राजनांदगांव

प्रकृति में प्रत्येक प्राणी की अपनी भूमिका है-अग्रवाल
05-Mar-2025 3:30 PM
प्रकृति में प्रत्येक प्राणी की अपनी भूमिका है-अग्रवाल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 मार्च।
शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव की प्राचार्य डॉ. सुचित्रा गुप्ता के निर्देशन एवं प्राणी शास्त्र विभाग के तत्वावधान में  सस्टेनेबल डेवलपमेंट एंड क्लाइमेट चेंज विषय पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन किया जा रहा है।

सेमीनार के शुभारंभ में कलेक्टर संजय अग्रवाल,   डॉ. श्याम नारायण लाभ, बबीता लाभ, डॉ. नेमत राडू लोनल, प्रो. आरपी दीक्षित, डॉ. सुचित्रा गुप्ता, डॉ. किरण लता दामले, डॉ. संजय ठिस्के शामिल थे। कार्यक्रम में डॉ. संजय ठिस्के एवं छात्र गगन सिंह गुरू द्वारा लिखित किताब का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। प्रो. आरपी दीक्षित को लाईफ टाईम अचीवमेंट सम्मान से सम्मानित किया गया। 

इस अवसर पर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि  मनुष्य सुविधा भोगी हो गया है और सुविधाओं की जड़ में विनाश है, हमें अपने समाज, देश और ब्रह्मांड के लिए जीना चाहिए, हमें भविष्य के प्रति सतर्क होना चाहिए और आने वाली पीढ़ी को समृद्ध पर्यावरण मिल सके ऐसी कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन के कारण जलवायु परिवर्तन होता है। जिसके कारण बारिश में कमी, तापमान का बढऩा, मृदा क्षरण, वाटर लेवल में निरंतर कमी इसके प्रमुख परिणाम है।

डॉ. नेमत राडू लोनल ने पशु कल्याण और ग्रहण प्रजनन कार्यक्रमों के नकारात्मक प्रभाव के संबंध पर गहण जानकारी दी। उन्होंने एंथ्रोपोसेंट्रीक, बायोसेंट्रिक, पैथोसेंट्रिक और जूसेंट्रिक थ्योरी पर गंभीर चर्चा की। इसके साथ ही एथिकल मोटिवेशन, इकोनामिक मोटिवेशन एवं एक्स्ट्राऑर्डिनरी, मेटाबॉलिक आफ इंटेलिजेंस ऑफ काउस को विस्तार से बताया ।

सत्र के अध्यक्ष डॉ. श्याम नारायण लाभ ने सस्टेनेबल साइंस फॉर सोसाइटी ऑपच्यरुनिटीज ऑर चैलेंजस विषय पर कहा कि क्लाइमेट चेंज को जानने से पहले प्रकृति को जानना आवश्यक है। 

प्राचार्य डॉ. सुचित्र गुप्ता ने कहा कि यह ऐतिहासिक क्षण है कि महाविद्यालय द्वारा चौथा अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया जा रहा है । डॉ. किरण लता दामले ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते अतिथियों का स्वागत किया । 

डा. संजय ठिस्के ने सेमिनार के उद्देश्यों और लक्ष्यों के बारे में बताया। तकनीकी सत्र में अनेक प्रतिभागियों ने अपने शोध पत्र का वाचन किया। इस सेमिनार में देश-विदेश के विद्वान प्रतिभागी एवं विद्यार्थीगण हाइब्रिड मोड़ से जुड़े थे। सेमिनार का संचालन डॉ. नीलू श्रीवास्तव और प्रियंका सिंह ने किया ।
 


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