पेरिस, 28 अगस्त। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पी वी सिंधू ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए गुरुवार को यहां विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी चीन की वांग झी यी को 21-19, 21-15 से हराकर बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
बासेल में 2019 में विश्व खिताब जीतने वाली विश्व में 15वीं रैंकिंग की सिंधू को प्री-क्वार्टर फाइनल में जीत हासिल करने के लिए 48 मिनट का समय लगा। इससे उन्होंने चीनी खिलाड़ी के खिलाफ अपना रिकॉर्ड 3-2 कर लिया।
इस 30 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी का सामना क्वार्टर फाइनल में इंडोनेशिया की विश्व की नौवें नंबर की खिलाड़ी पुत्री कुसुमा वर्दानी से होगा। इंडोनेशिया की खिलाड़ी ने इस साल की शुरुआत में सुदीरमन कप में सिंधू को सीधे गेम में हराया था, हालांकि भारतीय खिलाड़ी ने 2022 में एशियाई खेलों के दूसरे दौर के मुकाबले में जीत हासिल की थी।
पांच बार की विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता सिंधू ने शानदार शुरुआत की और तेज स्मैश और नेट विनर की मदद से इंटरवल तक 11-6 की बढ़त बना ली।
वांग ने जोरदार वापसी करते हुए स्कोर 19-19 कर दिया, लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने धैर्य बनाए रखते हुए पहला गेम अपने नाम कर दिया।
दूसरे गेम में सिंधू ने दबाव बनाए रखा और ब्रेक तक एक बार फिर 11-6 की बढ़त बना ली। इसके बाद 57 शॉट तक चली रैली ने कुछ समय के लिए उनकी परीक्षा ली, लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने अपना आक्रामक रवैया बरकरार रखा और मैच जीतने में सफल रही।
सिंधू ने इस प्रकार विश्व चैंपियनशिप में चीन की खिलाड़ियों के खिलाफ अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा। इससे पहले उन्होंने वांग यिहान (2013), वांग शिक्सियन (2014), ली ज़ुएरुई (2015), सुन यू (2017) और चेन युफेई (2017 और 2019) को हराया था।
भारत के ध्रुव कपिला और तनिषा क्रैस्टो ने भी हांगकांग की विश्व में पांचवें नंबर की जोड़ी तांग चुन मान और त्से यिंग सुएट को 63 मिनट तक चले मुकाबले में 19-21, 21-12, 21-15 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
भारतीय जोड़ी ने इससे पहले आयरलैंड के जोशुआ मैगी और मोया रयान को 35 मिनट में 21-11, 21-16 से हराया था। उन्होंने एक गेम से पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते हुए मौजूदा एशियाई चैंपियन जोड़ी को पराजित किया।
तनिषा ने मैच के बाद कहा, ‘‘कुछ महीने पहले हमारा प्रदर्शन थोड़ा खराब रहा था। मुझे लगता है कि हम साथ मिलकर, कदम दर कदम, धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे हैं। आज हमने जिस तरह का खेल दिखाया उससे मैं वाकई बहुत खुश हूं।’’
ध्रुव ने कहा, ‘‘साल की शुरुआत में हमारे लिए दो टूर्नामेंट अच्छे नहीं रहे। कोई तकनीकी समस्या नहीं थी, लेकिन सबसे अहम बात यह थी कि हम एक-दूसरे का साथ देते रहे और अच्छी तैयारी के साथ उतरे। इसका हमें पूरा फायदा मिला और आज हमने दमदार खेल दिखाया।’’ (भाषा)