राष्ट्रीय
दस साल पहले चलती बस में युवा महिला के साथ क्रूर गैंगरेप और हत्या ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया था. इस कांड ने भारत में यौन हिंसा की उच्च दर की ओर ध्यान भी आकर्षित किया था.
23 साल की ज्योति सिंह और उनके दोस्त 16 दिसंबर 2012 की शाम को बस में सवार हुए. ज्योति पर बेरहमी से हमला किया गया, लोहे की रॉड से मारा-पीटा गया और सामूहिक बलात्कार किया गया. उसके बाद ज्योति को सड़क किनारे फेंक दिया गया. हालांकि, ज्योति सिंह हमलावरों की पहचान करने के लिए काफी समय तक जीवित रहीं. इसलिए उन्हें एक उपनाम 'निर्भया' दिया गया.
दस साल पहले निर्भया के साथ क्या हुआ?
16 दिसंबर 2012 को निर्भया अपने दोस्त के साथ सिनेमा हॉल से घर लौटने के लिए बस में सवार हुई. बस में पहले से कुछ लोग सवार थे. इन लोगों ने निर्भया के साथ बलात्कार किया और बहुत क्रूर तरीके से टॉर्चर भी किया. गैंगरेप और अमानवीय अत्याचार की शिकार इस महिला को बाद में इन लोगों ने सड़क पर फेंक दिया था. जिस दोस्त के साथ निर्भया बस में सवार हुई थी, उस दोस्त को इन आरोपियों ने पहले ही बस से उतार दिया था. इस जघन्य अपराध को झेलने के बाद निर्भया कुछ दिनों तक जीवित रहीं. उन्हें इलाज के लिए सिंगापुर भेजा गया जहां उन्होंने 13 दिन बाद दम तोड़ दिया. निर्भया की मां ने मीडिया को बयान दिया था और कहा था कि मरने से पहले निर्भया ने उनसे यानी अपनी मां से एक वादा लिया था कि वह उसका यह हाल करने वालों को न्याय के कठघरे में लाएगी और उनकी सजा सुनिश्चित करेगी.
अपराधियों का क्या हुआ?
निर्भया मामले ने भारत में विरोध और प्रदर्शनों का तूफान खड़ा कर दिया था. गैंगरेप और हत्या के इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. उनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए. एक आरोपी को नाबालिग होने के कारण कुछ देर हिरासत में रखने के बाद छोड़ दिया गया. एक अन्य आरोपी ने जेल में आत्महत्या कर ली, जबकि बाकी चार को मौत की सजा सुनाई गई. दिल्ली की तिहाड़ जेल में इन दोषियों को फांसी दे दी गई. निर्भया की मां आशा देवी ने उस वक्त कहा था, "आखिरकार मेरी बेटी को न्याय मिला."
आशा देवी ने समाचार एजेंसी एएफपी से बातचीत में कहा, "जाहिर है कि घाव बहुत गहरे हैं और दर्द दूर नहीं होता है. ज्योति को 12 से 13 दिनों तक बहुत दर्द हुआ, लेकिन वो जिंदा थी. मेरी बेटी को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी."
आशा देवी कहती हैं, "एक इंसान किसी दूसरे इंसान के साथ ऐसा कैसे कर सकता है."
दस साल बाद भी महिलाएं डर का शिकार हैं
राजधानी दिल्ली में निर्भया के साथ जघन्य अपराध को एक दशक बीत चुका है, लेकिन दो करोड़ की आबादी वाले इस शहर में अभी भी कई महिलाएं रात में सफर करने से डरती हैं. निर्भया कांड के बाद से उनकी मां आशा देवी महिला सुरक्षा की प्रमुख प्रचारक बन गई हैं. यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार से बचे लोगों के परिवारों के साथ परामर्श, कानूनी लड़ाई में उनका समर्थन करना अब उनका यह काम है.
आशा देवी को अपनी बेटी के लिए संघर्ष, महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों के लिए उनके काम के लिए कई पुरस्कार मिले हैं.
उन्होंने कहा, "मेरी बेटी के दर्द ने मुझे यह लड़ाई लड़ने की ताकत दी." निर्भया मामले ने देश भर में विरोध प्रदर्शनों को भड़का दिया था जिसके बाद देश में बलात्कार के लिए सख्त दंड, ज्यादा से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे और स्ट्रीट लाइट लगाने और कुछ बसों पर सुरक्षा मार्शलों की तैनाती की गई.
एए/वीके (एएफपी)
लखनऊ, 15 दिसंबर | अब कम गम्भीर और बिना ऑपरेशन की जरूरत वाले मरीजों को पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) में ही सभी स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं मिल जाएगी। यहां लगा हेल्थ एटीएम सेहत से जुड़े सभी (60) जांच कर रोग के विषय में जानकारी दे देगा। लखनऊ के एसजीपीजीआई या केजीएमयू के विशेषज्ञ चिकित्सक से भी टेलीमेडिसिन के द्वारा सलाह ली जा सकेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल पर शीघ्र ही यह सेवा शुरू हो जाएगी। इस योजना के तहत सरकार प्रदेश के सभी पीएचसी (4600) पर हेल्थ एटीएम लगाएगी। इन पर जांच करने वालों को सरकार ट्रेनिंग भी देगी। यह व्यवस्था शुरू भी हो चुकी है।
दरअसल स्वास्थ्य क्षेत्र पर मुख्यमंत्री की विशेष निगाह है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज की स्तिथि सुधारने पर जोर दिया।
जानकारी के मुताबिक, केंद्रों में भी इलाज या दाखिले के लिए पहले जैसी मारामारी नहीं होगी, क्योंकि हफ्ते भर पहले योगी सरकार ने 'एक जिला, एक मेडिकल कॉलेज' कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए 6 जिलों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से महोबा, मैनपुरी, बागपत, हमीरपुर, हाथरस और कासगंज में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए निवेशकों को चयनित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जिसने पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए टेंडर जारी किए हैं। इन्हें खोलने में करीब 1525 करोड़ रुपये का खर्च आएगा और केंद्र सरकार सब्सिडी का करीब 1012 करोड़ रुपये भार उठाएगी।
सरकार बिना किसी दुष्प्रभाव के रोगों को जड़ से खत्म करने वाले इलाज की परंपरागत विधाओं पर भी बराबर ध्यान दे रही है। इसके लिए गोरखपुर में प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय निमार्णाधीन है। चंद रोज पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गाजियाबाद के कमला नेहरू नगर में 382 करोड़ की लागत से बने राष्ट्रीय यूनानी केंद्र का भी उद्घाटन किया। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 15 दिसम्बर | दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 157 दर्ज किया गया। जो पिछले कई दिनों के मुकाबले बेहतर है। 157 एक्यूआई मध्यम श्रेणी में आता है। एयर क्वालिटी इंडेक्स के मध्यम श्रेणी में आने पर दिल्ली में ग्रेप 2 के तहत पाबंदियों को हटा लिया गया है, लेकिन ग्रेप 3 के तहत पाबंदियां जारी रहेंगी। इस पर अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर कहा है कि दिल्ली के लोगों ने प्रदूषण को कम करने के लिए बहुत मेहनत की है। जिसके धीरे-धीरे नतीजे आ रहे हैं और अभी प्रदूषण को और भी कम करना है।
