राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 16 नवंबर । केंद्र द्वारा यह कहने के एक दिन बाद कि उसने पीएमजीकेएवाई योजना को एक साल के लिए बढ़ा दिया है, कांग्रेस ने गुरुवार को सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 नवंबर को इसे पांच साल के लिए बढ़ाने की घोषणा की थी। '
उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार, गरीब लाभार्थियों के वित्तीय बोझ को दूर करने और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (2013) की राष्ट्रव्यापी एकरूपता और प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए, 1 जनवरी, 2023 से शुरू होने वाली एक वर्ष की अवधि के लिए, प्रधान मंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) परिवारों और प्राथमिकता वाले परिवारों (पीएचएच) लाभार्थियों को मुफ्त खाद्यान्न प्रदान कर रहा है।
सरकार पर तंज करते हुए, कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा: “4 नवंबर को छत्तीसगढ़ चुनाव अभियान के दौरान, प्रधान मंत्री ने घोषणा की कि प्रधान मंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 को अगले 5 वर्षों के लिए बढ़ाया जा रहा है।
उन्होंने कहा,“लेकिन कल शाम, मोदी सरकार की एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में उल्लेख किया गया है कि पीएमजीकेएवाई को 1 जनवरी, 2023 से शुरू होने वाले वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है, इसमें प्रधान मंत्री द्वारा घोषित विस्तार का कोई संदर्भ नहीं है।”
कांग्रेस नेता ने आश्चर्य जताते हुए कहा, “तो वास्तव में क्या हो रहा है? प्रधानमंत्री की घोषणा उनकी सरकार के प्रेस नोट में क्यों नहीं दिखती?'
गौरतलब है कि 4 नवंबर को, प्रधान मंत्री ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि 80 करोड़ गरीबों की सहायता करने वाली केंद्र की मुफ्त राशन योजना, प्रधान मंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को पांच और वर्षों के लिए बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने कहा, ''मैंने तय किया है कि भाजपा सरकार देश के 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन देने की योजना को अगले पांच साल तक बढ़ाएगी। आपका प्यार और आशीर्वाद मुझे हमेशा पवित्र निर्णय लेने की शक्ति देता है।”
उन्होंने 4 नवंबर को दिन में मध्य प्रदेश के रतलाम में एक अन्य भाजपा रैली में इसे दोहराया।
यह योजना कोविड महामारी के दौरान शुरू की गई थी। दिसंबर, 2022 में इसे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के साथ जोड़ दिया गया और एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया।
(आईएएनएस)।
उत्तरकाशी, 16 नवंबर । उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 40 मजदूरों को निकालने की कोशिशें जारी हैं। दिल्ली से बुधवार को भारी ऑगर मशीन लाई गई। एयरफोर्स के तीन विशेष विमान 25 टन भारी मशीन लेकर आए। इन मशीनों की मदद से प्रति घंटे 5 मीटर मलबा निकला जा सकेगा और मलबे को भेदकर स्टील पाइप को दूसरी तरफ पहुंचाया जा सकेगा।
वायुसेना के हरक्यूलिस विमानों से तीन खेप में लाई गईं ऑगर मशीनों को चिन्यालीसौड़ हवाईअड्डे पर उतारा गया। इस मशीन को ग्रीन कॉरिडोर के जरिए घटनास्थल पर पहुंचाया गया। इस मशीन से बुधवार रात में ड्रिलिंग शुरू किए जाने की उम्मीद है।
वायुसेना का पहला हरक्यूलिस विमान नई दिल्ली के हिंडन एयरबेस से नई मशीन के पार्ट्स लेकर बुधवार को दोपहर करीब एक बजे चिन्यालीसौड़ हवाईअड्डे पर उतरा, जिसके बाद मशीन के पार्ट्स को ट्रक के जरिए करीब पौने चार बजे सिलक्यारा सुरंग में पहुंचाया गया।
राहत एवं बचाव मिशन के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने कहा कि अमेरिका में बनी जैक एंड पुश अर्थ ऑगर मशीन काफी एडवांस है, जो काफी तेजी से काम करेगी। राहत एवं बचाव ऑपरेशन में अब मिलिट्री ऑपरेशन की टीम भी शामिल हो गई है। इसके साथ वायुसेना, थलसेना भी बचाव अभियान में मदद कर रही है।
उन्होंने कहा, ''इसके अलावा, सुरंग में फंसे हुए 40 मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए अब नॉर्वे और थाईलैंड की विशेष टीमों की भी मदद ली जा रही है। रेस्क्यू टीम ने थाईलैंड की एक रेस्क्यू कंपनी से संपर्क किया है। इसी कंपनी ने कुछ समय पहले थाईलैंड की एक गुफा में फंसे बच्चों को बाहर निकाला था। रेस्क्यू टीम ने नॉर्वे की एनजीआई एजेंसी से भी संपर्क किया है, जिससे सुरंग के भीतर ऑपरेशन के लिए सुझाव लिया जा सके। साथ ही, भारतीय रेल, आरवीएनएल, राइट्स और इरकॉन के विशेषज्ञों से भी सुरंग के भीतर ऑपरेशन चलाने से संबंधित सुझाव लिए जा रहे हैं।'' (आईएएनएस)
जम्मू, 16 नवंबर । जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ जिले में बुधवार देर शाम एक रहस्यमय विस्फोट हुआ। हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ।
पुलिस ने गुरुवार को बताया कि बुधवार देर शाम पुंछ जिले के सुरनकोट इलाके में एक मंदिर के पास रहस्यमय विस्फोट हुआ।
“इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और एफएसएल की एक टीम को बुलाया गया है।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 नवंबर। दिल्ली में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में बनी हुई है और गुरुवार सुबह कई स्थानों पर एक्यूआई खतरनाक स्तर पर पहुंच गया।
सीपीसीबी के अनुसार, आनंद विहार स्टेशन 500 पर पीएम 2.5 और 459 पर पीएम 10 के साथ 'गंभीर' श्रेणी में था, जबकि कार्बन मोनोऑक्साइड (सीओ) 85 पर और एनओ2 57 पर था, दोनों 'संतोषजनक' स्तर पर थे।
बवाना स्टेशन पर, पीएम 2.5 500 पर और पीएम 10 495 पर पहुंच गया, जबकि सीओ 101 पर, 'मध्यम' स्तर पर और एनओ2 28 पर, 'अच्छी' श्रेणी में पहुंच गया।
द्वारका सेक्टर-8 स्टेशन में, पीएम 2.5 481 पर पहुंच गया और पीएम 10 414 पर था, दोनों 'गंभीर' श्रेणी में थे जबकि सीओ 86 पर, 'संतोषजनक' स्तर पर था।
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे टी3 क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' थी, पीएम 2.5 472 और पीएम 10 408 दर्ज किया गया, जबकि सीओ 83 पर पहुंच गया, जो 'संतोषजनक' श्रेणी में था।
दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) स्टेशन पर, पीएम 10 461 पर था, जो 'गंभीर' श्रेणी में था और पीएम 2.5 354 पर था, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में था, जबकि सीओ गिरकर 153 पर आ गया, जो मध्यम श्रेणी में था और सीओ 92 संतोषजनक स्तर पर था।
