संसदीय सचिव विकास उपाध्यय ने वैज्ञानिकों से विस्तृत चर्चा कर आयोजन की प्रशंसा की
रायपुर, 1 जुलाई। शासकीय नागार्ज ुन विज्ञान महाविद्यालय, रायपुर, छ.ग. के प्राणिशास्त्र विभाग के द्वारा दो दिवसीय राष्टंीय सेमीनार 27 एवं 28 जून 2023 को जैव विविधता पर पर्यावरण का प्रभाव पर छ.ग. राज्य जैव-विविधता बोर्ड के सहयोग से पं. दीनदयाल उपाध्याय सभागृह, रायपुर में आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन छ.ग. राज्य जैैव-विविधता बोर्ड के अध्यक्ष, राक ेश चतुर्वेदी के द्वारा किया गया।
उन्होंने पर्यावरण का विकास एवं जैव विविधता का संरक्षण एवं सतत ् विकास क े लिए चल रहे विभिन्न योजनाओं का उल्लेख किया। सेमीनार के की-नोट स्पीकर प्रोफेसर ए. के. पति, कार्यकारी सदस्य, उडि़सा राज्य उच्च शिक्षा परिषद, न े पिछले पांच बड़े पैमाने पर विलुप्त एवं चल रहे छठवे विलोपन क े बीच अंतर के बारे में जानकारी दी, जो ज्यादातर मानवजनित गतिविधियो का परिणाम है।
द ेश क े विभिन्न प्रदेशों से आए हुए वैज्ञानिकों ने जैव विविधता क े विभिन्न आयामों पर अपने विचार रखे। जैव विविधता के प्रसिद्ध वैज्ञानिक प्रोफेसर एम.एल. नायक न े छ.ग. जैव-विविधता की प्रचुरता एवं इनके विभिन्न तत्वों पर प्रकाश डाला। प्रयागराज से आए डॉ. संदीप के मलहोत्रा ने पर्यावरण सिंक के रूप मे जैव-विविधता की हानि पर परजीवी प्रतिबंध पर प्रकाश डाला। डॉ. शांतनु राय, आई.आई.ई.एस.टी. शिबपुर ने चिरस्थायी पर्यावरण के अनुकूल शैवाल की खेती के विषय में विचार रखे।
डॉ. बी. अंजन कुमार पु ्रस्ती, बरहमपूर वि.वि., ओडि़शा न े बताया कि वर्तमान जीवन शैली तथा मानवजनित कारकों से विभिन्न पर्यावरणीय तनाव का प्रभाव सामान्य रूप से जैव विविधता और विशेष रूप से पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधन पर पड़ता है।
बैंगलुरू से आए श्री अशोक सेनगुप्ता ने कहा क तितलीयॉ पर्यावरण संकेतक क े रूप में अपनी भूमिका क े अलावा महत्वपूर्ण परिस्थिति की तंत्र कार्यों में योगदान द ेती है। एन्टोमॉफेगस कीडों की विविधता और संरक्षण पर तमिलनाडु से आए डॉ. शंकररमन एच. ने अपन े तथ्य रखे। वन्यजीव वैज्ञानिक टी.ई.डी. वक्ता डॉ. गौरी शंकर, बैंगलोर न े किंग कोबरा ओफियोफैगश हन्ना का फाइलोज ेनेटिक अध्ययन तथा संरक्षण पर नई अंतरदृष्टि पर अपने तथ्यों को रखा।
राष्टंीय सेमीनार के द ूसर दिन श्री विकास उपाध्याय विधायक रायपुर पश्चिम ने द ेश क े विभिन्न शहरों से आए वैज्ञानिकों क े साथ विस्त ृत चर्चा की तथा महाविद्यालय क े द्वारा इस प्रकार के सेमीनार के आयोजन करने की प्रशंसा करत े हुए कहा कि इस तरह के राष्टंीय एवं अंतर्राष्टंीय स्तर के सेमीनार आयोजित होते रहे पर जोर दिया तथा हर प्रकार के सहायोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। उनक े साथ जनभीगदारी अध्यक्ष डॉ. विकास पाठक भी उपस्थित थे।