सरगुजा

रामनवमीं पर मंदिर में विशेष पूजन, शक्तिपीठों में भक्तों का तांता, रामगढ़ में पहुंचे हजारों श्रद्धालु
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर,6 अप्रैल। अंबिकापुर में धूमधाम से श्रीराम जन्मोत्सव मनाया गया। राम जन्मोत्सव के अवसर पर दोपहर 12 बजे राज परिवार के टीएस सिंहदेव ने श्रीराम की विशेष आरती की। इसमें सैकड़ों भक्तों ने भाग लिया। रामनवमीं पर रामगढ़ में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने श्रीराम मंदिर पहुंचकर दर्शन किया। शक्तिपीठों व देवी मंदिरों में सुबह से लेकर दोपहर तक श्रद्धालुओं की लाइन लगी रही।
श्रीराम जन्मोत्सव पर अंबिकापुर के श्रीराम मंदिर में सुबह साढ़े 9 बजे से धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए थे। सुबह से ही कीर्तन मंडली द्वारा रामलला जन्मोत्सव को लेकर भजन-कीर्तन शुरू किया गया। परंपरा के अनुसार मंदिर के बंद कपाट ठीक 12 बजे जन्मोत्सव पर राजपरिवार के मुखिया टीएस सिंहदेव ने खोला। इसके साथ ही शंख और घंटे बजने लगे।
विशेष आरती का आयोजन
जन्मोत्सव पर जय श्रीराम के जयकारों के साथ विशेष आरती का आयोजन किया गया। राज परिवार की परंपरा के अनुसार टीएस सिंहदेव ने श्रीरामलला की आरती की। रामनवमीं पर बड़ी संख्या में अयोध्या-वाराणसी से आए साधु-संत भी शामिल हुए। इस अवसर पर जमकर आतिशबाजी की गई। राम मंदिर में श्रीराम के दर्शन के लिए लोगों की कतार लगी रही।
रामगढ़ में पहुंचे हजारों श्रद्धालु
चौत्र नवरात्र पर रामगढ़ पर पूरे 9 दिन श्रद्धालु पहुंचते हैं। मान्यता है कि भगवान श्रीराम ने अपने वनवासकाल का कुछ समय रामगढ़ में बिताया था। यहां 9 दिनों तक मेला लगता है। अष्टमी पर भी हजारों लोग रामगढ़ पहुंचे थे। राम नवमीं पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। पूरे दिन रामगढ़ में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
रामगढ़ की पहाड़ी पर श्रीराम का मंदिर है, जहां प्रतिवर्ष श्रद्धालु सरगुजा संभाग के अलावा बाहर से भी पहुंचते हैं।
देवी मंदिरों में पूर्णा-हुति, सुबह से लगी कतार
अंबिकापुर के मां महामाया मंदिर, दुर्गा मंदिर, संत हरकेवल मंदिर, वनदेवी मंदिर सांड़बार में सुबह से ही भक्तों की कतार लगी रही। मां महामाया मंदिर में सुबह चार बजे से ही लोगों की लाइन लग गई थी। मंदिर में दोपहर तक लोगों की लाइन लगी रही।
शक्तिपीठों में नवमी पर पूर्णाहुति, हवन के बाद कन्याभोज का आयोजन किया गया। इसके साथ ही कन्याभोज एवं भंडारे का आयोजन भी मंदिरों में किया गया।