जहांगीरपुरी में पीएम 2.5 500 पर दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' श्रेणी में है, जबकि पीएम 10 477 पर पहुंच गया, जो इसे 'गंभीर' श्रेणी में रखता है। यहां, कार्बन मोनोऑक्साइड 90 पर 'संतोषजनक' स्तर पर और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (एनओ2) 16 पर, 'अच्छी' श्रेणी में थी।
गौरतलब है कि विशेष रूप से, शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा'; 51 और 100 'संतोषजनक'; 101 और 200 'मध्यम'; 201 और 300 'गरीब'; 301 और 400 'बहुत खराब'; और 401 और 500 'गंभीर' माना जाता है। (आईएएनएस)
किशनगंज, 16 नवंबर। भारत-नेपाल सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) 41वीं बटालियन ने अवैध तरीके से भारत में प्रवेश कर रही एक महिला और एक बच्चे को पकड़ा है। दोनों मां और बेटे बताए जा रहे हैं।
बुधवार देर शाम दोनों किशनगंज की बॉर्डर से संदिग्ध तरीके से घुसने की कोशिश कर रहे थे। एसएसबी के जवानों ने दोनों को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।
दोनों पाकिस्तानी नागरिकों में महिला ने अपनी पहचान शाइस्ता हनीफ (62) पति-मोहम्मद हनीफ और बच्चे की पहचान आर्यन (11) पिता- मोहम्मद हनीफ के रूप में हुई है। दोनों गहनमार स्ट्रीट, सराफा बाजार, करांची, पाकिस्तान के रहने वाले बता रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि गलगलिया थाना क्षेत्र से सटे भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र पर तैनात एसएसबी 41वीं बटालियन के जवानों ने पानी टंकी बीओपी के बीआईटी सुरक्षाकर्मियों ने नेपाल की ओर से भारत में प्रवेश करते दोनों को पकड़ा है।
दोनों ने अब तक भारत आने का कोई वैध कागजात नहीं दिखा सके। एसएसबी अब आगे की कारवाई में जुटी है। (आईएएनएस)
भोपाल 16 नवंबर। चुनाव में विरोधी दलों के एक दूसरे पर हमले आम बात है। व्यक्तिगत हमले काम ही होते हैं, मगर मध्य प्रदेश में ऐसे व्यक्तिगत हमले हुए कि उसने गांधी और सिंधिया परिवार के बीच खटास बढ़ाने का काम कर दिया है।
राज्य में वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में राहुल, प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच गजब की कैमिस्ट्री देखने को मिली थी। इन चुनाव में कांग्रेस ने बढ़त पाई और सरकार भी बनाई। बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया और वह भाजपा का हिस्सा बन गए परिणाम स्वरुप कांग्रेस की सरकार गिर गई वर्तमान में ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्रीय मंत्री हैं।
भले ही सिंधिया कांग्रेस के अलग हो गए, मगर उनके और गांधी परिवार के बीच खटास नजर नहीं आई थी। संसद से तो एक ऐसी तस्वीर सामने आई थी, जिसमें सिंधिया सोनिया गांधी के साथ बैठे हुए थे। आमतौर पर यही चर्चा थी कि भले ही सिंधिया कांग्रेस छोड़कर चले गए होंं, मगर दोनों परिवारों के बीच दूरियां नहीं बढ़ी हैं।
प्रियंका गांधी का पिछले दिनों ग्वालियर आना हुआ, मगर उन्होंने सीधे तौर पर सिंधिया पर हमला नहीं किया। तब भी यही माना गया कि सियासी तौर पर भले ही दोनों अलग हो गए हैं, मगर रिश्तो में औपचारिकता अभी बची हुई है।
प्रियंका गांधी का बीते रोज दतिया आना हुआ और यहां उन्होंने जनसभा में सिर्फ ज्योतिरादित्य सिंधिया पर ही नहीं, बल्कि उनके खानदान तक पर हमला बोल दिया। विश्वासघात को उनके परिवार की परंपरा बताने में भी प्रियंका ने हिचक नहीं दिखाई। इतना ही नहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को अहंकारी तक कह दिया।
प्रियंका के बयान के बाद सिंधिया ने भी गांधी परिवार पर हमला बोला और एक्स पर लिखा, प्रियंका की बात से एक बार फिर से प्रमाणित हुआ कि गांधी परिवार का अहंकार आसमान से भी ऊंचा है। यह परिवार भले ही अपने आप को शाही परिवार समझे, इसका मतलब यह नहीं की इनका विरोध करना राजद्रोह है। इस परिवार का अस्तित्व एक ही बिंदु पर खड़ा है, कि देश पर शासन करना एक ही परिवार के सदस्यों का जन्म सिद्ध अधिकार हैं।
पहले प्रियंका गांधी का बयान और उसके बाद सिंधिया की प्रतिक्रिया ने यह जाहिर कर दिया है कि अब गांधी और सिंधिया परिवार के वैसे रिश्ते नहीं हैंं, जिसकी चर्चा लोग करते आ रहे हैं। दोनों परिवारों के सिर्फ सियासी रास्ते अलग नहीं हुए हैं, बल्कि रिश्तों में भी दूरी बढ़ गई है। (आईएएनएस)
नोएडा, 16 नवंबर । नोएडा में सांप तस्करी और रेव पार्टी मामले में पुलिस ने 5 में से एक मुख्य आरोपी राहुल यादव की 24 घंटे की रिमांड ली है। ये रिमांड गुरुवार 12 बजे से शुरू होगी। कोर्ट ने पुलिस को 24 घंटे की रिमांड दी है।
नोएडा पुलिस अपने सारे सबूत कोर्ट में जमा कर चुकी है। उसके बाद उसने राहुल यादव के पास से मिली डायरी और उसकी अन्य लोकेशन के बारे में पूछताछ के लिए कोर्ट से रिमांड मांगी थी। राहुल यादव की रिमांड लेने के लिए नोएडा के सेक्टर 20 थाना पुलिस लुकसर जेल के लिए रवाना हो चुकी है। आज दिन में 12 बजे से राहुल यादव की 24 घंटे की रिमांड मंजूर की गई है।
आरोपी पर रेव पार्टीयों मे सांप और उसके जहर की सप्लाई का मामला चल रहा है। नोएडा पुलिस ने राहुल यादव की दोबारा रिमांड ली है। इस दौरान पुलिस उससे मिली डायरी में मिले सबूतों की जांच करेगी। साथ ही एलविश और फाजिलपुरिया के अलवा अन्य कनेक्शन की जड़ भी खांगलेगी।
राहुल यादव को निकाली गई सीडीआर में उसकी लोकेशन कई जगहों की मिली है। उसकी राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के जिन इलाकों में लोकेशन मिली थी, उसको लेकर भी पूछताछ होगी। राहुल से पूछताछ के दौरान ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि एलविश यादव और फ़ाज़िलपुरिया को भी पूछताछ के लिए पुलिस बुला सकती है। इस पूरे मामले में आरोपी राहुल रेव पार्टियों में सांपों और उसके जहर की सप्लाई करने में सबसे अहम कड़ी माना जा रहा है।
सांपों की तस्करी और उनके जहर का रेव पार्टियों में इस्तेमाल होने का मामला जब से सामने आया है, उसके बाद से पुलिस काफी गहराई से इस मामले की छानबीन कर रही है। इसीलिए शुरुआती तौर पर हुई गलतियों के चलते एक एसएचओ को लाइन हाजिर किया जा चुका है और अब इस पूरे मामले की जांच थाना सेक्टर 20 पुलिस के पास पहुंच गई है।
जब भी आरोपियों से पूछताछ होती है, तो डीसीपी और एडीसीपी लेवल के अधिकारी वहां मौजूद रहते हैं। इस पूरे केस में यह माना जा रहा है कि राहुल यादव के पास से जो डायरी मिली है, उसमें कहीं ना कहीं एल्विश और फजलपुरिया के आपसी संबंध एस्टेब्लिश हो रहे हैं और साथ ही साथ रेव पार्टियों में सांपों की तस्करी और उनके जहर का भी इस्तेमाल दर्ज किया गया है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली,16 नवंबर। भाजपा ने कांग्रेस को भ्रष्टाचार की जननी बताते हुए आरोप लगाया है कि कट, कमीशन और करप्शन से मिलकर, इंडियन नेशनल कांग्रेस यानी कांग्रेस बनी है। विपक्षी दलों के गठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों के खिलाफ 'घमंडिया फाइल्स' अभियान चला रही भाजपा ने इस अभियान के तहत अपना 15 वां एपिसोड जारी करते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कहा," कट, कमीशन और करप्सशन से मिलकर बनी है आईएनसी यानी इंडियन नेशनल कांग्रेस।
