सुकमा

धान खरीदी केंद्रों में बरती जा रही अनियमितता, राज्य सरकार कर रही षड्यंत्र- कांग्रेस
01-Dec-2024 9:08 PM
धान खरीदी केंद्रों में बरती जा रही अनियमितता, राज्य सरकार कर रही षड्यंत्र- कांग्रेस

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

सुकमा, 1 दिसंबर। कांग्रेस जिला अध्यक्ष माहेश्वरी बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार धान खरीदने के लिए षड्यंत्र कर रही है। उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए।

 प्रेस कॉन्फ्रेंस में माहेश्वरी बघेल ने आगे कहा कि सरकार द्वारा 180 लाख मैट्रिक टंडन खरीदी का लक्ष्य रखा गया है ,इसके लिए कुछ 14 नवंबर 31 जनवरी तक का समय निर्धारित किया गया है, शनिवार रविवार और सरकारी छुट्टी को घटाकर 47 दिन मिल रहे हैं इसका मतलब यह है कि प्रतिदिन सरकार को लगभग साढ़े तीन लाख मीट्रिक टन धान खरीदने की प्रतिदिन करनी होगी तब जाकर लक्ष्य पूरा होगा, वर्तमान में जिस रफ्तार से धान खरीदी हो रही है उस लक्ष्य को प्राप्त करना असंभव है, समिति को निर्देश दिया गया है कि एक दिन में अधिकतम 752 क्विंटल इसका मतलब 1880 कट्टा धान ही खरीदा जाए ऐसा में एक किसान का शेष धान के लिए  उसको अगामी दिनों तक कि तारीख दी जा रही है, सरकार ने घोषणा कि है कि 72 घंटे में किसानों के खातों में पैसा आएगा लेकिन जो लोग 14  नवंबर को धान बेचे थे उनके खाते में अब तक रकम नहीं आए जो रकम आ रही है वह 3100 नहीं है सिर्फ 2300 रु. खातों में डाला जा रहा है ।

जिला अध्यक्ष बघेल ने कहा छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा धान खरीदी कि आने वाली रिपोट गलत बनाया जा रहा है ।जिसके आधार पर 9 से 12 -14 च्ंिटल धान खरीदा जा रहा है किसानों से पूरे 21क्विंटल धान नहीं खरीदा जा रहा है,

बीज उत्पादक किसानों से सोसाइटी में धान नहीं खरीदा जा रहा है ,सोसाइटी में सूचना चस्पा किया गया है कि बीज उत्पादक किसानों का धान खरीदा नहीं जाएगा समिति में बारदाना की कमी है किसान परेशान है सरकार ने कहा है कि 50 फीसदी नए 50 फीसदी पुराने वारदातों का उपयोग किया जाए 50 फीसदी पुराने वरदाने समितियां ने पहुंचाई नहीं है जिसके कारण धान खरीदी बाधित हो रही है, धान खरीदी केंद्रों में टोकन नहीं जारी किया जा रहा है, किसान घंटों खड़े रहते हैं ऑनलाइन टोकन सिस्टम के कारण किसानों को 19 दिन बाद का भी टोकन नहीं मिल पा रहा है।

 

भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए माहेश्वरी बघेल ने कहा कि धान उपार्जन कि कांग्रेस सरकार की नीति को भाजपा सरकार ने बदल दिया है। नई नीति में के अनुसार 72 घंटे में बफर स्टॉक के उठाने की नीति को बदल दिया है पहले इस प्रावधान के होने से समितियां के पास यह अधिकार होता था कि समय सीमा में किसानों का धान उठा न होने पर चुनौती दे सके अब बदलाव हुआ है उसके बाद बफर स्टॉक के उठाने कि सीमा ही नहीं है अब इसे बढ़ाकर 21 मार्च कर दिया गया है, धान खरीदी बंद होगी 31 जनवरी को याने समितियां संग्रहण केंद्रों में धान अब दो महीने तक रखा जाएगा।

अब सरकार ने मिलर के लिए 120 को घटाकर 60 कर दिया है इस कारण राइस मिलर हड़ताल पर हैं  120 की जगह ?60 देने के फैसले के बाद विभिन्न जिलों में राइस मिलर धान की मीलिग करने में असमर्थ हैं।

और आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी के द्वारा किसानों के समर्थन में उग्र आंदोलन की बात कही।

 प्रेस कॉन्फ्रेंस में नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू नगर कांग्रेस अध्यक्ष शेख सजार जिला कांग्रेस प्रवक्ता मोहम्मद हुसैन, साहित पार्टी के अन्य सदस्य मौजूद रहे।


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