चंडीगढ़, 19 अप्रैल। एक शर्मनाक ‘गलती’ के तहत महिलाओं की 35 किमी पैदल चाल में प्रतिभागियों ने पूरी दूरी तय किए बिना ही दौड़ पूरी कर ली जबकि राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक राम बाबू ने शनिवार को यहां इंडियन ओपन पैदल चाल प्रतियोगिता में पुरुषों की 35 किमी दौड़ में स्वर्ण पदक जीता।
महिलाओं की 35 किमी पैदल चाल का परिणाम स्पर्धा खत्म होने के घंटों बाद भी जारी नहीं किया गया। आयोजकों ने दावा किया कि तकनीकी कारणों से ऐसा किया गया।
बाद में परिणाम पत्र जारी किया गया तो यह पता चला कि प्रतिभागियों का समय 35 किमी के बजाय 34 किमी के लिए दर्ज किया गया था। इसके लिए कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं दिया गया।
प्रतियोगिता में मौजूद एक अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रतिभागियों द्वारा पूरे किए गए लैप की गिनती करते समय अधिकारियों के बीच गलतफहमी या समन्वय की कमी हो सकती है लेकिन मुझे यकीन नहीं है कि वास्तव में क्या हुआ।’’
इस ‘गलती’ के कारण खिलाड़ियों को विश्व रैंकिंग अंक से वंचित होना पड़ा क्योंकि उन्होंने दौड़ पूरी नहीं की।
रेलवे का प्रतिनिधित्व करने वाली पायल दो घंटा 51 मिनट 48.76 सेकेंड के समय के साथ शीर्ष पर रहीं जबकि पंजाब की मंजू रानी और रमनदीप कौर ने क्रमशः दो घंटा 55 मिनट 34.19 सेकेंड और दो घंटा 57 मिनट 03.94 सेकेंड में 34 किमी की दूरी पूरी की।
यह दूसरी बार था जब तकनीकी मुद्दों ने यहां पैदल चाल स्पर्धा को प्रभावित किया। पिछले साल राष्ट्रीय ओपन पैदल चाल चैंपियनशिप के दौरान ‘गलत रीडिंग’ के कारण विश्व एथलेटिक्स ने प्रतिभागियों के समय में संशोधन किया था। बाद में वैश्विक संचालन संस्था ने 20 किमी पैदल चाल स्पर्धा के सभी परिणामों को पूरी तरह से अमान्य कर दिया था।
एशियाई खेल 2023 में मंजू रानी के साथ 35 किमी पैदल चाल मिश्रित टीम कांस्य पदक जीतने वाले राम बाबू ने दो घंटे 32 मिनट 53.50 सेकेंड में स्पर्धा पूरी की। यह हालांकि दो घंटे 29 मिनट 56 सेकेंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड से काफी अधिक समय है।
इस बीच तमिलनाडु के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सर्विन सबेस्टियन ने पुरुषों की 20 किमी स्पर्धा में अपना दबदबा कायम करते हुए एक घंटा 21 मिनट 46.47 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता। उनका यह प्रदर्शन भारतीय एथलेटिक्स महासंघ द्वारा अगले महीने होने वाली एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए निर्धारित एक घंटा 24 मिनट 50 सेकेंड के पात्रता मानदंड से बेहतर है।
फरवरी में उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों में 20 किमी का स्वर्ण जीतने वाले सबेस्टियन ने कहा, ‘‘इस सत्र में मेरा मुख्य लक्ष्य स्वस्थ और चोट मुक्त रहना है। मेरा अगला लक्ष्य विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा करने की पात्रता हासिल करना है।’’
विश्व चैंपियनशिप की पुरुषों की 20 किमी पैदल चाल की स्वत: पात्रता एक घंटा 19 मिनट 20 सेकेंड है। महिलाओं के वर्ग के यह समय एक घंटा 29 मिनट है।
पेरिस ओलंपियन परमजीत सिंह बिष्ट चौथे जबकि स्वर्ण जीतने के प्रबल दावेदार माने जा रहे राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक अक्षदीप सिंह पांचवें स्थान पर रहे।
महिलाओं की 20 किमी पैदल चाल स्पर्धा का स्वर्ण हरियाणा की रवीना के नाम रहा। उन्होंने एक घंटा 35 मिनट 58.80 सेकेंड का समय लिया। राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता और राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक प्रियंका गोस्वामी दौड़ पूरी नहीं कर पाईं। (भाषा)