घमंडिया फाइल्स के 15वें एपिसोड में देखिए, भ्रष्टाचार की जननी कांग्रेस " भाजपा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर 4 मिनट 12 सेकंड का वीडियो जारी करते हुए यह आरोप लगाया कि, " कट, कमीशन और करप्शन,ये है कांग्रेस पार्टी के पुराने यार। इन तीनों के कांबिनेशन से मिलकर ही बनी है आईएनसी यानी इंडियन नेशनल कांग्रेस। आजादी के बाद से ही जवाहरलाल नेहरू की सरकार ने देश में एक ऐसी प्रथा को जन्म दिया जिसका खामियाजा देश को भुगतना पड़ रहा है, जिसे हम भ्रष्टाचार के नाम से जानते हैं। आजाद भारत में जब भ्रष्टाचार का पहला मामला आया, तो नेहरू ने उस पर सख्ती दिखाने की बजाय पर्दा डालने का काम किया।"
भाजपा ने महात्मा गांधी के निजी सचिव रहे वी.कल्याणम के बयान का हवाला देते हुए कहा कि नेहरू के लिए भ्रष्टाचार कभी कोई मुद्दा रहा ही नहीं। कांग्रेस की नसों में बह रहा घोटाला और दलाली नाम का भ्रष्टाचार नेहरू की ही देन कहा जाए, तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। भाजपा ने नेहरू युग के जीप घोटाला, साइकिल आयात घोटाला, बीएचयू फंड घोटाला, हरिदास मूंदड़ा मामला, तेजा लोन घोटाला से लेकर अनगिनत मामलों का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि अगर जवाहरलाल नेहरू ने भ्रष्टाचार के उन मामलों पर सख्ती से कार्रवाई की होती, तो आज भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए ये तमाम राजनीतिक दल अपने पापों को छिपाने के लिए घमंडिया गठबंधन में शामिल होकर एक जगह जमा नहीं होते। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 नवंबर । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मीडिया पोर्टल न्यूजक्लिक को कथित तौर पर धन मुहैया कराने के मामले में शंघाई स्थित करोड़पति नेविल रॉय सिंघम को नया समन जारी किया है।
एक सूत्र ने बताया कि वर्तमान में शंघाई में रह रहे अमेरिकी नागरिक सिंघम को विदेश मंत्रालय के माध्यम से चीनी अधिकारियों के साथ पिछले महीने केंद्रीय एजेंसी के साथ अपना बयान दर्ज करने के लिए नया समन जारी किया गया था।
पिछले साल की शुरुआत में, चीनी अधिकारियों ने कथित तौर पर सिंघम को समन देने से इनकार कर दिया था।
ईडी इस बात की जांच कर रही है कि सिंघम की मीडिया कंपनी भारत में कैसे चीनी प्रोपेगेंडा को बढ़ावा दे रही थी।
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने पिछले महीने न्यूज़क्लिक के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ और कंपनी के एचआर हेड अमित चक्रवर्ती को भारत विरोधी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया था।
अपनी पूछताछ के तहत, ईडी ने समाचार पोर्टल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में न्यूज़क्लिक के प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायश्ता से जुड़े नई दिल्ली के साकेत स्थित एक फ्लैट को कुर्क किया था।
धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कुर्क की गई 4.52 करोड़ रुपये की संपत्ति कथित तौर पर अपराध की आय का हिस्सा थी।
ईडी पोर्टल चलाने वाली कंपनी में 86 करोड़ रुपये से अधिक के "धोखाधड़ी" विदेशी फंड की जांच कर रहा है।
जांच एजेंसी ने सितंबर 2021 में पुरकायस्थ के ठिकानों पर छापेमारी की थी.
पुरकायस्थ और चक्रवर्ती फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। (आईएएनएस)
गाजियाबाद, 16 नवंबर । गाजियाबाद के मोदीनगर में गुरुवार सुबह धागा बनाने वाली एक फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। मौके पर पहुंचीं फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियों ने तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। लेकिन लाखों का माल जलकर राख हो गया है।
गाजियाबाद के चीफ फायर ऑफिसर राहुल पॉल ने बताया की ग़ाज़ियाबाद के फ़ायर स्टेशन मोदीनगर में 7:26 बजे नितिन टेक्सटाइल्स जगदीश कॉम्प्लेक्स शहजादपुर रोड मुरादनगर फैक्ट्री में आग की सूचना मिली थी।
सूचना मिलते ही फायर स्टेशन मोदीनगर से अग्निशमन द्वितीय अधिकारी सहित 2 फायर टैंकर तथा 1 फायर टैंकर फायर स्टेशन कोतवाली से घटनास्थल के लिए रवाना हुए। घटनास्थल पर जाकर देखा तो फैक्ट्री से आग की लपटे व काला धुआं बहुत तेज था।
फ़ायर यूनिट ने शीघ्रता से होज लाइन फैलाकर फ़ायर फ़ाइटिंग करके आग को पूर्णरूप से शांत किया। फायर यूनिट ने शीघ्रता से आग को बुझाकर आसपास में स्थित फैक्टोरियों को सुरक्षित बचा लिया गया। इस फैक्ट्री में धागा बनाने का काम होता है, इसमें कोई जन हानि नहीं हुई। (आईएएनएस)
रत्नागिरी, 16 नवंबर । बचाव के कुछ ही घंटों बाद ही रत्नागिरी तट के पास अरब सागर में पांच टन वजनी व्हेल के बच्चे की मौत हो गई। गुरुवार तड़के उसका शव गणपतिपुले समुद्र तट पर फिर से बहकर आ गया। स्थानीय लोगों और अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
विशेषज्ञों को संदेह है कि व्हेल के बच्चे को लगभग चार दिनों तक पानी से बाहर खुले में रहने के कारण निर्जलीकरण का सामना करना पड़ा होगा, साथ ही मां से अलग होने के कारण भूखा रहा होगा।
बच्चेे की बाई लगभग 30 फीट और वजन लगभग 5000 किलोग्राम था। वह पहली बार सोमवार को भोर में समुद्र तट की रेत में फंसा हुआ पाया गया था।
इसके बाद उसे बचाने के लिए जिला अग्निशमन विभाग, पुलिस, मत्स्य पालन विभाग, भारतीय तट रक्षक, पर्यावरणविद्, एक निजी कंपनी और स्थानीय स्वयंसेवकों नेे एक अभियान शुरू किया।
मदद के लिए दो क्रेन और एक जेसीबी भी तैनात की गई थी।
लगभग 40 घंटेे की मेहनत के बाद, बचाव दल बुधवार रात 2 बजे. उसे रेत से समुद्र में धकेलने में कामयाब रहा।
घटनाक्रम पर नजर रखने वाले अधिकारियों ने कहा कि गहरे पानी में सुरक्षित वापस जाने के बाद, बच्चा समुद्र तट से कुछ दूरी पर कम से कम तीन बार दिखाई दिया और फिर अंत में पानी में गायब हो गया।
लेकिन गुरुवार तड़के स्तनपायी का शव गणपतिपुले समुद्र तट पर बहकर आ गया। (आईएएनएस)
सहारा समूह के मुखिया सुब्रत रॉय की विरासत में उनके व्यापारिक साम्राज्य का बेजोड़ उदाहरण भी है और सहारा घोटाले की चेतावनी भी, जिसके निवेशकों को आज भी करोड़ों रुपयों की वापसी का इंतजार है.
