राजनीति
भोपाल, 4 फरवरी | मध्य प्रदेश के युवाओं में बढ़ती नशे की लत पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चिंता जताते हुए नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की गतिविधियों में नशा मुक्ति अभियान को भी सम्मिलित करने पर जोर दिया है। गणतंत्र दिवस समारोह नई दिल्ली में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करने वाले एनसीसी कैडेट्स व एनएसएस के छात्रों को मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित समारोह में सम्मानित करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि नेशनल कैडेट कोर युवा वर्ग में देश भक्ति, संस्कार, मेहनत, ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा, लक्ष्य के प्रति समर्पण और अनुशासन विकसित करने का सशक्त माध्यम है। इसका विस्तार प्रदेश की अधिक से अधिक शालाओं और महाविद्यालयों में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि युवा वर्ग में फैलती ड्रग्स की आदत युवा पीढ़ी को खोखला कर रही है। नेशनल कैडेट कोर एनसीसी और एनएसएस को अपनी गतिविधियों में नशा मुक्ति अभियान को भी सम्मिलित करना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री चौहान ने एनसीसी और एनएसस के छात्रों द्वारा कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डालकर किए गए सेवा कार्यो की सराहना की। रीवा के एनसीसी सीनियर अंडर ऑफिसर योगेश चतुर्वेदी को गणतंत्र दिवस परेड में बेस्ट कैडेट ऑफ ईयर चयनित होने पर बधाई दी तथा मेडल व दस हजार रुपये का चेक पुरस्कार स्वरूप प्रदान किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने गणतंत्र दिवस परेड में सम्मिलित 34 एनसीसी कैडेट्स और राष्ट्रपति द्वारा एनएसएस पुरस्कार 2018-19 से सम्मानित भोपाल की मानसी तीर्थानी तथा उज्जैन की मेहरान जाफरी सहित एनएसएस के 14 प्रतिभागियों को सम्मानित किया। साथ ही एनसीसी की ई-पत्रिका श्युवा स्पंदन के 56वें संस्करण का विमोचन भी किया।
एनसीसी के मेजर जनरल संजय शर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश के 52 और छत्तीसगढ़ के 28 जिलों में एनसीसी की गतिविधियां संचालित हैं। मध्यप्रदेश के 400 स्कूल तथा 900 कॉलेज में एक लाख 14 हजार युवा एनसीसी में भाग ले रहे हैं, जिनमें 30 प्रतिशत बालिकाएं हैं। इसी प्रकार मध्यप्रदेश में एनएसएस के एक लाख 50 हजार विद्यार्थी बेटी बचाओ, रक्तदान, ग्रामीण विकास, स्वच्छता तथा अन्य जन-कल्याणकारी गतिविधियों में सक्रिय हैं। (आईएएनएस)