फिलहाल जारी ग्रेप 3 की पाबंदियों के अनुसार हर दिन सड़क की सफाई होगी और हर दूसरे दिन पानी का छिड़काव किया जाएगा। इसके अलावा होटलों और रेस्टोरेंट में कोयले या तंदूर के इस्तेमाल पर पाबंदी होगी, अस्पताल, रेल सर्विस और मेट्रो इन जगहों को छोड़कर कहीं भी डीजल जनरेटर का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा। लोग अपनी पर्सनल गाड़ियों के अलावा पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें, इस बात पर भी जोर देते हुए पाकिर्ंग फीस को बढ़ा दिया जाएगा।
एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अक्टूबर और नवंबर में दिल्ली का औसत एक्यूआई 142 एमजीसीएम रहा है। यह 2018 की तुलना में 18 प्रतिशत तक कम है। 2016 की तुलना में 36 प्रतिशत तक कम है। (आईएएनएस)|
तिरुपति, 15 दिसंबर | साउथ सुपरस्टार रजनीकांत ने गुरुवार को तिरुमाला के ऊपर स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना की। अपनी बेटी ऐश्वर्या के साथ, अभिनेता ने सुप्रभात सेवा में भाग लिया। इसके बाद पुजारियों के साथ मिलकर अभिनेता ने विभिन्न अनुष्ठान किए। साथ ही अभिनेता ने मंदिर में अपनी श्रद्धा के अनुसार भगवान से अशीर्वाद लिया।
मुख्य द्वार से अभिनेता अपनी बेटी के साथ मंदिर में पहुंचे और भगवान के दर्शन किए।
हाल ही में रंजनीकांत ने अपना 72वां जन्मदिन मनाया था, इसी खुशी में रजनीकांत अपनी बेटी के साथ अपने जन्मदिन के बाद मंदिर गए।
सुपरस्टार दिन में बाद में कडपा में पेड्डा दरगाह जाएंगे। वह अपनी बेटी के साथ अमीन पीर दरगाह में नमाज अदा करेंगे, जिसे पेड्डा दरगाह के नाम से भी जाना जाता है।
वर्कफ्रंट की बात करें तो, रजनीकांत फिलहाल जेलर फिल्म की शूटिंग में व्यस्त हैं जो कि 2023 की पहली तिमाही में रिलीज होगी। इसके साथ ही अभिनेता अपनी बेटी की फिल्म में भी नजर आएंगे। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 15 दिसम्बर | अरुणाचल प्रदेश में चीनी घुसपैठ का मुद्दा उठाने की इजाजत नहीं दिए जाने के बावजूद कांग्रेस ने गुरुवार को एक बार फिर लोकसभा में स्थगन नोटिस पेश किया। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने अपने नोटिस में कहा, ऐसे महत्वपूर्ण प्रश्न हैं जिन्हें पूछने की आवश्यकता है, ये झड़पें क्यों हो रही हैं, पहले गालवान और अब यांग्त्से? चीनी क्या चाहते हैं? क्या इन आक्रमणों के परिणामस्वरूप हमने चीनियों के लिए कोई क्षेत्र खो दिया है, यदि हां, तो सरकार इसे वापस पाने के लिए कितना और कैसे योजना बना रही है?
नोटिस में कहा गया है कि रिपोर्ट से पता चलता है कि चीन ने बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचा तैयार किया है और एलएसी पर अतिरिक्त सैन्य बल जमा किया है। कम से कम तीन अतिरिक्त पीएलए ब्रिगेड कथित तौर पर एलएसी पर तैनात हैं।
हालांकि बुधवार को इस मुद्दे पर चर्चा से इनकार किए जाने के बाद विपक्ष दोनों सदनों से बहिर्गमन कर गया था। (आईएएनएस)|
प्रयागराज, 15 दिसंबर | बॉलीवुड सुरस्टार शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण स्टारर फिल्म 'पठान' अपने रिलीज से पहले ही खुब सुर्खियों में बनी हुई है। फिल्म का जब पहला गाना 'बेशर्म रंग' रिलीज हुआ है तब से फिल्म विवादों में घिर गई है। इस फिल्म को लेकर अब यूपी के भाजपा कार्यकताओं ने 'बहिष्कार' की मांग उठा दी है, जिसके पीछे की वजह है इस गाने में दीपिका के पहने हुए भागवा रंग के वस्त्र। सबसे पहले इस फिल्म को लेकर मध्य प्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपना बयान दिया था, अब उत्तर प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सनातन संस्कृति का अपमान करने का आरोप लगा कर इस फिल्म को लेकर विवाद खड़ा कर दिया है।
इस मामले में मिश्रा ने कहा है, इस फिल्म का जो यह गाना रिलीज हुआ है इसको बहुत ही गंदे दिमाग का इस्तेमाल करके शूट किया गया है। इस गाने में जो कपड़े पहने हैं दीपिका ने वह बहुत ही अपत्तिजनक हैं। तो ऐसे में या तो गाने को बदल दिया जाए नहीं तो फिल्म को लेकर मध्यप्रदेश में रिलीज से पहले बहुत कुछ देखना पड़ जाएगा।
फिल्म के विषय में बीजेपी नेता राजेश केशरवानी ने कहा है, इस फिल्म के रिलीज नए गाने में दीपिका ने जो कपड़े पहने हैं वह बहुत ही अजीब है और इससे हिंदू धर्म और सनातन संस्कृति का अपमान होता है। बीजेपी नेता ने राज्य सरकार से इस फिल्म को यूपी में बैन लगाने के लिए भी अपना पत्र जारी किया है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने भी गाने में वेशभूषा को लेकर अपना गुस्सा जाहिर किया है। (आईएएनएस)|
हाजीपुर, 15 दिसम्बर | बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब से हुई मौतों पर बयानबाजी जारी है। इस बीच राज्य के उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने एक अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने लोगों से शरीर की क्षमता (स्ट्रेंथ) बढ़ाने की नसीहत दी है। हाजीपुर में उन्होंने कहा कि बिहार में अवैध रूप से शराब नहीं जहर आ रही है, जिसे पीने से लोग मर रहे हैं, यह बिहार के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए शरीर का स्ट्रेंथ बढ़ाना होगा, दौड़ना होगा, स्पोर्ट्स एक्टिविटी में ज्यादा हिस्सा लेना होगा।
एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने कहा कि अगर यह प्रचार किया जाए कि शराब नहीं जहर है, तो लोग उसे पीना छोड़ देंगे। शराब वैसे भी स्लो प्वॉइजन होता है। इससे कई प्रकार का नुकसान होता है। किडनी डैमेज होती है, ब्रेन डैमेज होता है।
उल्लेखनीय है कि सारण जिले में संदिग्ध रूप से 25 ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। कहा जा रहा है कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई है।
इन मौतों के बाद बिहार की सियासत गर्म है। भाजपा शराबबंदी कानून की समीक्षा की मांग कर रही है। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 15 दिसंबर | भीख मांगने से मुक्त कराए गए बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास चलाने के लिए एक नई पहल के तहत यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी)ने लखनऊ नगर निगम (एलएमसी) को पुरानी बस बेचेगी। यूपीएसआरटीसी खराब बस को आरक्षित मूल्य (मूल लागत का लगभग 12 प्रतिशत) पर एलएमसी को बेचेगी।
नगर निगम को सौंपने से पहले यूपीएसआरटीसी बस की मरम्मत और नवीनीकरण करेगा। बस बच्चों के लिए क्लास रूम का काम करेगी।
यूपीएसआरटीसी वही बस देगी जो कम से कम दस साल पुरानी हो और 11 लाख किलोमीटर से अधिक चली हो। (आईएएनएस)|
प्रयागराज, 15 दिसम्बर | इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश के प्रधान सचिव, गृह और पुलिस महानिदेशक को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि अपराधियों का रिकॉर्ड पोर्टल पर डाला जाए। ताकि अदालती मामले में आरोपी के पूरे आपराधिक इतिहास की जानकारी हो सके। अदालत ने कहा कि वर्तमान डिजिटल युग के साथ अब सब कुछ संभव है। यह नहीं कहा जा सकता है कि किसी व्यक्ति का आपराधिक इतिहास एकत्र नहीं किया जा सकता। यदि यह अपडेट नहीं है, तो यह चिंता का विषय है।