रॉय का मंगलवार देर रात कार्डियो रेस्पिरेटरी अरेस्ट के बाद मुंबई में निधन हो गया. वो 75 साल के थे और कई दिनों से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थे. अपने पीछे एक विशाल व्यापारिक साम्राज्य की विरासत छोड़ जाने वाले रॉय बीते कई सालों से कई विवादों में फंसे हुए थे.
सहारा समूह की कई कंपनियों पर शेयर बाजार संबंधित नियमों के उल्लंघन के आरोप थे. जून 2011 में सेबी ने सहारा समूह को गैरकानूनी तरीके से जुटाए गए पैसे निवेशकों को लौटाने का आदेश दिया था. फिर 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने सहारा को आदेश दिया था कि वे निवेशकों के 24,000 करोड़ रुपये लौटाए.
25,000 करोड़ रुपयों का मामला
कुल मिला कर सहारा समूह की अलग अलग सहकारी समितियों की स्कीमों में निवेशकों के कुल 30,000 करोड़ फंसे हुए थे. कुछ ही महीने पहले केंद्र सरकार ने सहारा से इन पैसों को लौटाने के लिए एक नई सेवा शुरू की थी, जिसके जरिए 5,000 करोड़ लौटाने की व्यवस्था की गई है.
लेकिन मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इस भुगतान के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर खोले गए विशेष बैंक खातों में 25,000 करोड़ से भी ज्यादा रुपए जमा हो चुके हैं. माना जा रहा है कि अधिकांश निवेशकों ने अभी तक अपने अपने रिफंड के दावे दर्ज नहीं करवाए हैं.
कई दावे इस वजह से खारिज भी हुए क्योंकि सहारा द्वारा दी गई जानकारी में उनका रिकॉर्ड नहीं मिला. इसी मामले में रॉय को 2014 में गिरफ्तार भी कर लिया गया लेकिन 2016 में पैरोल पर रिहा कर दिया गया.
छोटी सी कंपनी से साम्राज्य तक
एक रिपोर्ट के मुताबिक रॉय ने 1976 में सहारा समूह नाम की एक डूबती हुई चिट फंड कंपनी को खरीद लिया और दो सालों में उसकी कायापलट दी. उन्होंने मूल रूप से बैंकिंग सेवाओं से दूर करोड़ों लोगों के लिए छोटे निवेश की योजनाएं शुरू कीं.
धीरे-धीरे सहारा समूह ने विस्तार किया और वित्तीय सेवाओं के अलावा रियल एस्टेट, बिजली, जीवन बीमा, रिटेल, होटल, एयरलाइंस, मीडिया, खेल आदि समेत कई कई क्षेत्रों में अपनी जगह बना ली.
एक समय था जब समूह का दावा था कि उसके लिए पूरे देश में करीब 12 लाख लोग काम करते थे, जिस वजह से उसे कुछ लोग भारतीय रेल के बाद देश का सबसे बड़ा एम्प्लॉयर भी कहते थे.
आज भी सहारा दावा करता है कि उसके पास नौ करोड़ निवेशक और ग्राहक हैं और उसकी संपत्तियों का कुल मूल्य 2,59,900 से ऊपर है. इसके अलावा समूह 30,970 एकड़ के लैंड बैंक का मालिक होने का भी दावा करता है.
उन्हें नामी राजनेताओं और फिल्मी सितारों के साथ उनकी दोस्ती के लिए भी जाना जाता है. बाद के सालों में उन्हें मुलायम सिंह यादव और उनकी समाजवादी पार्टी के करीबी के रूप में जाना जाने लगा. (dw.com)
पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने कहा है कि आवारा जानवरों के हमलों के पीड़ितों को मुआवजा देना "मुख्य रूप से राज्य की जिम्मेदारी" होगी.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
हाई कोर्ट ने आवारा कुत्तों के काटने को लेकर अहम आदेश जारी किया है. हाई कोर्ट ने पंजाब, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ को कुत्तों सहित आवारा जानवरों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं या उनके हमलों के पीड़ितों को मुआवजे पर निर्णय लेने के लिए एक समिति गठित करने का आदेश दिया है.
आवारा जानवरों के हमले से जुड़ी 193 याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने यह आदेश सुनाया. हाई कोर्ट ने कहा कि कुत्तों और मवेशियों जैसे आवारा जानवरों के हमलों के मामलों में राज्य मुख्य रूप से मुआवजा देने के लिए जिम्मेदार होगा.
कुत्ते के काटने पर मुआवजा
हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि कुत्ते के काटने के मामले में प्रत्येक दांत के निशान के लिए कम से कम 10,000 रुपये और प्रत्येक 0.2 सेमी घाव या मांस निकलने पर 20,000 रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए.
हाई कोर्ट ने कहा, "राज्य मुख्य रूप से मुआवजा देने के लिए उत्तरदायी होगा. राज्य को दोषी एजेंसियों, राज्य निकायों या निजी व्यक्ति (अगर कोई हो) से राशि वसूलने का अधिकार होगा."
कुत्तों के अलावा, कोर्ट ने सूची में गाय, बैल, गधे, भैंस और पालतू जानवरों को भी शामिल किया. कोर्ट ने मुआवजा निर्धारित करने के लिए जिला उपायुक्त की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने का आदेश दिया, जिसमें पुलिस अधीक्षक, संबंधित क्षेत्र के एसडीएम, जिला परिवहन अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी शामिल होंगे.
यह आदेश भारत में आवारा कुत्तों के खतरे पर चल रही बहस के बीच आया है. पिछले महीने जाने-माने उद्योगपति और वाघ बकरी ग्रुप के निदेशक 49 वर्षीय पराग देसाई की मौत ने बहस का एक नया दौर शुरू कर दिया था. देसाई जब सुबह टहलने निकले थे तो उनपर आवार कुत्तों ने हमला कर दिया था और वे सड़क पर गिर गए और घायल हो गए. अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
इस घटना के तुरंत बाद आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग तेज हो गई. लोगों ने सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो पोस्ट किए जो जानवरों के हमले से जुड़े थे.
स्वास्थ्य समस्या है कुत्तों का हमला
जानवरों का काटना दुनिया भर में एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक हर साल 55,000 लोग रेबीज से मरते हैं, जिनमें से 36 फीसदी भारत में होते हैं.
संसद में पेश की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक 2019 से 2022 के बीच देश में आवारा कुत्तों के काटने के करीब 1.6 करोड़ मामले दर्ज किए गए यानी प्रतिदिन औसतन 10,000 मामले.
