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व्यापम इज बैक
04-Mar-2021 2:41 PM
व्यापम इज बैक

-गिरीश मालवीय

मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार की वापसी हुई है तो व्यापम जैसे घोटाले दुबारा होने शुरू हो गए हैं। मध्यप्रदेश में फरवरी के मध्य में हुई कृषि विभाग अधिकारी के लिए हुई परीक्षा में टॉप 10 स्थानों पर कब्जा जमाने वाले उम्मीदवारों को सामान्य ज्ञान की परीक्षा में ना केवल बराबर नंबर मिले हैं, बल्कि सबकी गलतियां भी एक जैसी हैं। 

है न कमाल?
इससे भी बड़ी बात यह है कि इनकी जाति, कॉलेज और अकादमिक प्रदर्शन भी लगभग एक जैसे हैं। और सभी चंबल क्षेत्र के हैं।
इंदौर से एक परीक्षार्थी रंजीत रघुनाथ ने कहा, ‘यह तो घोटाले का छोटा हिस्सा है। परीक्षा में टॉप टेन स्टूडेंट चंबल डिवीजन से हैं और इनमें से 9 एक ही जाति के हैं। इन्होंने बीएससी (कृषि विज्ञान) राजकीय कृषि कॉलेज ग्वालियर से की है। लगभग सभी स्टूडेंट्स ने चार साल की डिग्री को पांच या अधिक सालों में पूरा किया।’  रघुनाथ ने कहा, ‘उन्हें 200 में से 195 और 194 अंक मिले हैं जो कि परीक्षा के इतिहास में सर्वाधिक है।’

एक ओर परीक्षार्थी सचित आनंद ने कहा, ‘कैंडिडेट्स को सामान्य ज्ञान की परीक्षा में फुल माक्र्स मिले, लेकिन शक उस समय बढ़ गया जब व्यापम ने आंसर शीट जारी की और तीन सवालों के गलत जवाब दिए। दिलचस्प यह है कि टॉप स्कोरर परीक्षार्थियों ने भी उन्हीं तीनों सवालों के गलत जवाब दिए हैं। हम नहीं जानते कि यह संयोग है या साजिश, लेकिन यह कैसे संभव है कि उन्होंने समान गलत उत्तर दिए खासकर बेसिक सवाल का जो कक्षा 11 में पढ़ाया जाता है।’ आनंद ने कहा कि टॉप स्कोरर में से एक को गणित में फुल माक्र्स मिले है, लेकिन सांख्यिकी की परीक्षा में कम से कम चार बार फेल हुआ था और 8 साल में उसकी डिग्री पूरी हुई।

ग्वालियर कृषि कॉलेज के एक प्रोफेसर ने भी इन उम्मीदवारों के नंबर पर हैरानी जाहिर की। नाम गोपनीय रखने की शर्त पर उन्होंने कहा, ‘हो सकता है कि रातों-रात उन्होंने ज्ञान अर्जन कर लें और चलिफाई हो जाएं, लेकिन यह विश्वास करना मुश्किल है कि उन्हें सर्वाधिक नंबर मिले हैं।’

इस घोटाले से पर्दा तब उठा जब कुल 862 पदों पर हुई परीक्षा की आंसर शीट 17 फरवरी को जारी की गई ओर साथ ही संभावित चयनित उम्मीदवारों की सूची भी जारी की गई।  

इस परीक्षा में 2 पेपर हुए थे पहले पेपर ने सामान्य ज्ञान  सामान्य हिंदी, सामान्य अंग्रेजी, गणित, सामान्य तर्कशक्ति परिक्षण, सामान्य विज्ञान, सामान्य कम्प्यूटर विज्ञानं से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे तथा दूसरे पेपर में परीक्षार्थियों द्वारा चुने गए विषय से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे दोनों पेपर भी 100 रूड्डह्म्द्मह्य के थे

सवाल पहले पेपर को लेकर उठ रहे हैं
स्टूडेंट्स का कहना है कि व्यापम ने ब्लैक लिस्टेड कंपनी हृस्श्वढ्ढञ्ज को परीक्षा के आयोजन के लिए चुना। यह वही कंपनी है जिसे यूपी में 2017 सब इंस्पेक्टर के लिए हुई परीक्षा में पेपर लीक की वजह से ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था।

मध्यप्रदेश का व्यापमं घोटाला शिक्षा जगत में अब तक का सबसे बड़ा घोटाला माना जाता है इसमें 55 केस दर्ज हुए, 2,530 आरोपी बनाए गए और करीब 1,980 लोगों को गिरफ्तार किया गया। घोटाले का पर्दाफाश होने से लेकर अब तक 42 ऐसे लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है, सीएम शिवराज सिंह विधानसभा में स्वीकार कर चुके हैं कि 1000 भर्तियां अवैध रूप से हुईं हैं, घोटाले में जब आरएसएस के सरसंघचालक केसी सुदर्शन और सुरेश सोनी जैसे बड़े नेताओं के नाम आए थे लेकिन सब दबा दिया गया।

कांग्रेसी विधायकों और सूबे के बड़े नेताओं को तोडक़र सत्ता हासिल की गई है। शिवराज सरकार द्वारा ऐसे में इस तरह के घोटाले तो होंगे ही।

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