न्यायमूर्ति समित गोपाल ने यह निर्देश मारे गए डकैत ददुआ के भाई पूर्व सांसद बाल कुमार पटेल की एक याचिका की सुनवाई करते हुए दिया।
सुनवाई के दौरान राज्य की ओर से मामले में उप-निरीक्षक ब्रह्मदेव गोस्वामी द्वारा दायर एक जवाबी हलफनामे में यह उल्लेख किया गया था कि पटेल का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है।
हालांकि दूसरे वकील ने आपत्ति की और अदालत को अवगत कराया कि आरोपी का 11 मामलों का आपराधिक इतिहास रहा है।
अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास दाखिल करने में विसंगति को देखते हुए न्यायालय ने बांदा के पुलिस अधीक्षक से व्यक्तिगत शपथ पत्र मांगा और उस शपथ पत्र में यह खुलासा हुआ कि पटेल का वर्तमान मामले सहित 27 मामलों का आपराधिक इतिहास है। (आईएएनएस)|
गाजियाबाद, 15 दिसम्बर | गाजियाबाद में ट्रेन से टकराकर 3 लोगों की मौत हो गई है। इनमें दो युवक एक युवती शामिल है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये लोग रील बनाने के लिए रेलवे ट्रैक पर गए थे। तेज गति से आती ट्रेन की चपेट में आकर तीनों की मौत हो गई। घटना गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के कल्लू गढ़ी रेलवे फाटक के पास रेलवे ट्रैक हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज उननकी पहचान का प्रयास कर रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक हादसा बुधवार रात करीब 9 बजे कल्लूगढ़ी फाटक और डासना स्टेशन के बीच में हुआ। पद्मावत एक्सप्रेस गाजियाबाद से मुरादाबाद की तरफ जा रही थी। ट्रेन के लोको पायलट ने बताया कि तीन युवक-युवती ट्रेन की पटरी पर खड़े थे। उनके मोबाइल की फ्लैश लाइट चालू थी, जिससे ये प्रतीत हो रहा था कि वो वीडियो शूट कर रहे हैं। पायलट ने कई बार हॉर्न भी दिया, लेकिन वे हटे नहीं और ट्रेन के चपेट में आ गए।
पुलिस ने बताया कि मरने वाले एक व्यक्ति के मोबाइल की डिस्प्ले स्क्रीन टूट गई, लेकिन वह काम कर रहा था। इस मोबाइल के जरिये एक मृतक की पहचान 25 वर्षीय शकील पुत्र बशीर के रूप में हुई। वो मसूरी में खाचा रोड का रहने वाला था और टैक्सी चलाता था। लेकिन बाकी दो मृतकों की पहचान नहीं हो पाई। पुलिस केमुताबिक लोको पायलट ने पुलिस को जो मेमो भेजा है, उसमें वीडियो बनाने के चक्कर में ट्रेन से कटने की बात लिखी है।
डीसीपी रूरल जोन डॉक्टर ईरज राजा ने बताया कि स्टेशन मास्टर से सूचना प्राप्त हुई की कल्लू गढ़ी रेलवे ट्रैक पर एक युवती और दो युवकों द्वारा रील बनाई जा रही है। तभी तेज रफ्तार पद्मावत एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से तीनों की मौत हो गई। (आईएएनएस)|
बरेली (उत्तर प्रदेश), 15 दिसंबर | बरेली में अगस्त्य मुनि आश्रम के एक पुजारी ने अंतर-धार्मिक विवाह कराने के बाद धमकी मिलने पर सुरक्षा की मांग की है। पुजारी ने 64 से अधिक अंतर-धार्मिक विवाह संपन्न कराए हैं। पुजारी पंडित के.के. शंखधर ने बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अखिलेश चौरसिया से मुलाकात कर सुरक्षा की मांग की। उन्होंने कहा कि छह वर्षों में उन्होंने 64 मुस्लिम महिलाओं की हिंदू पुरुषों के साथ शादियां कराई हैं। इस साल ऐसी 20 शादियां कराई हैं।
शंखधर ने दावा किया कि हाल ही में उसे कुछ युवकों ने एक धर्मस्थल के पास रोका और धमकाया।
पुजारी ने दावा किया कि उन्हें निजी नंबरों से कॉल आ रहे हैं और कॉल करने वाले उनका सिर कलम करने की धमकी दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, मुझे खुद पर हमले का डर है, इसलिए मैं पुलिस से सुरक्षा चाहता हूं।
शंखधर ने कहा कि उन्हें इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह हिंदू पुरुषों से शादी करने वाली गैर-हिंदू महिलाओं के लिए रस्में निभाते हैं और उन्हें शादी से पहले अपना धर्म बदलने में मदद करते हैं।
एसएसपी ने कहा, मैंने शंखधर के आवेदन को स्थानीय खुफिया इकाई के सर्कल अधिकारी को भेज दिया है और उनसे इस पर एक रिपोर्ट देने को कहा है। उन्हें सुरक्षा देने का निर्णय रिपोर्ट के आधार पर लिया जाएगा। (आईएएनएस)|
उन्नाव (उत्तर प्रदेश), 15 दिसंबर | उन्नाव के सफीपुर इलाके में एक दुल्हन ने इसलिए शादी करने से इनकार कर दिया क्योंकि दूल्हा शराब के नशे में था। युवती की शादी कानपुर के एक युवक से होनी थी। जब बारात आई तो वरमाला रस्म के लिए दूल्हा नशे की हालत में मंच पर लड़खड़ाया। दुल्हन ने उसकी हालत देख शादी से इनकार कर दिया और स्टेज से उतर गई।
दोनों परिवारों के सदस्यों ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन उसने यह कहते हुए मना कर दिया, उस आदमी का भविष्य क्या है जो अपनी ही शादी के दिन शराब से दूर नहीं रह सकता।
मामला थाने पहुंचा, जहां दोनों पक्ष शादी से पहले की रस्मों के दौरान एक्सचेंज की गई नकदी और कीमती सामान वापस करने पर सहमत हो गए।
थानाध्यक्ष सफीपुर अवनीश सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों में आपसी समझौता हो गया है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 15 दिसम्बर | दिल्ली एयरपोर्ट पर बढती भीड़ केन्द्र सरकार के लिए भी चिंता का विषय बनी हुई है। सूत्रों के मुताबिक इसी को लेकर केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला गुरुवार को गृह मंत्रालय में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे। गौरतलब है कि हवाई अड्डे पर यात्रियों की लंबी कतारें और चेक-इन में भारी भीड़ के चलते नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी हाल ही में एयरपोर्ट का जायजा लिया था। इसके बाद भीड़ कम करने के कई उपाय किए जा रहे हैं। अब इसको लेकर गृह मंत्रालय भी समीक्षा करने वाला है। सूत्रों ने बताया कि एयरपोर्ट की सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ के पास है। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्रालय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की अध्यक्षता में भीड़ से निपटने के उपायों पर एक उच्चस्तरीय बैठक करने वाला है।
