पूर्व मंत्री की पत्नी से जुड़ी समिति को आबंटित किया गया था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 फरवरी। राजधानी के शताब्दी नगर में सरकारी भूमि भवन पर कब्जे का मामला आज विधानसभा में भाजपा विधायक राजेश मूणत ने उठाया। अपनी ध्यानाकर्षण सूचना में मूणत ने कहा कि एक करोड़ 74 लाख की लागत से भवन बना था। और फर्नीचर मिला कर 3 करोड़ के आस पास खर्च किया गया। निगम की एमआईसी, सामान्य न ही और किसी तरह के प्रस्ताव के बिना यह भवन बना। 2020 में बना भवन बाद में भवन की प्रस्ताव बाद में आया। एम आई सी के संकल्प के आधार पर कैसे भवन दे दिया गया। आयुक्त ने भवन हस्तांतरित कैसे किया
इस पर डिप्टी सीएम (नगरीय निकाय)अरुण साव ने इस पर उच्च स्तरीय जांच की घोषणा की। भाजपा के ही अजय चंद्राकर ने किराया वसूल किए जाने की मांग की। और जांच की समय सीमा पूछा। मंत्री अरुण साव ने 3 महीने के अंदर उच्च स्तरीय जांच की घोषणा की। मूणत ने कहा कि 84 लाख रुपए स्मार्ट सिटी के खर्च हुए हैं। यह सीधे-सीधे सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला है। राजेश मूणत ने बताया कि विधायक विश्राम गृह की कालोनी में भी ऐसे ही 40 हजार वर्ग फुट जगह में दस हजार वर्ग फुट में ऐसे ही भवन बना कर कब्जा किया गया है। उस पर भी कार्यवाही करे। अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि यह, इस मामले से संबंधित नहीं है अलग से ध्यानाकर्षण लगाएं।
शताब्दी नगर तेलीबांधा स्थित सामुदायिक भवन पर राजश्री सद्भावना समिति का नियम विरूद्ध कब्जा है। नगर पालिक निगम रायपुर तथा स्मार्ट सिटी लिमिटेड रायपुर द्वारा इस भवन में रंगरोगन, फर्नीचर तथा अन्य सुविधाओं का तकरीबन एक करोड़ रूपयों से भी अधिक की धनराशि व्यय की गई है। नगर पालिक निगम रायपुर के जोन क्रं.10 द्वारा इस भवन में मॉड्यूलर किचम, वार्ड रोब 13 , चार दरवाजों का वुडन वार्ड रोब 10 , ड्रेसिंग टेबल 12 , डबल बैड विध आउट स्टोरेज 04 , सोफा सेट 06 सीटर 07, लकड़ी की आलमारी 09 , किचन चिमनी 02 , कम्प्युटर टेबल 04 , स्टील आलमारी 12, सोनी टी.वी. (55 इंच 04 , पैसठ इंच 03 , 75 इंच 01 ), ओवन 32 लीटर 02 , वाशिंग मशीन 02 , मिक्सर ग्राइंडर 02 , इंडक्शन 02 , फौज 02 , बाटर कूलर 01 , आर.ओ. 01 , वाटर हीटर 04 एवं कुचिना 02 लगाया गया है। महापौर परिषद् की 16 जून 2022 को आयोजित बैठक में इस संदर्भ में संकल्प क.33 के अंतर्गत भवन को राजश्री सद्भावना समिति को हस्तांतरित किये जाने पर मुहर लगाई गई? शासकीय धनराशि के नियम विरूद्ध अपयोग के जिम्मेदारों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई न करने सामुदायिक भवन का कब्ज़ा नगर निगम द्वारा अपने पास न रखने एवं जन साधारण को इसका उपयोग न करने देने से जनसाधारण में आकोश व्याप्त है।
मंत्री साव ने स्वीकार करते हुए कहा कि यह सत्य है कि शताब्दी नगर तेलीबांधा स्थित सामुदायिक भवन पर राजश्री सद्भावना समिति का कब्जा था, जिसे 25.2.2024 को कब्जा मुक्त करा लिया गया है। यह सत्य है कि नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा उक्त सामुदायिक भवन में रंगरोगन एवं अन्य सुविधाओं का कार्य कराया गया है। इस कार्य में रू.8489 लाख व्यय किया गया है। हाँ यह भी सत्य है कि नगर पालिक निगम रायपुर के जोन कमांक 10 द्वारा इस भवन में उपरोक्त सभी उपकरण सामान लगाए गए है। यह भी सत्य है कि मेयर-इन-कौंसिल के संकल्प कमांक 33 16 अगस्त 2022 द्वारा अध्यक्ष राजश्री सद्भावना समिति को हस्तांतरित किये जाने संकल्प पारित किया गया है। शासकीय धनराशि की सक्षम प्रशासकीय स्वीकृति उपरांत नियमानुसार कार्यवाही की गई है एवं वर्तमान में नगर पालिक निगम द्वारा सामुदायिक भवन को कब्जा मुक्त कर आधिपत्य में ले लिया गया है।
महंत ने की आपत्ति
कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री की पत्नी के कब्जे का मामला उठाए जाने पर नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह प्रकरण न्यायालय के अधीन है, ऐसे प्रकरणों पर सदन में चर्चा नहीं की जा सकती है। इस आपत्ति के बीच राजेश मूणत ने ध्यानाकर्षण पढ़ा।