौर की जानकारी होनी चाहिये।

भाजपा जिला कार्यालय में आज आहुत पत्रवार्ता में पूर्व मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि 46 वर्ष पूर्व देश की सत्ता में काबिज रहने की लालसा में  कांग्रेस ने देश को आपातकाल के हवाले कर दिया था। आमजनता के सारे मौलिक अधिकार खत्म हो गये थे। सरकार के खिलाफ बोलना, लिखना प्रतिबंधित था। आपात काल का विरोध करने वाले सीधे जेल की सलाखों के पीछे फेंक दिये जाते थे। 21 महीने तक देश में कांग्रेस सरकार की तानाशाही चलती रही। 21 मार्च 1977 को देश से आपातकाल हटाया गया और उसके बाद हुए आमचुनाव में भारत की जनता ने कांग्रेस को सबक सिखाते हुए सत्ता से बाहर कर दिया।

केदार कश्यप ने कहा कि आपातकाल देश के लोकतंत्र का ऐसा काला अध्याय है, जिससे आज की नई पीढी़ को अवगत कराना ज़रुरी है। इतने बरसों बाद भी कांग्रेस की नीति-रीति नहीं बदली है। जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है,वहाँ आज भी लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या हो रही है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के ढाई साल के शासन में बढ़ती अराजगता इसका उदाहरण है। श्री कश्यप ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश व जनता की के लिये संकल्पित है। कांग्रेस की अनीतियों का विरोध भाजपा के कार्यकर्ता सदैव करते रहेंगे।

पत्रवार्ता के दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष रूपसिंह मंडावी, पूर्व विधायक संतोष बाफना, कमलचंद्र भंजदेव,विद्या शरण तिवारी, योगेन्द्र पांडे,श्रीनिवास मिश्रा, रामाश्रय सिंह,वेदप्रकाश पांडे,दीप्ति पांडे,र जनीश पाणिग्रही,नरसिंह राव,सुरेश गुप्ता, राजेन्द्र बाजपेयी,संजय पांडे,आलोक अवस्थी, अविनाश श्रीवास्तव,बृजेश भदौरिया, राजपाल कसेर,पंकज आचार्य, तेजपाल शर्मा आदि उपस्थित थे।


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