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों सहित एविएशन सचिव, आईबी के डीजी और एयरपोर्ट प्रशासन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहेंगे। इसमें आने वाले दिनों में एयरपोर्ट पर और ज्यादा भीड़ बढ़ने की संभावना को देखते हुए इससे निपटने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ के अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती को लेकर भी निर्णय लिया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में सीआईएसएफ पर पड़ रहे अतिरिक्त बोझ सहित आने वाले त्योहारों पर भीड़ को नियंत्रित करने को लेकर भी अहम चर्चा की जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले दिनों एयरपोर्ट पर भारी भीड़ की कई तस्वीरें वायरल हुई थीं। वहीं ये भी खबर सामने आई थी कि एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) पर भी बोझ बढ़ता जा रहा है। सूत्र ने ये भी बताया था कि सीआईएसएफ कर्मी एयरपोर्ट पर भारी भीड़ के चलते अक्टूबर से ही बिना छुट्टी और साप्ताहिक अवकाश के काम कर रहे हैं। (आईएएनएस)|
तिरुवनंतपुरम, 15 दिसंबर | केरल की राजधानी की व्यस्त सड़क पर 46 साल के सिरफिरे आशिक ने अपनी महिला दोस्त की हत्या कर दी। महिला की उम्र 50 साल थी और दोनों में 12 साल से दोस्ती थी। यह घटना तिरुवनंतपुरम के पेरूरकडा में मुख्य सड़क पर उस समय हुई जब महिला सिंधु टहल रही थी और राजेश ने उस पर चाकू से तीन बार वार किया।
सिंधु को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
राजेश को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है, उसने अपराध कबूल कर लिया और कहा कि दोनों पिछले 12 सालों से रिश्ते में थे लेकिन बाद में वह उससे दूर हो गई थी।
आरोपी राजधानी के उपनगरीय इलाके में जूस की दुकान चलाता है।
पुलिस जांच शुरू कर दी गई है। (आईएएनएस)|
जयपुर, 15 दिसम्बर | राजस्थान के कोटा जिले में कोचिंग के तीन छात्रों द्वारा आत्महत्या करने के बाद प्रशासन ने पुलिस ने छात्रों की मदद के लिए पेट्रोलिंग करने के साथ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। नई पहल के तहत शहर की पुलिस कोचिंग संस्थानों और छात्रावासों में जाकर छात्रों से संपर्क करेगी और उनकी समस्याओं के समाधान का प्रयास करेगी।
कोटा पुलिस ने तीन थाना क्षेत्रों में हेल्पलाइन नंबर जारी कर शाम को पैदल गश्त भी शुरू कर दी है। पुलिस के विशेष जवान कोचिंग सेंटर क्षेत्रों की निगरानी कर रहे हैं।
जिला कलक्टर ने बुधवार को दिशा-निर्देशों के अनुपालन को लेकर बैठक की। इसमें नगर पुलिस अधीक्षक सहित समस्त प्रशासनिक अधिकारी, छात्रावास एवं कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक में कई फैसले लिए गए।
कोचिंग संस्थानों के निरीक्षण के लिए प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। उन्हें हर महीने जिला स्तरीय समिति को रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। वे यह भी सुनिश्चित करेंगे कि कोचिंग संस्थानों में गाइडलाइंस का पालन हो।
यह निर्णय लिया गया है कि किसी भी बैच में 100 से अधिक छात्रों को नहीं रखा जाना चाहिए। कोचिंग सेंटरों के बाहर जरूरी फोन नंबर, हेल्पलाइन नंबर लिखे जाएं। कोचिंग संस्थानों में मेरिट के आधार पर काउंसलरों की नियुक्ति की जाए।
प्रत्येक सप्ताह खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाना चाहिए। प्रवेश के समय छात्रों और अभिभावकों की काउंसलिंग के साथ-साथ मेडिकल और आईटी क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्रों में विकल्पों की जानकारी दी जाए।
कोचिंग संस्थानों में साप्ताहिक अवकाश एवं प्रत्येक दूसरे दिन परीक्षा न कराने का अनुपालन अनिवार्य रूप से किया जाए।
छात्रों के तनाव और अनुपस्थिति की स्थिति में नजदीकी थाने को सूचना दी जाए।
कोचिंग सेंटरों में बायोमैट्रिक सिस्टम अनिवार्य रूप से लागू किया जाए। लापता छात्रों के लिए कोचिंग संस्थान को भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। (आईएएनएस)|
चेन्नई, 15 दिसंबर | तमिलनाडु में अधिकांश जल निकाय मानसून के मौसम में भी अपनी पूरी क्षमता तक नहीं पहुंचने के कारण, किसानों ने राज्य सरकार से स्टोरेज बढ़ाने के लिए वार्षिक डिसिल्टिंग करने की मांग की है। कावेरी डेल्टा किसान संघ के आर इलंगोवन और पी एस सेल्वराज ने आईएएनएस को बताया, "भारी बारिश के दौरान भी राज्य के अधिकांश जल निकाय अपनी पूरी क्षमता तक नहीं पहुंच पाए हैं, क्योंकि गाद निकालने का काम नहीं किया जा रहा है। एक अन्य प्रमुख मुद्दा जल निकायों पर अवैध अतिक्रमणों को हटाना है और सरकार को ऐसे अतिक्रमणों को हटाने के लिए सख्ती से काम लेना चाहिए।"
किसानों ने जल प्रवाह को नियंत्रित करने और मिट्टी के संरक्षण के लिए अधिक चेक डैम के निर्माण की भी मांग की है।
उन्होंने सूखे के दौरान इस पानी के परिवहन के लिए नहरों और पाइपलाइनों के साथ और अधिक पम्पिंग स्टेशनों के निर्माण का भी सुझाव दिया।
तिरुचि के एक किसान कृष्णस्वामी जी ने आईएएनएस को बताया, "(राज्य) सरकार को जल भंडारण सुविधाओं को विकसित करने के लिए राज्य भर में मौजूदा जलाशयों, टैंकों और छोटे तालाबों का उन्नयन करना चाहिए।"
सत्तारूढ़ डीएमके ने अपने चुनावी घोषणापत्र में भूजल स्तर को रिचार्ज करने के लिए अगले 10 वर्षों में पूरे तमिलनाडु में 1,000 चेक डैम और बैराज बनाने की घोषणा की थी। (आईएएनएस)|
अरुल लुइस
संयुक्त राष्ट्र, 15 दिसम्बर | विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर जी20 पर चर्चा की है, जिसका नेतृत्व भारत कर रहा है। जयशंकर ने बुधवार को गुटेरेस से मुलाकात के बाद ट्वीट किया कि उन्होंने भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान साथ काम करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
इस दौरान यूक्रेन-रूस युद्ध पर भी चर्चा हुई और जयशंकर ने ट्वीट किया कि वह गुटेरेस की अंतदृष्टि को महत्व देते हैं।
इससे पहले गुटेरेस ने सुरक्षा परिषद की मंत्रिस्तरीय बैठक में बात की थी। उस दौरान भारत ने परिषद में सुधार पर सबका ध्यान खींचा।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का बहुमत चाहता है कि आज की भूराजनीतिक वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित करने के लिए सुरक्षा परिषद में सुधार किया जाए।
जयशंकर ने परिषद सत्र में भाग लेने वाले मंत्रियों से भी मुलाकात की।
परिषद में बोलते हुए संयुक्त अरब अमीरात की संस्कृति और युवा मंत्री नौरा अल काबी ने सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए भारत का समर्थन किया
जयशंकर ने ट्वीट कर उनका धन्यवाद किया।
उन्होंने पोलैंड के विदेश मामलों के उप मंत्री वोज्शिएक गेरवेल से मुलाकात के बाद ट्वीट किया कि उन्होंने यूक्रेन में संघर्ष पर उनसे विचार-विर्मश किया।
जयशंकर ने अर्मेनिया के विदेश मंत्री अरारत मिजरेयान से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच सहयोग पर चर्चा की। (आईएएनएस)|
एक अंतरराष्ट्रीय शोध में पता चला है कि 21वीं सदी में रहने वाले लोग भी भूत-प्रेत और जादू-टोने में यकीन करते हैं. ऐसा क्यों है?