हालांकि, असल संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है. 2022 में भारत में कुत्तों के काटने से 307 लोगों की मौत हुई, जिनमें सबसे ज्यादा 48 मामले दिल्ली में दर्ज किए गए थे. (dw.com)
सहारा इंडिया ग्रुप के प्रमुख सुब्रत रॉय का मंगलवार, 14 नवंबर की देर रात 10.30 बजे मुंबई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।
सहारा समूह ने एक बयान जारी कर बताया कि वे हाइपर टेंशन और डायबिटीज जैसी बीमारियों से लड़ रहे थे और कार्डियक अरेस्ट के कारण उनका निधन हुआ। बयान में कहा गया है कि 12 नवंबर को स्वास्थ्य खऱाब होने के चलते उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। बुधवार को उनका शव लखनऊ के सहारा शहर लाया जाएगा, जहाँ उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी जाएगी।
सुब्रत रॉय का जन्म 10 जून 1948 को बिहार के अररिया में हुआ था। उनकी शुरुआती पढ़ाई कोलकाता के होली चाइल्ड स्कूल में हुई, जिसके बाद उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में की थी।
ग्रुप की वेबसाइट के मुताबिक उसके पास 9 करोड़ निवेशक और ग्राहक हैं।
कंपनी का कहना है कि उनकी कुल संपत्ति दो लाख 59 करोड़ रुपए हैं। इसके अलावा उनके पास पाँच हजार कैंपस और 30 हजार 970 एकड़ जमीन है।
सुब्रत रॉय ने अपने साथ उन लाखों गऱीब और ग्रामीण भारतीयों को जोड़ा, जिनके पास बैंकिंग की सुविधा नहीं थी और इन्हीं के सहारे सहारा ग्रुप खड़ा किया, लेकिन बाज़ार नियामक सेबी ने जब उनके खिलाफ कदम उठाए तो दशकों का बनाया हुआ साम्राज्य हिलने लगा।
दरअसल, यह मामला सहारा ग्रुप की कंपनियों से जुड़ा था, जिन्होंने रीयल एस्टेट में निवेश के नाम पर तीन करोड़ से ज़्यादा निवेशकों से करीब 24 हजार करोड़ रुपये जुटाए थे।
एक समय ऐसा था जब सुब्रत रॉय के पास एक एयरलाइन, एक फॉर्मूला वन टीम, एक आईपीएल क्रिकेट टीम, लंदन और न्यूयॉर्क में आलीशान होटल थे। उन्होंने अपनी एयरलाइन-एयर सहारा, जेट एयरवेज को बेच दी, जो बाद में ख़ुद भी बंद हो गई।
एक समय पर माना जाता था कि सहारा ग्रुप में भारतीय रेलवे के बाद सबसे ज़्यादा लोग काम करते हैं। इन लोगों की संख्या करीब 12 लाख बताई जाती थी।
फिल्मी सितारों से लेकर सभी राजनीतिक दलों में सुब्रत रॉय के दोस्त थे, लेकिन उन्हें समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के ज़्यादा करीब माना जाता था।
दिसंबर 1993 में जब मुलायम सिंह दोबारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो रॉय के साथ उनके रिश्ते और गहरे हो गए। वे मुलायम सिंह के करीबी अमर सिंह भी गहरे दोस्त थे।
सहारा का पतन
सुब्रत रॉय को 10 हजार करोड़ रुपये की बकाया राशि न चुकाने पर 4 मार्च 2014 को जेल जाना पड़ा। अदालत ने तब कहा था कि जब तक वे पाँच हज़ार करोड़ रुपये नकद और पाँच हजार करोड़ रुपये की बैंक गारंटी नहीं देंगे, तब तक उन्हें रिहा नहीं किया जाएगा।
2013 में सहारा ग्रुप ने सेबी ऑफिस को 127 ट्रक भेजे थे, जिसमें तीन करोड़ से ज्यादा आवेदन फॉर्म और दो करोड़ रिडेम्पशन वाउचर शामिल थे। उन्हें दो साल से ज्यादा समय तक जेल में रहना पड़ा और 2016 में वे पैरोल पर बाहर आए। प्रॉपर्टी के एक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें फिर से जेल भेज दिया था।
सेबी ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि अगर सुब्रत, नवंबर 2020 में 62 हजार 600 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं करते हैं तो उनकी पैरोल रद्द कर दी जाए।
सहारा ग्रुप की लंबे समय से बाजार नियामक सेबी के साथ लड़ाई चल रही है। सेबी ने सहारा ग्रुप को निवेशकों का पैसा लौटाने का आदेश दिया और साल 2010 में सहारा ग्रुप की दो कंपनियों और रॉय पर जनता से पैसा जुटाने को लेकर प्रतिबंध लगा दिया।
टीम इंडिया का स्पॉन्सर रहा सहारा
साल 2001 से 2013 तक सहारा ग्रुप टीम इंडिया का स्पॉन्सर रहा। सहारा की टीम पुणे वॉरियर्स ने साल 2011 में आईपीएल में एंट्री ली थी। 2013 में सहारा ग्रुप की वित्तीय स्थिति खऱाब होने के बाद यह करार खत्म कर दिया।
बेटों की चर्चित शादी
सुब्रत राय बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को अपना मित्र बताते थे और पूर्व ब्रितानी प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर के साथ कंधा मिलाते नजर आते थे।
साल 2004 में हुई सुब्रत रॉय के दोनों बेटों की शादी का जश्न करीब एक पखवाड़े तक मनाया गया था। इसे इस शताब्दी की सबसे चर्चित भारतीय शादी बताया गया था और यह शादी मीडिया में छाई रही थी।
शादी समारोह में कऱीब दस हजार लोग शामिल हुए थे। इसमें व्यवसाय जगत की हस्तियां, बॉलीवुड के सितारे, क्रिकेट खिलाड़ी और फैशन जगत के दिग्गज शामिल हुए थे।
इन अतिथियों को विशेष विमानों से लखनऊ ले जाया गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देने पहुँचे थे।
श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, ‘सहारा श्री सुब्रत रॉय जी का निधन उत्तर प्रदेश और देश के लिए भावात्मक क्षति हैं क्योंकि वो एक अति सफल व्यवसायी के साथ-साथ एक ऐसे अति संवेदनशील विशाल हृदय वाले व्यक्ति भी थे जिन्होंने अनगिनत लोगों की सहायता की उनका सहारा बने। भावभीनी श्रद्धांजलि!’