डॉयचे वैले पर सुजाने कॉर्ड्स की रिपोर्ट-
जर्मनी के कोलोन में रहने वालीं बारबरा कहती हैं, "मैं एक आधुनिक चुड़ैल हूं. मैं अपने इस दावे पर कायम हूं.” मध्य युग में ऐसी बात कहने पर शायद बारबरा को जिंदा जला दिया जाता, लेकिन आज उन जैसे बहुत से लोग हैं जो ऐसे दावे करते हैं.
नवंबर में वॉशिंगटन की अमेरिकन यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले अर्थशास्त्री बोरिस ग्रेशमन ने अपने एक अध्ययन के नतीजे जारी किए. ‘विचक्राफ्ट बिलीफ्स अराउंड द वर्ल्ड' नामक इस शोध के मुताबिक दुनिया के 95 देशों में रहने वाली विश्व की लगभग 40 प्रतिशत आबादी मानती है कि भूत-प्रेत होते हैं. यह आंकड़ा अलग अलग देश में थोड़ा ऊपर नीचे हो सकता है. मसलन, ट्यूनिशिया में ऐसा मानने वालों की संख्या 90 प्रतिशत है जबकि जर्मनी में सिर्फ 13 फीसदी. शोधकर्ताओं ने इनमें उन लोगों को भी शामिल किया है जो श्राप और बुरी नजर जैसी चीजों में यकीन करते हैं.
वैसे बारबरा किसी को श्राप नहीं देतीं. उन्होंने डॉयचे वेले को बताया, "ये सोचना कि चुड़ैलें रात में निकलती हैं, झाड़ू पर उड़ती हैं और लोगों का बुरा करती हैं, ये सब बकवास है.”
सदियों तक चुड़ैलों पर समाज यकीन करते रहे और इसके नाम पर महिलाओं को सजा देते रहे. खासकर 1450 से 1750 ईस्वी के यूरोप में तो इस यकीन का बहुत बोलबाला था. जब भी कोई रोग फैलता, फसल बर्बाद हो जाती, मवेशी मारे जाते या किसी के व्यापार में घाटा हो जाता तो लोगों को एक बलि के बकरे की जरूरत होती. पहले तो यह बहुत आम होता था, लेकिन आज भी ऐसा मानने वाले लोग पूरी दुनिया में मौजूद हैं.
मानवजाति विज्ञानी आइरिस गैरेस कहते हैं कि आज भी लोग कुदरती आपदाओं के लिए जादू-टोने को दोष देते हैं. उन्होंने डीडब्ल्यू को बताया, "दुर्भाग्य से दशकों तक लोगों का काला जादू करने वाले या चुड़ैल बताकर बेरहमी से कत्ल किया जाता रहा है.”
तंजानिया और घाना जैसे देशों में तो ऐसे कैंप मौजूद हैं जहां वे महिलाएं शरण लेती हैं जिन पर चुड़ैल होने के के आरोप लगे. उत्तरी गोलार्ध में तो कुछ लोग खुलेआम कालला जादू-टोना करने का दावा करते हैं.
मध्य युग में जादू-टोना
1450 से 1750 ईस्वी के बीच चुड़ैल या जादू-टोना करने वालों के इल्जाम लगाकर करीब तीस लाख लोगों पर मुकदमे चलाए गए और 60 हजार लोगों को जान से मार दिया गया. लेकिन यह प्रथा मध्य युग में नहीं बल्कि आधुनिक काल में अपने चरम पर पहुंची और सिर्फ जर्मनी में 40 हजार लोगों को चुड़ैल बताकर मार दिया गया. यह पूरी प्रक्रिया कानून के तहत होती थी. लोगों का एक तरह का टेस्ट लिया जाता था, जिसके जरिए यह आंका जाता था. एक टेस्ट को स्विमिंग टेस्ट कहा जाता था. आरोपी को बांध कर पानी में फेंक दिया जाता. जो डूब जाते उन्हें मासूम माना जाता और जो तैरकर बाहर जाते, उन्हें चुड़ैल माना जाता. लोग कहते थे के इन्होंने जान बचाने के लिए शैतान से मदद ली.
उदाहरण के लिए जस्टिन बताते हैं, "बचपन में आप हैंसल और ग्रेटल की कहानी सुनते हैं और जानते हैं कि कैसे बुराई ने अच्छाई को निगल लिया. कुछ समय बाद आप समझने लगते हैं कि चुड़ैल कैसे एक समझदार महिला है.” जस्टिन खुद भी जादू-टोना करने का दावा करते हैं. वह वीका के अनुयायी हैं. एक नियो पेगन धार्मिक आंदोलन है. वीका चुड़ैल के लिए पुरानी अंग्रेजी का शब्द है.
इसी तरह बारबरा को क्रिश्चियन चर्च में सहजता महसूस नहीं हुई और उन्होंने प्राकृतिक धर्म का पालन करना शुरू कर दिया. वह कहती हैं कि वह पेड़ों से बात करती हैं और आत्माओं से भी. वह बताती हैं कि उन्होंने यह सब एक शमन से सीखा है. बारबरा बताती हैं, "जादू-टोने की दुनिया समृद्ध और रंगीन है. थोड़ा सा आप यहां जीते हैं और थोड़ा सा समानांतर दुनिया में.”बहुत सी आधुनिक चुड़ैलें टैरो कार्ड पढ़ती हैं लेकिन बारबरा भविष्य बताने के लिए जर्मन अक्षरों वाले कागजात का इस्तेमाल करती हैं. वह कहती हैं, "मैं कुछ पाने के लिए किस्मत का इंतजार क्यों करूं? अगर मैं कोई सवाल पूछती हूं तो उसका जवाब जरूर आता है.”
नारीवाद बनाम चुड़ैलें
मानवजाति विज्ञानी आइरिस गैरिस कहती हैं, "जिन लोगों को चुड़ैल बताकर कत्ल किया गया, वे आम लोग थे. उनके हमेशा लाल बाल भी नहीं होते थे, जैसा कि दावा किया जाता है.” फिर भी, चुड़ैल की ऐसी छवियां लोगों के मन में बस गई हैं.
आधुनिक युग में चुड़ैलों का होना 1970 के महिला आंदोलन से जोड़कर देखा जाता है, जो अक्सर पुरुष वर्चस्व को चुनौती देने के रूप में शुरू हुआ था. गैरिस कहती हैं, "चुड़ैलों के बीच भी एक मुखिया जैसी शख्सियत होती थी. ये लोग नारीवादी होते थे. ये कोई शोधकर्ता भी नहीं थे, बस आम बुद्धिजीवी थे जिन्होंने इन छवियों को दमित महिलाओं के रूप में पेश किया.”
1980 के दशक में इसमें अध्यात्मिक पक्ष भी जुड़ गया. खासतौर पर शहरी महिलाओं ने प्रकृति आधारित धर्मों को अपनाया. गैरिस कहती हैं, "मुझे लगता है कि अनिश्चितता के समय में लोग कुदरत की शरण में जाते ही हैं.”
बहुत सारी आधुनिक चुड़ैलें किसी समूह से जुड़ी नहीं हैं लेकिन वीका के अनुयायी समूहों में मिलते-जुलते हैं. जस्टिन कहते हैं कि जादू-टोना कोई खेल नहीं है. वह कहते हैं, "जो लोग मानसिक रूप से अस्थिर हैं उन्हें जादू-टोने से दूर रहना चाहिए. अगर वे अपनी जिंदगी को नियंत्रित नहीं रख सकते तो उन्हें यहां भी संतुलन नहीं मिलेगा. अगर में जमीन से नहीं जुड़ा हूं तो मैं स्वर्ग तक नहीं पहुंच सकता.” (dw.com)
ऑनलाइन लर्निंग उपलब्ध करवाने वाली कंपनी बायजू’स के खिलाफ हजारों शिकायतें आ रही हैं. हालांकि 75 लाख ग्राहकों वाली कंपनी इनका खंडन करती है.
राकेश कुमार अपने घर के बाहर अपनी बेटियों के साथ खेल रहे थे जब दो लोग उनसे मिलने आए. स्मार्ट ड्रेस पहने इन युवकों ने कुमार से कहा कि कि वे बायजू'स कंपनी के लिए काम करते हैं. बायजू'स एक शिक्षा-तकनीकी कंपनी है जो ऑनलाइन क्लास कराती है. सेल्समेन ने बताया कि 36,000 रुपये में कुमार की बेटी को ऑनलाइन क्लास मिलेंगी. दोनों ने कुमार की बेटी से दो घंटे तक बात की और उसके बाद कहा कि वह पढ़ाई में कमजोर है और उसे कोर्स की जरूरत है.
20,000 रुपये महीना कमाने वाले कुमार के लिए यह बहुत महंगा कोर्स था. बढ़ई का काम करने वाले 41 वर्षीय कुमार बताते हैं, "तब उन्होंने कहा कि मेरी बेटी भी मेरी तरह गरीब रह जाएगी और उसे मौका मिल रहा है, मैं उससे यह मौका छीन रहा हूं, मुझे शर्म आनी चाहिए.” आखिरकार कुमार मान गए. वह कहते हैं, "मैंने अपनी जिंदगी का सबसे खराब फैसला किया. अपने साले से पैसे लिए और मुझे पता नहीं कि यह मैं लौटाऊंगा कैसे.”
बायजू'स के साथ ऐसा अनुभव सिर्फ कुमार का नहीं है. हजारों भारतीय ऐसी ही कहानियां सुना रहे हैं. भारत का सबसे कीमती स्टार्टअप बायजू'स भारत में घर-घर में जाना जाने वाला नाम बन चुका है. लेकिन ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो कहते हैं कि उन्हें धोखा दिया गया. सोशल मीडिया और कंज्यूमर वेबसाइटों पर कंपनी के खिलाफ शिकायतों के अंबार लगे हैं जहां लोग कह रहे हैं बायजू'स के कारण उन्होंने अपनी बचत खो दी या उनके साथ धोखा हुआ.
गरीबों को बनाया निशाना
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बायजू'स के 22 ग्राहकों से बात की. उनमें से अधिकतर कम आय वाले परिवार हैं जो कहते हैं कि सेल्स के लोगों ने बहुत आक्रामकता से उन्हें कोर्स खरीदने को मजबूर किया और धन बटोर कर ले गए. ज्यादातर कहते हैं कि कंपनी के सेल्समेन ने उनकी अपने बच्चों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा उपलब्ध कराने की इच्छा का फायदा उठाया और उन्हें कर्जदार बना दिया.
कॉन्टेक्स्ट ने बायजू'स के 26 कर्मचारियों से भी बात की जिनमें से 18 अभी भी वहां काम कर रहे हैं. वे बताते हैं कि वे लोग बेहद कठिन हालात में काम कर रहे हैं, उनसे बुरा व्यवहार किया जाता है और सेल्स टारगेट हासिल करने के लिए लोगों को किसी भी तरह कोर्स खरीदने के लिए मजबूर करने को प्रोत्साहित किया जाता है.
कॉन्टेक्स्ट ने इस बारे में बायजू'स को सवालों की एक सूची भेजी थी. जवाब में कंपनी ने कहा कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है और उसकी गतिविधियां ‘ग्राहकों के सम्मान और संतुष्टि पर केंद्रित हैं.'
अपने जवाब में बायजू'स लिखता है, "हमने कभी अपने सेल्सपर्सन और मैनेजर को ऐसे लोगों से बात करने को नहीं कहा जो हमारे उत्पादों को खरीद नहीं सकते या खरीदना नहीं चाहते. अपनी सेल्स में हम सर्वोच्च नैतिक मानकों का पालन करते हैं.”
कर्मचारियों द्वारा की गई आलोचना के बारे में कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि उनके 50 हजार कर्मचारी हैं और उनमें से आलोचना करना वाला एक बहुत ही छोटा सा हिस्सा है जबकि काम के हालात कॉरपोरेट भारत में ‘सबसे सेहतमंद और सम्मानित' हैं.
नहीं मिला रिफंड
कुमार दावा कहते हैं कि जब उन्होंने कोर्स खरीदा था तो सेल्स वाले लोगों ने कहा था कि 15 दिन के ट्रायल के बाद वह 7,000 रुपये की डाउनपेमेंट वापस पा सकते हैं. उनका यह भी दावा है कि एक सेल्समैन ने उनका फोन और पहचान पत्र लेकर बिना उनकी इजाजत लिए उनके नाम से कर्ज की अर्जी डाल दी. वह कहते हैं कि उन्हें पता तब चला जब उन्हें अगले महीने किश्त अदा करने के लिए संदेश आने लगे. वह कहते हैं कि उन्होंने सिर्फ कोर्स लिया था, कर्ज नहीं.
वह कहते हैं, "अगले ही दिन मैंने अपना ख्याल बदल लिया. मुझे लग गया कि मेरे पास इतना पैसा नहीं है. मैं एक मजदूर आदमी हूं जिसे चार लोगों के परिवार का चलाना है. मैंने रिफंड के लिए फोन किया पर वे लोग (सेल्समेन) गायब हो गए.”
अक्तूबर के बाद से कुमार के बैंक खाते से 4,000 रुपये काटे जा चुके हैं. बायजू'स के सेंटर पर वह दर्जनों बार जा चुके हैं ताकि कोर्स कैंसल कर सकें लेकिन अब तक भी उनके खाते से लगातार पैसे कट रहे हैं. इस बारे में कुमार के साले ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है. बायजू'स ने इस बारे में सवालों का जवाब नहीं दिया.