भारतीय पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि सुब्रत रॉय के निधन की खबर सुनकर उन्हें दुख पहुंचा। उन्होंने लिखा कि वे एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने मुश्किल स्थितियों में आने पर कभी हार नहीं मानी।
युवराज ने लिखा, ‘जब मुझे कैंसर हुआ तो वे उन कुछ लोगों में से थे जो मेरे साथ खड़े थे। वे हमेशा से मेरे और मेरे परिवार के बहुत करीब थे। वे एक ऐसे व्यक्ति थे जिनसे हम सीखते थे।’ (bbc.com/hindi)
उत्तरकाशी, 15 नवंबर यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग के एक हिस्से के ढहने से पिछले 72 घंटों से उसके अंदर फंसे 40 श्रमिकों को बाहर निकालने के प्रयासों को उस समय झटका लगा जब 'एस्केप टनल' बनाने के लिए शुरू की गयी ड्रिलिंग को ताजा भूस्खलन के चलते रोकना पड़ा ।
अधिकारियों ने यहां बताया कि मंगलवार रात साढ़े 12 बजे तक मलबे में बड़े व्यास के माइल्ड स्टील पाइप डालने के लिए ड्रिलिंग का काम किया जा रहा था लेकिन भूस्खलन होने के कारण उसे बीच में रोकना पड़ा ।
इस बीच, सिलक्यारा सुरंग में ड्रिलिंग के लिए स्थापित की गयी आगर मशीन भी खराब होने की सूचना है ।
इससे पहले, मंगलवार रात को भी सुरंग में ऊपर से मलबा गिरा था । इसके बाद बनी भगदड़ जैसी स्थिति में बचाव कार्य में लगे दो मजदूर मामूली रूप से घायल हो गए थे जिन्हें उपचार के लिए सुरंग के बाहर बनाए गए अस्थाई अस्पताल में ले जाना पड़ा ।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने देहरादून में 'पीटीआई भाषा' को बताया कि भारतीय वायु सेना से बात हो गयी है और जल्द ही दिल्ली से इससे बड़ी मशीनें मौके पर भेजी जाएंगी जिससे मजदूरों को सुरंग से बाहर निकाला जा सकेगा ।
दिल्ली से दो हरक्यूलिस विमान बचाव कार्यों के लिए सामान लेकर घटनास्थल के निकट स्थित चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पहुंचेंगे जहां से उन्हें सिलक्यारा लाया जाएगा ।
उधर, सिलक्यारा स्थित पुलिस नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार, आगर मशीन को स्थापित करने के लिए बनाए गए प्लेटफार्म को तोड़ा जाएगा और बड़ी मशीनों के लिए नया प्लेटफार्म बनाया जाएगा ।
मलबे में क्षैतिज ड्रिलिंग के लिए आगर मशीन को स्थापित करने हेतु प्लेटफार्म बनाने में मंगलवार को लगभग पूरा दिन लग गया था ।
बचाव कार्य में आई बाधा के चलते रविवार सुबह से सुरंग में फंसे श्रमिकों का बाहर आने का इंतजार लंबा होता जा रहा है । प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने सोमवार को मंगलवार रात या बुधवार सुबह तक श्रमिकों को बाहर निकाले जाने की उम्मीद जाहिर की थी ।
बाद में, 900 मिमी व्यास के पाइप के जरिए 'एस्केप टनल' बनाकर मजदूरों को बाहर निकालने की नई योजना सामने आने के बाद उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने मंगलवार को कहा था कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो बुधवार दिन तक श्रमिकों को बाहर निकाल लिया जाएगा ।
हांलांकि, सुरंग में फंसे सभी श्रमिक सुरक्षित बताए जा रहे हैं जिन्हें पाइप के जरिए लगातार ऑक्सीजन, पानी, सूखे मेवे सहित अन्य खाद्य सामग्री, बिजली, दवाइयां आदि पहुंचाई जा रही है ।
चारधाम ऑल वेदर सड़क परियोजना के तहत निर्माणाधीन सुरंग का सिलक्यारा की ओर से मुहाने से 270 मीटर अंदर करीब 30 मीटर का हिस्सा ढह गया था और तब से श्रमिक उसके अंदर फंसे हुए हैं । उन्हें निकालने के लिए युद्वस्तर पर बचाव एवं राहत अभियान चलाया जा रहा है ।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा प्रतिवादन बल, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, सीमा सड़क संगठन के 160 बचावकर्मियों का दल दिन रात बचाव कार्यों में जुटा हुआ है ।
फंसे श्रमिकों की सलामती के लिए एक स्थानीय पुजारी ने मौके पर पूजा भी संपन्न कराई । गंगोत्री मंदिर के कपाट बंद होने के अवसर पर श्रमिकों के सकुशल बाहर आने के लिए प्रार्थना भी की गयी ।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुरंग के अंदर जाकर अधिकारी पाइप के जरिए मजदूरों से बात कर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं । प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी मजदूरों के परिजनों को बचाव प्रयासों की जानकारी देते हुए उनकी श्रमिकों से बात करा रहे हैं ।
उत्तरकाशी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएस पंवार ने कहा कि सुरंग के पास एक छह बिस्तरों का अस्थाई चिकित्सालय तैयार कर लिया गया है । उन्होंने बताया कि इसके अलावा मौके पर 10 एंबुलेंस के साथ मेडिकल टीमें भी तैनात हैं जिससे श्रमिकों को बाहर निकलने पर उन्हें तत्काल चिकित्सीय मदद दी जा सके ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सुरंग में फंसे श्रमिकों तथा उन्हें बाहर निकालने के लिए की जा रही कार्रवाई के बारे में अधिकारियों से निरंतर जानकारी ले रहे हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 15 नवंबर कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों से ठीक दो दिन पहले बुधवार को पीएम-किसान सम्मान निधि की 15वीं किस्त जारी करने पर सवाल उठाए और आश्चर्य जताया कि क्या यह ‘‘जानबूझकर’’ किया गया है।
विधानसभा चुनावों के लिए मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को जहां पहले चरण का, वहीं पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान होगा। छत्तीसगढ़ में पहले चरण में सात नवंबर को वोट पड़े थे।
कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य छत्तीसगढ़ में सत्ता बरकरार रखना और मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराना है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि पीएम-किसान सम्मान निधि की छठी किस्त एक अगस्त 2020 को, जबकि नौवीं किस्त नौ अगस्त 2021 को जारी की गई थी।
उन्होंने कहा कि 12वीं किस्त पिछले साल 17 अक्टूबर को जारी की गई थी।
रमेश ने कहा, ‘पीएम-किसान के तहत 15वीं किस्त आज यानी 15 नवंबर 2023 को जारी की जा रही है। अब जबकि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अगले दो दिन में, राजस्थान में 10 दिन में और तेलंगाना में 15 दिन में चुनाव होने वाले हैं, तो 15वीं किस्त आज जारी की जा रही है।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या यह देरी जानबूझकर नहीं की गई है?’’ (भाषा)
भुवनेश्वर, 15 नवंबर ओडिशा के कोरापुट और सुंदरगढ़ जिलों में बुधवार को दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पहली घटना कोरापुट जिले की है, जहां छत्तीसगढ़ के एक परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई और एक महिला घायल हो गयी। जिस कार से ये लोग यात्रा कर रहे थे वह 100 मीटर गहरे खड्ढे में गिर गई।
पुलिस ने बताया कि यह दुर्घटना जोड़ीमदेली के पास सुनकी घाट पर हुई। उन्होंने बताया कि घायल महिला को कोरापुट के जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया है।
उन्होंने बताया कि कार छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव जिले से आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम जा रही थी।