बायजू'स के कर्मचारी, उपभोक्ता अधिकारों के विशेषज्ञ और डिजिटल अधिकारों के लिए काम करने वाले लोग कहते हैं कि कुमार के साथ जो हुआ वह एक धोखाधड़ी भरा बिजनस मॉडल है जिसमें कमजोर लोगों को शिकार बनाया जाता है. विशेषज्ञ कहते हैं कि जिन लोगों को निशाना बनाया जाता है वे अक्सर गरीब परिवारों से होते हैं और उन्हें तकनीक की भी कम जानकारी होती है, इसलिए उन्हें अपने अधिकारों और समस्याओं के निवारण के रास्ते भी पता नहीं होते.
बायजू'स के खिलाफ बढ़तीं शिकायतों के साथ ही शिक्षा-तकनीकी के क्षेत्र में नियमन और कानूनों की मांग भी बढ़ रही है. उपभोक्ता मामले मंत्रालय में उपभोक्ता कानून प्रमुख अशोक आर पाटिल कहते हैं कि शिक्षा-तकनीकी कंपनियों के खिलाफ आ रहीं शिकायतों की जांच की जा रही है और ऐसी नीतियां बनाने पर भी काम चल रहा है, जो इस क्षेत्र को नियमित करेंगी. शिक्षा मंत्रालय ने ग्राहकों को ऐसी कंपनियों के दावों के प्रति सावधान रहने को भी कहा है, जिनमें स्वतः कर्ज देने जैसी योजनाओं का प्रयोग किया जा सकता है.
बायजू'स का खंडन
बायजू'स उपभोक्ताओं की भ्रामक विज्ञापनों और गलत दावों के साथ बेचने जैसी शिकायतों को सिरे से खारिज करता है. उसके प्रवक्ता ने कहा कि हर बार जब कोई कोर्स बिकता है तो आंतरिक ऑडिट टीम उसकी जांच करती है. बायजू'स के 75 लाख से ज्यादा ग्राहक हैं और हर महीने 1,50,000 से ज्यादा कोर्स बिकते हैं जिनमें से कंपनी के मुताबिक सिर्फ 1,500 के आसपास ही रिफंड के लिए अप्लाई करते हैं.
हालांकि बहुत से माता-पिता कहते हैं कि रिफंड लेना बहुत मुश्किल है और अक्सर उनकी बात नहीं सुनी जाती. कंज्यूमर कंपलेंट्स डॉट इन वेबसाइट पर बायजू'स के खिलाफ 3,759 शिकायतें हैं जिनमें 1,397 को हल किया गया है. अन्य शिक्षा-तकनीकी कंपनियों जैसे सिंपलीलर्न, वेदांतु, अनएकेडमी और अब दीवालिया हो चुकी लीडो लर्निंग के खिलाफ कुल शिकायतों की संख्या सिर्फ 350 है.
बायजू'स की स्थापना 2011 में बेंगलुरु में हुई थी. 2015 में उसने अपनी ऐप शुरू की और कोविड महामारी कंपनी के लिए वरदान साबित हुई क्योंकि ग्राहकों ने ऑनलाइन लर्निंग का रुख किया. उसके बाद कंपनी को बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय निवेश भी मिला है. हालांकि स्कूल खुलने के साथ ही कंपनी की सफलता की रफ्तार धीमी पड़ गई. सितंबर 2021 में उसका रेवन्यू 3 फीसदी गिरा और उसे 45.64 अरब डॉलर का नुकसान हुआ.
वीके/एनआर (रॉयटर्स)
भोपाल, 14 दिसंबर | फिल्म अभिनेता शाहरुख खान की आने वाली फिल्म पठान का एक गीत रिलीज हुआ है, जिसमें शाहरुख खान व दीपिका पादुकोने की वेशभूषा को लेकर आपत्ति दर्ज कराई जा रही है। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डा नरोत्तम मिश्रा ने वेशभूषा को ठीक करने की बात कही है, ऐसा न होने पर राज्य में फिल्म का प्रदर्शन हो या नहीं, यह विचारणीय प्रश्न होगा। फिल्म अभिनेता शाहरुख खान की आने वाली फिल्म पठान का पहला गाना 'बेशरम रंग..' रिलीज कर दिया गया है। इस गाने में दोनों कलाकारों के कपड़े और अंदाज बेहद हॉट हैं। इस गाने के सीन को लेकर विरोध के स्वर शुरू हो गए हैं।
राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि फिल्म के गाने में वेशभूषा प्रथम ²ष्टया बेहद आपत्तिजनक है। साफ दिख रहा है कि यह गाना दूषित मानसिकता के कारण फिल्माया गया है। वैसे भी दीपिका पादुकोण टुकड़े-टुकड़े गैंग की समर्थक रही हैं। इसलिए मैं यह निवेदन करूंगा कि इसके ²श्यों को ठीक करें। वेशभूषा को ठीक करें। अन्यथा मध्यप्रदेश में इस फिल्म को अनुमति दी जाए या नहीं दी जाए? यह विचारणीय प्रश्न होगा। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (आईएएनएस)| भारत और चीन की सेना के बीच अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हुई झड़प के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने बुधवार को लोक सभा में जमकर हंगामा किया। चीन के मसले पर चर्चा की मांग को नकार देने के बाद सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेस सांसदों ने लोक सभा से वॉकआउट कर दिया। अन्य कई विपक्षी दलों ने भी कांग्रेस का साथ देते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने देश में संसदीय जिम्मेदारी और 1962 की लड़ाई पर सदन में हुई चर्चा का हवाला देते हुए कहा कि संसद में इस मसले पर चर्चा होनी ही चाहिए। रक्षा मंत्री के बयान को लेकर टिप्पणी करते हुए थरूर ने मीडिया से कहा बिना कोई सवाल लिए, बिना दूसरों की बात सुने एक छोटा सा बयान दे देना लोकतंत्र नहीं है।
वहीं विपक्षी दलों के वॉकआउट और विपक्ष की चर्चा की मांग पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आईएएनएस से कहा कि यह भारत का दुर्भाग्य है कि जब पूरी दुनिया के देश भारत के साथ खड़े हैं, अमेरिका भी भारत की तारीफ करते हुए यह कह रहा है कि अरुणाचल में भारत के जवानों ने चीन के सैनिकों को खदेड़ दिया, उस समय देश के अंदर ही ये लोग मोदी की आलोचना करते करते देश की आलोचना करने लग गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल सेना को अपमानित करने का काम कर रहे हैं और इन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के समय भी यही किया था।
विपक्ष की चर्चा की मांग को खारिज करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि रक्षा मंत्री संसद के दोनों सदनों- लोक सभा और राज्य सभा में बयान दे चुके हैं तो इस पर अब किस बात की चर्चा की मांग की जा रही है। यह बजट नहीं है जिस पर चर्चा कराई जाए, यह देश की रक्षा और सुरक्षा से जुड़ा मामला है।
जयपुर, 14 दिसम्बर | कोटा में तीन छात्रों के आत्महत्या करने के बाद प्रशासन ने कोचिंग क्लास संचालकों को बच्चों को तनावमुक्त रखने के लिए एक कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया। पुलिस महानिरीक्षक जी प्रसन्ना जीत खेमसरा ने मंगलवार को कोचिंग संचालकों के साथ बैठक कर कोचिंग संस्थानों के लिए जारी गाइडलाइन के अनुपालन पर चर्चा की। छात्रों को अवसाद और आत्महत्या से बचाने के लिए तनाव मुक्त करने को एक कार्य योजना बनाने का भी निर्णय लिया गया।
आईजी ने मीडिया को बताया कि कोचिंग संस्थान संचालकों को कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है, ताकि बच्चे तनाव मुक्त रह सकें और कोचिंग संस्थानों में स्कूल-कॉलेज जैसा माहौल मिल सके।
उन्होंने कहा कि जल्द ही कोचिंग संचालकों द्वारा कार्य योजना बनाई जाएगी, जिस पर अमल किया जाएगा।
बैठक में आईजी ने सभी कोचिंग संस्थानों को कोचिंग के लिए बनाए गए दिशा-निदेशरें का पालन करने को कहा। साथ ही पुलिस अधिकारियों को समय-समय पर जांच कर यह सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए कि दिशा-निर्देशों का पालन हो रहा है या नहीं। बैठक में उन्होंने पुलिस अधिकारियों से ऐसे मामलों से निपटने के तरीकों पर भी चर्चा की।
कोटा में कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले बच्चों को तनाव मुक्त करने के लिए रविवार को कोचिंग अवकाश को लेकर भी चर्चा हुई। यह भी चर्चा हुई कि बच्चों को एक दिन का आराम दिया जाए और साथ ही कक्षा में बच्चों की संख्या सीमित की जाए।
वर्तमान में स्थिति यह है कि रविवार को भी बच्चों की परीक्षा होती है। साथ ही एक कक्षा में 100 से 200 बच्चे पढ़ते हैं। इस बात पर भी चर्चा हुई कि कोचिंग संस्थानों में होने वाले टेस्ट की रैंकिंग न जारी की जाए, बल्कि नंबर जारी किए जाएं।
गौरतलब है कि लाखों छात्र मेडिकल और इंजीनियरिंग परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोटा आते हैं। (आईएएनएस)|
मुंबई, 14 दिसंबर | राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार के घर फोन करने वाले और घरेलू झगड़ों को सुलझाने में मदद नहीं करने पर जान से मारने की धमकी देने वाले नारायणकुमार सोनी नामक व्यक्ति को बिहार से गिरफ्तार कर लिया गया। सोनी को कथित रूप से 'मानसिक रूप से परेशान' बताया जाता है। उसकी पत्नी ने कुछ साल पहले उसे छोड़ दिया और दूसरे व्यक्ति से शादी कर ली। मामले की जांच कर रहे गामदेवी पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा, मामले में केस दर्ज कर लिया गया है।
सोनी अपनी पत्नी के साथ एक दशक से अधिक समय से पुणे में रह रहा था। बाद में कलह होने पर पत्नी ने उसे छोड़ किसी और से शादी कर ली।
इससे परेशान होकर सोनी ने अपनी घरेलू समस्याओं को हल करने में मदद नहीं करने पर एनसीपी सुप्रीमो को जान से मारने की धमकी दी।
सोनी ने मुंबई में सिल्वर ओक्स में पवार परिवार के घर पर कई बार फोन किया और धमकी दी कि वह मुंबई आएगा और उन्हें गोली मार देगा।
एहतियात के तौर पर एनसीपी नेता के सुरक्षा दस्ते ने गामदेवी पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई। मंगलवार देर रात सोनी को पुलिस ने पकड़ लिया।
पवार द्वारा सोमवार को अपना 82वां जन्मदिन मनाने के ठीक एक दिन बाद यह घटनाक्रम हुआ।
पहले भी पवार को इस तरह की धमकियों से निशाना बनाया गया था। (आईएएनएस)|
बिहार, 14 दिसंबर । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को विधानसभा में विपक्ष पर बुरी तरह भड़कते दिखे.
विधानसभा में विपक्ष नीतीश कुमार की शराबबंदी की नीति पर सवाल उठा रहा था और नीतीश कुमार को यह रास नहीं आया.
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा सारण ज़िले में ज़हरीली शराब से हुई मौतों को लेकर सवाल उठा रहे थे. अब तक की ख़बर के मुताबिक़ सारण ज़िले में ज़हरीली शराब पीने से छह लोगों की मौत हुई है और कई लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है.
हिन्दुस्तान टाइम्स की ख़बर के अनुसार, सारण ज़िले के डोयला गाँव में मंगलवार की शाम 15 से ज़्यादा लोगों ने शराब पी थी. कुछ ही घंटों में इन्हें उल्टियां होने लगीं और बेहोश होने लगे. बाद में इन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया.
इसे लेकर बिहार विधानसभा में काफ़ी हंगामा हुआ. बीजेपी ने विधानसभा में कहा कि नीतीश कुमार की शराबबंदी नीति बुरी तरह से नाकाम रही है. कांग्रेस ने भी शराबबंदी की समीक्षा की मांग की है. विधानसभा में दिख रहा है कि नीतीश कुमार विजय सिन्हा की तरफ़ उंगली उठाते हुए बोल रहे हैं- अरे तुम बोल रहे हो...
नीतीश कैबिनेट में मंत्री रहे और आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने भी शराबबंदी का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि किसी भी खाद्य सामग्री और पेय पर प्रतिबंध मानसिक दिवालियापन का सबूत है.
सुधाकर सिंह ने कहा, ''आप प्रतिबंध नहीं लगा सकते. आप जागरूकता के ज़रिए लोगों को समझा सकते हैं कि शराब सेहत के लिए हानिकारक है.'' सुधाकर सिंह कृषि मंत्री थे और उन्हें अपने बयान के कारण इस्तीफ़ा देना पड़ा था.
नीतीश कुमार का कहना था कि उन्होंने शराबबंदी का फ़ैसला बीजेपी के साथ रहते हुए लिया था और अब बीजेपी वाले अलग होने के बाद विरोध कर रहे हैं. (bbc.com/hindi)
कोच्चि, 14 दिसम्बर | उद्योगपति साबू एम. जैकब को एक बड़ी राहत देते हुए केरल उच्च न्यायालय ने बुधवार को कहा कि पुलिस को माकपा विधायक पीवी श्रीनिजिन को अपमानित करने के मामले में उन्हें गिरफ्तार नहीं करना चाहिए। विधायक की शिकायत पर जैकब और अन्य के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था।
अदालत ने कहा कि गिरफ्तारी की कोई आवश्यकता नहीं है। जैकब और अन्य को कानून द्वारा निर्धारित नोटिस देने के बाद पुलिस द्वारा पूछताछ की जा सकती है।
जैकब ट्वेंटी20 के मुख्य समन्वयक भी हैं, जो एनार्कुलम जिले में एक स्थानीय राजनीतिक संगठन है। यह संगठन वर्तमान में जिले की चार ग्राम सभाओं में शासन करता है।
जैकब और अन्य ने प्रस्तुत किया कि विधायक की शिकायत में एससी/एसटी अधिनियम के तहत अपराध का आवश्यक तत्व नहीं था।
विधायक की शिकायत थी, कि चूंकि वह निचली जाति से हैं, इसलिए जैकब और उनके राजनीतिक संगठन द्वारा बहिष्कार किया जा रहा था।
इस बीच, अदालत ने बुधवार को जैकब और अन्य द्वारा एफआईआर को रद्द करने के लिए दायर मामले को अदालत के क्रिसमस ब्रेक के बाद उठाए जाने के लिए पोस्ट किया।
जैकब और माकपा के बीच कुछ समय से अच्छे संबंध नहीं रहे हैं। पिछले साल उन्होंने तेलंगाना में 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने का फैसला किया और तेलंगाना सरकार द्वारा आमंत्रित किया गया, जो उन्हें चार्टर्ड विमान से हैदराबाद ले आई। (आईएएनएस)|