मृतकों की पहचान नंदलाल ठाकर, गौरव ठाकर और नमन ठाकर के रूप में हुई। घायल महिला की पहचान रचना ठाकर के रूप में हुई।
पुलिस को आशंका है कि हादसा संभवत: कोहरे या चालक को नींद आने की वजह से हुआ होगा।
सुंदरगढ़ जिले के झारमुंडा गांव में तेज रफ्तार से जा रही एक कार ने पीछे से दो साइकिल सवारों को टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई।
साइकिल को टक्कर मारने के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया। हालांकि, स्थानीय लोगों ने वाहन का पीछा कर जगतगढ़ के पास उसे रोक लिया। पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया है। (भाषा)
भोपाल, 15 नवंबर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की बैतूल जिले के आमला में बुधवार को होने वाली चुनावी रैली रद्द कर दी गई क्योंकि जिस हेलीकॉप्टर से उन्हें जाना था उसमें कुछ तकनीकी खराबी आ गई। पार्टी के एक नेता ने यह जानकारी दी।
कांग्रेस नेता ने बताया कि खरगे सुबह 11 बज कर 20 मिनट पर एक आम सभा को संबोधित करने वाले थे, लेकिन हेलीकॉप्टर में कुछ तकनीकी खराबी आने के कारण आम सभा रद्द कर दी गई।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बैरसिया और भोपाल शहर में दो अन्य सभाओं को संबोधित करेंगे।
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का बुधवार को आखिरी दिन है। वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी। (भाषा)
मुंबई,15 नवंबर मुंबई पुलिस को भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले विश्व कप सेमीफाइनल मैच में ‘‘संभावित व्यवधान’’की धमकी वाला संदेश सोशल मीडिया पर बुधवार को मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर धमकी देने वाला पोस्ट किया गया था और इसमें मुंबई पुलिस के आधिकारिक हैंडल को टैग किया गया था। इसमें एक बंदूक, हथगोले और गोलियों की तस्वीरें बनी हुई थीं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि धमकी मिलने के बाद पुलिस वानखेड़े स्टेडियम की कड़ी निगरानी कर रही है। विश्व कप का सेमीफाइनल मैच बुधवार अपराह्न दो बजे होना है।
उन्होंने बताया कि मुंबई पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अपराध शाखा को भी जांच में शामिल किया गया है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 15 नवंबर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में प्रचार का शोर थमने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को दोनों राज्यों के मतदाताओं से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में मतदान करने की अपील की।
उन्होंने दावा किया कि मध्य प्रदेश के लोग जहां कांग्रेस की ‘परिवारवादी’ राजनीति और ‘नकारात्मकता’ से नाराज हैं वहीं छत्तीसगढ़ की जनता ने ‘परिवर्तन’ का ‘नया अध्याय’ लिखने की ठान ली है।
मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होना है जबकि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 17 नवंबर को ही 70 सीटों के लिए मतदान होगा। छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीटों में से 20 पर सात नवंबर को मतदान हुआ था।
दोनों ही राज्यों में बुधवार शाम को चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। मतगणना तीन दिसंबर को होगी।
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर मध्य प्रदेश में अपने चुनावी रैलियों व कार्यक्रमों के अनुभवों को साझा करते हुए एक पोस्ट में कहा, ‘‘लोगों में भाजपा के प्रति जो स्नेह है, भाजपा पर जो आस्था है, वो हमारी बहुत बड़ी पूंजी है।’’
उन्होंने दावा किया कि मध्य प्रदेश की नारी शक्ति इस चुनाव में आगे बढ़कर भाजपा का झंडा बुलंद कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह महिला सशक्तीकरण भाजपा की प्राथमिकता है, उसी तरह महिलाओं ने भाजपा सरकार की वापसी को अपनी प्राथमिकता बना लिया है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज की नयी पीढ़ी भारत के अगले 25 वर्षों और अपने 25 वर्षों को एक साथ जोड़कर देख रही है और इसलिए विकसित भारत के संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने के दायित्व को निभाने के लिए नौजवान भी कंधे से कंधा मिलाकर आगे आ रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों का ये अटूट विश्वास है कि 21वीं सदी का विकसित मध्य प्रदेश सिर्फ भाजपा ही बना सकती है। मध्य प्रदेश के लोग डबल इंजन की सरकार के लाभ को देख भी रहे हैं और इसकी जरूरत को समझते भी हैं।’’
मोदी ने दावा किया कि राज्य के लोग कांग्रेस की ‘परिवारवादी राजनीति और नकारात्मकता’ से ‘ज्यादा नाराज’ हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के पास मध्य प्रदेश के विकास के लिए कोई दृष्टि नहीं है, कोई खाका नहीं है। मेरा सभी मतदाताओं से आग्रह है कि विकसित मध्य प्रदेश के लिए, विकसित भारत के लिए, भाजपा को चुनें, कमल को चुनें।’’
प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के अपने चुनाव अभियान के अनुभव को ‘अद्भुत’ और ‘अभूतपूर्व’ करार दिया और कहा कि यहां के लोग जानते हैं कि ‘कुशासन और भ्रष्टाचार’ के शिकंजे से अगर राज्य को कोई निकाल सकता है तो वह भाजपा ही है।
उन्होंने दावा किया भाजपा ने ही छत्तीसगढ़ को बनाया और भाजपा ही उसे संवारेगी भी।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह राज्य के अनुसूचित जाति व जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के युवा हमारे विकास मॉडल के साथ जुड़ रहे हैं, वो बहुत उत्साहित करने वाला है। छत्तीसगढ़ के युवाओं की ये शक्ति, परिवर्तन का नया अध्याय लिखने वाली है।’’
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ महिलाओं ने भी राज्य के विकास की ध्वज पताका खुद उठा ली है क्योंकि आज भारत जिस तरह महिला सशक्तीकरण के लिए प्रयास कर रहा है, उसका प्रभाव छत्तीसगढ़ में भी दिखता है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘इस चुनाव में कांग्रेस की करारी हार तय है। जनता, भाजपा के सुशासन पर विश्वास कर रही है, कांग्रेस के खोखले वादों पर नहीं। भाजपा अपने हर संकल्प को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है, वचनबद्ध है।’’
उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगों को विश्वास दिलाया कि राज्य में बनने वाली भाजपा की आगामी सरकार उनकी आकांक्षाओं और प्रदेश की समृद्धि की सरकार होगी।
दोनों ही राज्यों में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने दोनों ही राज्यों में भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दिया था। हालांकि मध्य प्रदेश में कांग्रेस में बगावत के बाद कमल नाथ के नेतृत्व वाली सरकार 15 महीने बाद गिर गई थी। (भाषा)
चंडीगढ़, 15 नवंबर। हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिले में एक कार सड़क के डिवाइडर से टकरा गई और फिर दूसरी तरफ एक दूसरे वाहन से उसकी टक्कर हो गई। इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
हादसा राष्ट्रीय राजमार्ग पर ठीकरी गांव के पास हुआ।
पिहोवा की ओर से आ रहे कार चालक ने शायद वाहन पर से नियंत्रण खो दिया और कार डिवाइडर से जा टकराई।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि डिवाइडर जंप करने के बाद कार सामने से आ रहे दूसरे वाहन से टकरा गई। (आईएएनएस)
जयपुर, 15 नवंबर । दिवाली पर पटाखे जलाते समय जयपुर, झुंझुनू और भरतपुर सहित राजस्थान के कई शहरों में 10 बच्चों सहित कुल 13 लोगों की कम से कम एक आंख की रोशनी चली गई। यह जानकारी डॉक्टरों दी।
यह आंकड़ा यहां सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल के नेत्र विभाग में तीन दिन की सर्जरी के बाद सामने आया, जिसमें मरीजों के कॉर्निया और रेटिना को नुकसान हुआ था।
डॉक्टरों के मुताबिक, झुंझुनू के एक बच्चे की दोनों आंखों की रोशनी चली गई, जबकि 12 अन्य ऐसे हैं, जिनकी एक आंख की रोशनी चली गई।
एसएमएस अस्पताल में नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ. पंकज शर्मा ने कहा, "तीन दिन (शनिवार से सोमवार) में 40 मामले सामने आए हैं। इनमें से करीब 25 मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। 13 बड़ी सर्जरी की गई हैं। 12 लोगों की एक आंख की रोशनी चली गई। वहीं, एक मामला झुंझुनू से रेफर किया गया, जहां बम सेट करते समय घायल हुए बच्चे की दोनों आंखों की सर्जरी करनी पड़ी। ऑपरेशन के दौरान यह पाया गया कि उनकी बाईं आंख पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी, जबकि दाहिनी आंख को बचाने के लिए ऑपरेशन किया गया था।”
डॉक्टर के मुताबिक, पटाखों से लोग दो तरह से घायल होते हैं- एक तो पटाखे का एक हिस्सा गोली की तरह निकलकर लोगों को लगता है और दूसरा बारूद से जलने से।
उन्होंने कहा, "अगर कोई बम बहुत करीब से फटता है तो बारूद आंखों में चला जाता है। 'अनार' फटने का भी मामला सामने आया है, जिससे आंख का कॉर्निया जल गया। 13 मरीजों में से 10 बच्चे हैं। इनकी उम्र 15 साल से कम है। तीन वयस्क हैं। उनमें से सभी को गंभीर चोटें आई हैं। एक या दो को छोड़कर, दृष्टि वापस लाना मुश्किल है। हमने आंखों की संरचना को संरक्षित करने के लिए ऑपरेशन किए हैं।" (आईएएनएस)
नोएडा, 15 नवंबर । सांप तस्करी और रेव पार्टी मामले में सामने आए नाम एलविश यादव के साथ अब फजलपुरिया का भी नाम भी पूरी तरह जुड़ गया है। आरोपी राहुल के घर से एक लाल डायरी बरामद हुई है जिसमें संपेरो के नंबर, बुकिंग और पार्टी में शामिल लोगों के नाम का ब्यौरा दर्ज है।
साथ ही साथ एलविश और फजलपुरिया के बीच मुलाकात का भी ब्यौरा उस डायरी में दर्ज है। डायरी में एल्विश की नोएडा के फिल्म सिटी और छतरपुर के फार्म हाउस पार्टी का भी जिक्र है। एल्विश और फजलपुरिया के बिचौलिये का भी पूरा ब्योरा है। डायरी में बॉलीवुड, यूट्यूबर के लिए रेव पार्टी में पहुंचाए गए सांप, वेनम, सपेरे, ट्रेनर का जिक्र है, जिसके हर पेज पर पार्टी का दिन, आयोजक का नाम, लोकेशन, समय और पेमेंट का हिसाब-किताब लिखा है। मोबाइल नंबर तक मेंशन है। अब इन नंबरों की सीडीआर भी पुलिस खंगालेगी।
दरअसल, डायरी और उससे मिले इनपुट के बाद ही नोएडा पुलिस आयुक्त कार्यालय में एक बैठक बुलाई गई। यहां पर डायरी से जुड़े दस्तावेजों और प्वाइंट्स को रखा गया। इस केस में अब तक हुई कार्रवाई की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। बैठक में डायरी से जुड़े सभी दस्तावेजों को अधिकारियों के सामने रखा गया और आगे की रणनीति यहीं तय हो गई।
माना जा रहा था कि एल्विश का राहुल से कोई सीधा संपर्क नहीं है, लेकिन डायरी में एल्विश के लिए कहां-कहां पार्टी आयोजित की गई इसे लिखा गया है। डायरी में बहुत से नाम हैं। ये नाम पार्टी आयोजक और बिचौलियों के हैं। इसी डायरी में एल्विश के बिचौलिये का नाम और फोन नंबर भी है। अब इन नंबरों के आधार पर पुलिस जांच करेगी। उन सभी लोगों से पूछताछ की जाएगी जिनके नाम डायरी में हैं। पुलिस ने राहुल के कॉल के रिकॉर्ड भी इन नंबरों से मैच कराए जिससे यह साफ हो गया कि राहुल को ही इन लोगों ने पार्टी में सांप और वेनम के लिए फोन किए। (आईएएनएस)
भोपाल, 15 नवंबर। मध्य प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होना है। इसके मद्देनजर लागू आदर्श आचार संहिता के नियमों के तहत निर्वाचन आयोग ने पेड न्यूज के मामले में 78 उम्मीदवारों को नोटिस जारी किया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि प्रदेश में राजनीतिक पार्टियों के चुनाव प्रचार और पेड न्यूज मामले पर भी सख्ती से नजर रखी जा रही है। जिला स्तरीय मीडिया सर्टिफिकेशन एवं मॉनिटरिंग कमेटी (एमसीएमसी) और राज्य स्तरीय एमसीएमसी 24 घंटे पेड न्यूज की निगरानी कर रही है। विभिन्न जिलों से पेड न्यूज के अब तक 80 मामले सामने आए हैं। जिला स्तरीय एमसीएमसी ने 78 मामलों में उम्मीदवारों को नोटिस जारी किये है, जबकि शेष दो मामले शुरुआती जांच में पेड न्यूज के नहीं निकले इसलिए उन्हें जिला स्तर पर ही निरस्त कर दिया गया है।
राज्य स्तरीय एमसीएमसी ने 30 मामलों को पेड न्यूज माना है जबकि 48 मामले विचाराधीन है। निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए पेड न्यूज मामलों की गंभीरता से मॉनिटरिंग कराने के लिए निर्देश दिए हैं। जिला स्तरीय एमसीएमसी की प्रारंभिक जांच में पेड न्यूज पाये जाने के संबंधित उम्मीदवार के विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी से उम्मीदार को नोटिस जारी कर जवाब मांगने के लिए कहा जाता है।
अगर कोई उम्मीदवार जिला स्तरीय कमेटी के निर्णय से संतुष्ट नहीं है तो वह राज्य स्तरीय कमेटी के समक्ष अपील कर सकता है। उम्मीदवार की अपील पर राज्य स्तरीय समिति इस मामले पर सुनवाई कर निराकरण करती है। अगर कोई उम्मीदवार राज्य स्तरीय समिति के निर्णय से भी संतुष्ट नहीं है तो वह चाहे तो भारत निर्वाचन आयोग में गठित मीडिया सर्टिफिकेशन एवं मॉनिटरिंग समिति के समक्ष भी अपील कर सकता है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 15 नवंबर । निर्वाचन आयोग ने मध्य प्रदेश में एक चुनावी जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा को नोटिस जारी किया है। प्रियंका गांधी को गुरुवार रात 8 बजे तक जवाब देने को कहा गया है।
मंगलवार रात प्रियंका गांधी को भेजे गए नोटिस में चुनाव आयोग ने कहा, ''आयोग को 10 नवंबर को भारतीय जनता पार्टी से एक शिकायत मिली है, जिसमें यह आरोप लगाया गया है कि सांवेर विधानसभा क्षेत्र में एक सार्वजनिक रैली में आपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध में झूठे बयान दिए हैं, जिससे जनता गुमराह हो सकती है और प्रधानमंत्री की छवि खराब हो सकती है।”
आयोग ने कहा कि आम तौर पर जनता मानती है कि किसी वरिष्ठ नेता का बयान सच होता है।
पोल पैनल ने कहा, "आपको बताए गए तथ्यों को सत्यापित करना चाहिए ताकि मतदाताओं को गुमराह करने की कोई गुंजाइश न रहे।"
आयोग ने कहा, "आप अपने बयान पर 16 नवंबर, 2023 को रात 8 बजे तक स्पष्टीकरण देें। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए आपके खिलाफ उचित कार्रवाई क्यों न की जाए।"
"निर्धारित समय के भीतर आपकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ भी नहीं कहना है और चुनाव आयोग आपसे कोई और संदर्भ लिए बिना मामले में उचित कार्रवाई या निर्णय लेगा।" (आईएएनएस)